गुप्त रोग, नपुंसकता, नामर्दी को जड़ से मिटाकर घोड़े जेसी ताकत देता है यह आयुर्वेदिक माल्ट।

बी फेराल गोल्ड माल्ट एक शुद्ध आयुर्वेदिक अवलेह है। इसे अंग्रजी में माल्ट कहते हैं। ये पुरुषों के गुप्त रोगों को मिटाकर अंदरूनी ताकत को बढ़ाने में कारगर ओषधि है। B Feral Gold Malt में अश्वगंध, शतावर, सफेद मूसली, शिलाजीत, कोंच बीज, कुचला, शुद्ध गुगल, स्वर्ण भस्म, स्वर्ण माक्षिक भस्म, आमला, मुरब्बा, हरड़ मुरब्बा आदि 32 जड़ी बूटी और रसादि, भस्म, मुरब्बों का संतुलित समावेश है। यह पुरुष के गुप्त रोग को चमत्कारी रूप से ठीक करने से साथ पाचन तंत्र, लिवर को ठीक कर नए रस, रक्त और वीर्य का निर्माण करती है।

आयुर्वेदिक अवलेह या माल्ट क्या होते हैं

  • प्राचीनकाल में असाध्य और पुराने रोगों का इलाज अवलेह द्वारा किया जाता था। जैसे पुरानी से पुरानी खांसी, अस्थमा में वासावलेह देते थे।
  • खून की वृद्धि, कमजोरी दूर करने में द्राक्षावलेह चमत्कारी होता था।
  • टी2का रोगों में हरिद्रा अवलेह देते थे। इसे करीब 45 तरह के रोगों में अलग अलग माल्ट बनाकर चिकित्सा की जाती थी। क्यों की ये पित्त को शांतकर बैलेंस में रखते हैं।
  • आयुर्वेदिक अवलेह जिसे आधुनिक खोज में माल्ट कहते हैं। प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति में किसी भी पुरानी से पुरानी बीमारी को जड़ से दूर कर रोगप्रतिरोधक क्षमता यानि इम्युनिटी मजबूती के लिए माल्ट का उपयोग प्राचीनकाल से किया जाता रहा है।
  • अवलेह का वर्णन आयुर्वेद की 5500 वर्ष पुरानी अवलेह उपचार खंड में उपलब्ध है। माल्ट कई प्रकार के रोगनाशक योगों में से एक विशेष है।
  • चरक सहिंता, द्रव्यगुण विज्ञान, माधव निदान, कायचिकित्सा आदि आयुर्वेदिक ग्रन्थों में यहां तक लिखा गया है की जब कोई भी असाध्य या जिद्दी रोग किसी दवा से ठीक न तो तुरन्त अवलेह यानि Malt चिकित्सा आरम्भ करना चाहिए।
  • आयुर्वेदिक माल्ट आमला मुरब्बा, हरड़ मुरब्बा, सेव मुरब्बा, गुलकंद, करोंदा मुरब्बा, त्रिकटु, चतुर्जात और रस, भस्म का मिश्रण होता है, जो पाचनतंत्र को ठीक कर शरीर को ताकत देते हैं।
  • देशी अगले में नेलुम्बो न्यूसिफेरा, वेटिवरा ज़िज़ानियोइड्स, गमेलिना आर्बोरिया, निम्फाइया स्टेल्टाटा, रुबिया कॉर्डिफ़ोलिया और 22 अन्य पौध सामग्री का अर्क शामिल होता है। हैं।
  • पाचन तंत्र से संबंधित बीमारियों के उपचार सहित विभिन्न विकारों के इलाज के लिए अवलेह का इस्तेमाल 5000 वर्षों से ओषधियाँ के रूप में किया जाता है।
  • आयुर्वेदानुसार किसी भी तरह की अंदरूनी बीमारी की चिकित्सा के लिए माल्ट सर्वश्रेष्ठ उपचार है।

आयुर्वेदिक माल्ट के फायदे

  • माल्ट में शक्कर की मात्रा बहुत कम होती हैं और यह मुरब्बा, गुलकंद, गुड़, मुनक्का, किसमिस, छुआरे, बादाम आदि से बन के कारण पेट की बीमारियों को ठीक करता है।
  • लिवर को क्रियाशील बनाकर नवीन शुक्राणुओं का निर्माण करता है।
  • पुरुषार्थ शक्ति बढ़ाकर नपुंसकता, नामर्दी मिटाता है।
  • शीघ्रपतन, वीर्य का पतला होना आदि गुप्त रोगों को दूर कर लिंग में कड़कपन लाता है।
  • बी फेराल गोल्ड कैप्सूल सेक्स के दौरान समय सीमा में वृद्धि कारक है। इसमें मिली स्वर्ण भस्म शरीर का कायाकल्प कर जल्दी बुढ़ापा नहीं आने देता।
  • मानसिक संतुष्टि देता है। लम्बे समय तक लेने पर लिंग की लम्बाई बढ़ती है।
  • ये शुद्ध आयुर्वेदिक दवाई है। इसे कम से कम 3 से 5 महीने लेने पर ही तन मन के सभी विकार ठीक होते हैं। एक प्रकार से ये सब कुछ नया बनता है।
  • 40 साल के बाद वालों के लिए ये एक प्राकृतिक खाद है।

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