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आयुर्वेदिक जड़ी—बूटी “अनंतमूल” के औषधीय उपयोग क्या हैं?
दूसरा अनन्त-मूल ‘कृष्ण सारिवा’ (Hemidesmus Indicus) होता है। 7.8 हज़ार बार देखा गया 13 अपवोट देखें 1 शेयर देखा गया2 में से 1 जवाब अपवोट करें 13 2 1
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What is the panacea for cough?
Product Details Material फार्मूला लोजेन्ज माल्ट How To Use खांसी का शर्तिया फार्मूला और घटक द्रव्य फायदा होने पर अन्य लोगों को भी सलाह दें।
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हथेली तथा तलवों में जलन होने पर क्या करें?
जलन बने रहने का कारण या वजह
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मुल्तानी मिट्टी के क्या-क्या फायदे हैं?
मुल्तानी मिट्टी से करें लेप, तो बुढापा रहेगा दूर
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कैंसर की भारत में दवा क्या है?
आयुर्वेद में कैंसर रोग की चिकित्सा का सटीक इलाज है?
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होली क्या है?
दरूओं, शर्बियों का त्योहार…. दारु की खुशबू, बियर की मिठास, गांजे की रोटी, चरस का साग, भांग के पकोड़े और Wills का प्यार, लो आ गया फिर नशेड़ियों का त्यौहार अदरक की गाँठो सा रहा, मेरा बचपन, उतने ही हम सुधरे,जितना कूटे गये। जरा संभल कर दोस्तों, मलना मुझे अबीर कई लोगों का माल है,…
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मधुमेह या डायबिटीज क्या है?
मधुमेह यानि डायबिटीज होने का मुख्य कारण मानसिक तनाव है। इसीलिए सबकी तन की नाव सब रही है। आप केवल ध्यान और श्वास के माध्यम से मधुमेह को मिटा सकते हैं। शुगर के मरीजों की इम्यूनिटी बहुत कमजोर होने लगती है। मस्तिष्क में तनाव बना रहता है। आयुर्वेदिक दवाएं रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती हैं। इसलिए यह…
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रवि पुष्य योग क्या होता है? इस में कौनसे कार्य प्रारंभ करने की अनुशंसा की जाती है?
अमृतम पत्रिका, ग्वालियर से साभार रवि पुष्य योग का प्रचार तो बहुत है लेकिन इस चमत्कारी योग के बारे में काम लोग ही जानते हैं। कैसे बनता है रवि पुष्य – अश्वनी से आरंभ होकर नक्षत्र क्रम में पुष्य नक्षत्र आठवां होता है। कुछ इसे पुख के नाम से भी जानते हैं। पुष्य या पुख़ नक्षत्र…
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कौनसी आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ाती है और ताकत को बनाए रखतीं हैं?
अमृतम पत्रिका, ग्वालियर से लिए गए इस लेख में फल, पुष्प और जड़ीबूटियों के बारे में बहुत ही संक्षिप्त रूप में बता रहे हैं। आयुर्वेद में लगभग 11000 जड़ी बूटियां। एक हिसाब से देखा जाए, तो प्रथ्वी पर पाई जाने वाला एक तिनका भी ओषधि है। बस, जानकारी और उपयोग मालूम हों। जल, नीर या…
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हनुमान जी को “मारुति” क्यों कहा जाता है? “मारुति” का क्या अर्थ है?
मारुति का अर्थ है-वायु। यह 49 मरुत हैं, जिनके अधिपति हनुमानजी हैं। इनकी आराधना से जीवन वायु की तरह हल्का हो जाता है। अमृतम पत्रिका, ग्वालियर से साभार मारुति शब्द मरुत का अपभ्रंश है। मारुति शब्द इसी से निर्मित है। हो सकता है कि ४९ मरुतों के मालिक होने से इन्हें मारुति कहा जाता है।…
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