- स्त्री अपना पति के अलावा किसी और को सौंपती है, तो उसके पास से धन हमेशा के लिए अलविदा हो जाता है।
- करीब 25 साल पहले तक हर घर में मिट्टी की बनी एक बरोसी हुआ करती थी। इसमें सर्दी के दिनों में लकड़ी जलाकर हाथ तापते थे और सर्दी जाते ही इसे अलग रख देते थे।
- चूल्हा भी अग्नि है लेकिन इसे कभी न हटाते हैं और न अलग रखते हैं। चूल्हा या गैस बरोसी की तरह नहीं होता कि काम निकाला। फिर अलग कर दिया। चूल्हा रोज काम आता है।
- अय्याश बुजुर्ग कहते थे कि चूल्हा और चूत कभी बासी नहीं छोड़ना चाहिए। इसका रोज इस्तेमाल करना जरूरी है।
- बस, इसे ही पड़ोसी स्त्री भी बरोसी की तरह होती है और चूल्हा बीबी की तरह होता है। वैसे पड़ोसन कोई खराब नहीं होती। इसमें महबूब, सुनील दत्त और सायरबानो ने बेहतरीन काम की
- जब तक चूल्हे को साफ सुथरा लकड़ी डालने की तैयारी नहीं करोगे, तब उसमें अग्नि उत्पन्न नहीं होगी।
- औरत अपनी कामवासना को रोककर अंकुश लगा सकती है। लेकिन आदमी नहीं। इसीलिए स्त्री के अंदर काम की ज्वाला कम ही भड़कती है।
- जब तक मर्द, जब तक स्तन पर हाथ फेरते हुए हल्का सा दर्द नहीं देता, तब तक नारी गर्म नहीं होती। गर्म होने के बाद वो शर्म, लाज त्याग देती है।
कब, कितना सम्भोग जरूरी है।
- जीवन में चार पुरुषार्थों में एक काम यानि सेक्स बहुत ही जरूरी कर्म है। कहते हैं कि स्त्री का भोग करने से से रोग दूर रहते हैं। व्यक्ति या औरत दोनों को जवान बने रहने के लिए सेक्स भी एक भोजन ही है।
- काम ही जीवन का आराम है अन्यथा जीना हराम हो जाता है। वीर्य नहीं निकलेगा, तो वीरता का नाश हो जायेगा। फुर्ती मिट जायेगी। शरीर शिथिल हो जायेगा।
- शादी के 10 साल तक पति पत्नी को सप्ताह में 12 से 16 शारीरिक संबंध बनाना चाहिए।
- सेक्स से स्त्री की माहवारी में अवरोध नहीं होता और खूबसूरती भी बनी रहती है। जवानी बनाए रखने के लिए दानी का पानी ग्रहण करना जरूरी है।
- नियमित सेक्स करने पुरुष में एनर्जी बनी रहती है और बुढ़ापा नहीं आता।
- सेक्स का भरपूर और लम्बे समय तक आनंद लेने के लिए आयुर्वेदिक कैप्सूल सुबह शाम गर्म दूध के साथ एक माह तक सेवन करें। अधिक जानकारी म्यूपचार, अमेजन, amalaearth, amrutam पर देखें।
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