शुद्धता के साथ सेहत और स्वाद....
बुढापे को रोकने वाली सर्वरोग नाशक आयुर्वेद की सर्वश्रेष्ठ
कारगर ओषधि-
जो बुढापा रोककर जवान बनाये रखती है। क्योंकि इसके नियमित इस्तेमाल से शरीर सदैव स्वस्थ्य एवं तन-मन मस्त
रहता है।
अमृतम च्यवनप्राश पूरी दुनिया में सर्वाधिक विक्रय होने वाला आयुर्वेदिक उत्पाद है और सबसे अधिक गुणकारी व चमत्कारी भी है।
5000 वर्ष पुरानी मूल
आयुर्वेदिक चिकित्सा…..
5000 वर्ष पुरानी मूल
आयुर्वेदिक चिकित्सा…..
में कच्चा आँवला होता है, इसमें उम्ररोधी (एंटीएजिंग) तत्व मौजूद हैं।
आँवला–विटामिन ‘सी’ (C) का बेहतरीन स्त्रोत है, इसे सुखाने या जलाने के बावजूद इसमें मौजूद विटामिन सी की मात्रा कम नहीं होती। जिसे सन्सार
का सर्वश्रेष्ठ एंटीऑक्सीडेंट
माना जाता है।
आँवला–विटामिन ‘सी’ (C) का बेहतरीन स्त्रोत है, इसे सुखाने या जलाने के बावजूद इसमें मौजूद विटामिन सी की मात्रा कम नहीं होती। जिसे सन्सार
का सर्वश्रेष्ठ एंटीऑक्सीडेंट
माना जाता है।
ऊर्जा-उमंग, शक्ति-स्फूर्ति दायक दवा
को 55 से ज्यादा जड़ीबूटियों के
योग से तैयार किया जाता है और इसकी निर्माण प्रक्रिया भी बहुत जटिल है।
योग से तैयार किया जाता है और इसकी निर्माण प्रक्रिया भी बहुत जटिल है।
इसे बनने में 25 से 30 दिन का समय
व्यतीत होता है। इसी कारण यह उमररोधी औषधि कहा जाता है।
★ यह बुढापा जल्दी नहीं आने देता।
★ नवीन रक्त का संचार करता है।
★ नाड़ी- कोशिकाओं को मजबूत बनाता है।
अमृतम च्यवनप्राश के नियमित
इस्तेमाल से 72 वर्ष की उम्र में भी
युवा बने रह सकते हो।
अमृतम च्यवनप्राश के नियमित
इस्तेमाल से 72 वर्ष की उम्र में भी
युवा बने रह सकते हो।
आँवला इसका मुख्य घटक है,
इसके अलावा इसमें
【1】लौंग, 【2】इलायची, 【3】केशर, 【4】नागकेशर, 【5】पिप्पली, 【6】दालचीनी, 【7】बन्सलोचन, 【8】मधु/हनी 【9】 तेजपत्र, 【10】पाटला, 【11】अरणी, 【12】गंभारी, 【13】विल्व फल 【14】 श्योनक की छाल, 【15】पुष्करमूल, 【16】कमल गट्टा, 【17】सफेद मूसली 【18】अकरकरा, 【19】शतावरी, 【20】ब्राह्मी,
इसके अलावा इसमें
【1】लौंग, 【2】इलायची, 【3】केशर, 【4】नागकेशर, 【5】पिप्पली, 【6】दालचीनी, 【7】बन्सलोचन, 【8】मधु/हनी 【9】 तेजपत्र, 【10】पाटला, 【11】अरणी, 【12】गंभारी, 【13】विल्व फल 【14】 श्योनक की छाल, 【15】पुष्करमूल, 【16】कमल गट्टा, 【17】सफेद मूसली 【18】अकरकरा, 【19】शतावरी, 【20】ब्राह्मी,
【21】छोटी 【22】हरड़(हरीतकी),
【23】कमल केसर, 【24】जटामांसी,
【25】गोखरू, 【26】कचूर,
【27】नागरमोथा,
【28】काकड़सिंघी, 【29】दशमूल, 【30】जीवंती, 【31】पुनर्नवा
【32】अश्वगंधा, 【33】गिलोय, 【34】तुलसी पत्ती 【35】मीठा 【36】नीम, 【37】सौंठ,
【38】मुनक्का, 【39】मुलेठी आदि
सहित कई प्राकृतिक वनस्पतियां मिलाकर
● इम्युनिटी पॉवर बढ़ाये
● सर्दी के सीजन में
बहुत लाभ दायक है। यह पाचन शक्ति ठीककर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।
● याददाश्त तेज करता है।
की सबसे विशेष बात है कि- यह
उम्र रोधी यानी “एंटीएजिंग” होता है।
शरीर में नई ऊर्जा-उमंग का संचार
कर जल्द बुढ़ापा आने से रोकता है।
● रेस्पिरेटरी सिस्टम अर्थात
ऑक्सीजन लेकर व कार्बन डाइऑक्साइड देने के लिए प्रणाली को मज़बूत करता है।
● पुराना निमोनिया, श्वांस ठीककर, फेफड़ो के संक्रमण या गन्दगी को मल द्वारा बाहर निकल देता है।
● ज्यादा सर्दी के मौसम में गर्माहट देेेकर
● ज्यादा सर्दी के मौसम में गर्माहट देेेकर
शरीर की रक्षा करता है
● ठण्ड के कारण होने वाली कपकपाहट
या कम्पन, ठंड लगना, खाँसी-जुकाम और संक्रमण/वायरस से आपकी रक्षा करता है।
● कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में लाजबाब...
आजकल खाने में कोलेस्ट्रोल की मात्रा ज्यादा होती है। इससे दिल की बीमारी होने का खतरा रहता है। इससे कम उम्र में हृदयरोग होने का खतरा बढ़ जाता है।
इसमें ऐसी जड़ीबूटियों का समावेश है,
जो शरीर से टॉक्सिन्स या विषाक्त
पदार्थों को बाहर निकालते हैं और
रक्त संचार (ब्लड सरकुलेशन) को
बेहतर बनाते हैं तथा
● १- रक्तप्लेलेट्स की वृद्धि में सहायक हैं।
कोलेस्ट्रोल क्या है ––
यह हमारे शरीर में हार्मोन्स, पाचक रस व विटामिन डी का निर्माण करता है जो शरीर के अंदर की चर्बी को पचाने में सहायक होता है।
●२- हर्पीज और सोरायसिस को
रोकने में मददगार….
हरेक बीमारी की उत्पत्ति की वजह है
त्रिदोष का प्रकोप और रोगप्रतिरोधक
क्षमता की क्षीणता।
प्राकृतिक व अनोखे घटक-द्रव्यों से बना होता है जो रक्त को साफ करके शरीर के नैचरल प्रोसेस को संतुलित करने में मदद करता है।
●४- हृदय की मांसपेशियों में सूजन एवं स्नायु तंत्र की खराबी को दूर करता है।
●५- ठंड के मौसम में विलक्षण गुणों से भरपूर “अमृतम च्यवनप्राश अवलेह…
बच्चों, युवक-युवतियों, जवानों, अधेड़ और बुजुर्गों सभी वर्ग आयु के लोगों के लिये बेहद कारगर स्वास्थ्यवर्द्धक उम्र रोधी टॉनिक है।क्यों जरूरी है सबके लिए ये-
वैसे तो सबके पास सब कुछ है।
जिंदगी में यदि कोई कमी है, तो
केवल हैल्थ की।
वैसे तो सबके पास सब कुछ है।
जिंदगी में यदि कोई कमी है, तो
केवल हैल्थ की।
क्यों कि- हेल्थ इज वेल्थ यही सच्चाई है।
इसके नियमित इस्तेमाल से शरीर की क्रिया प्रणाली को सुदृढ किया जा सकता है।
अमृतम च्यवनप्राश पर केवल एक बार
भरोसा करके देखें। आप स्वयं महसूस अपने स्वास्थ्य में चमत्कारी परिवर्तन तथा पूरे वर्ष सपरिवार स्वस्थ्य और आनंदित रहेंगे।
आज की प्रतिस्पर्धा (कॉम्पटीशन)
के विपरीत है।
आपके परिवार को बहुत पसंद भी आएगा। इसका स्वाद भी ओरिजनल है-
जैसा ग्रन्थों में लिखा है वैसा ही निर्मित
किया है
ओनली ऑनलाइन उपलब्ध
पैकिंग-200 ग्राम, कीमत-1125/-
पैकिंग-200 ग्राम, कीमत-1125/-
400 ग्राम- 1849/-
शुद्धता के साथ
सेहत और स्वाद
55 असरकारक और रोगनाशक आयुर्वेदिक जड़ीबूटियों के काढ़े तथा
आँवला, मुनक्का आदि रस-भस्म
से निर्मित।
कम से कम 3 महीने तक सेवन करें।
बच्चों व महिलाओं के लिए उपयोगी।
शुद्धता के साथ
सेहत और स्वाद
55 असरकारक और रोगनाशक आयुर्वेदिक जड़ीबूटियों के काढ़े तथा
आँवला, मुनक्का आदि रस-भस्म
से निर्मित।
कम से कम 3 महीने तक सेवन करें।
बच्चों व महिलाओं के लिए उपयोगी।
!! अमृतम पत्रिका !!
परिवार से जुड़ने के लिए शुक्रिया!
यह कूपन कोड खासकर
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