एग्जिमा की अचूक सिद्ध आयुर्वेदिक घरेलू ओषधि…

पुरानी खाज खुजली, एग्जिमा, छाजन,  दाद आदि त्वचा रोग का घरेलू इलाज….
गंधक, पान की जड़ तथा नीला थोथा तीनों  वस्तुएं प्रत्येक १०० ग्राम लेकर तीनों को एक  साथ इमामदस्ते  या खरल में कूटकर बारीक  महीन कर, बारीक कपड़े या मैदे की चलनी

से छान लें।

रोगानुसार इस दवा में से थोड़ी मात्रा में दवा  लेकर amrutam Skin Key oil एवं  मीठा तेल (मूंगफली का तेल) दोनो मिलाकर  मलहम बना लें।
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इस देशी एग्जिमा नाशक मलहम को फुंसियों  पर धीरे-धीरे लगा लें। इससे जलन होगी।
दवा लगाने के बाद धूप में बैठ जाएं।
सूर्य की किरणें फुंसियों पर पड़नी चाहिए।

जब तक जलन सहन तो तब तक धूप में बैठें।

इसके बाद गोबर लगाकर इस दवा को ठंडे  पानी से धो डालें।

एग्जिमा के जख्म या फुंसियों पर दवा चिपक  जाएगी। उसे नहीं निकालें।  थोड़ी सूजन आ सकती है।  तीन चार दिन में जख्म सूखकर खूरॉट आने लगेगी तथा दर्द भी बंद हो जाएगा।
रक्त दोष होने पर amrutam Skinkey malt का तीन महीने सेवन करे।
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