नाग ही ‘राहु’ हैं…..
प्रलय,सँहार के पश्चात जब दुनिया में सब नष्ट हो जाता है, कुछ नही बचता,तब शेष बचता है, नाग (राहु)
इसी कारण प्रतीक रूप में,
“शेषनाग” की पूजा का विधान है।
कैसे प्रसन्न हों राहु…..
“शिव” पूजन से ही राहु प्रसन्न होकर अथाह सम्पदा का स्वामी बनाते हैं ।
राहु राह,रोकते भी हैं
औऱ राह दिखाते भी हैं ।
जीवन में बहुत कुछ पाने के लिए प्रतिदिन राहुकाल में “राहुकी तेल”
के 2 दीपक जलाकर ।
।।नमः शिवाय च शिवाय नमः ।।
इस शिव शक्ति मन्त्र का एक
माला जाप करें ।
राहु के रहस्य को बहुत ही विस्तार से जानने हेतु जीवन परिवर्तन,
मानसिक,शारीरिक शांति तथा
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