100 ग्राम नीम की नई कोपल, जो केवल फरवरी से मई माह तक मिलती हैं। इन्हे 400 ग्राम पानी में इतना उबालें कि 200 ml काढ़ा बचे। इस काढ़े को 400 ग्राम तिल तेल में बहुत कम आंच में उबलने देवें।
जब तेल पूरी तरह पाक जाए, तो छान कर रखें।
नीम में एंटीसेप्टिक गुण होने से नीम तेल सभी त्वचा रोगों को जड़ से दूर वाली ओषधि है। बालों की खुजली, रूसी भी मिटाती है।
नीम तेल को गर्म करके लगाएं, तो एक्ज़िमा और सोरायसिस जैसे त्वचा के रोगों में यह बहुत फायदेमंद है।
नीम के तेल को स्किन पर लगाने से ड्राई स्किन की समस्या से निदान मिलता है।
नीम का तेल न सिर्फ आपके लिए बल्कि पौधों के लिए भी अच्छा होता है। अगर आपके पौधे सूखने लगें तो उसमें थोड़ा सा नीम का तेल का छिड़काव करना चाहिए, इससे पौधे अच्छे हो जायेंगे।
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