Tag: आयुर्वेद
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कुबेरजी महाराज कौन थे?
मन्दसौर के कुबेर मंदिर कभी नहीं लगता ताला एक बार दर्शन को जरूर जाएं
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अवलेह और माल्ट में क्या अन्तर है?
धर्मार्थकाममोक्षाणां शरीरं साधनं यतः! सर्वकार्येष्वंतरंगं शरीरस्य हि रक्षणम्!! कुदरती कमाल माल्ट या अवलेह क्यों बेहतर और लाभकारी है? अवलेह या माल्ट बनाने की विधि आयुर्वेद सत्य है –सत्य की सदा विजय होती है। सत्ये नास्ति भयं क्वचित यस्य देशस्य यो जन्तुस्तज्जं तस्यौषधं हितम्! विश्व कल्याण के लिए क्वाथादीनां पुनः पाकात् घनत्वं सा रसक्रिया! सोऽवलेहश्च लेहःस्यात्तन्मात्रा…
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क्या आप जानते हैं कि बायाँ हाथ बंगाली, कभी न जाये ख़ाली। का अर्थ क्या है? भाग तीन
सीधा दिमाग चलता है, उल्टे हाथ वालों का। लेफ़्टिज की जो किताब है, ये बहुत रहस्यमयी और बेहिसाब है। आम तौर पर 40 फ़ीसद लोग अपने बाएं कान का, 30 प्रतिशत लोग बाईं आंख का, और 20% लोग बाएं पैर का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन जब हाथ की बात आती है, तो 13% लोग ही…
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अमृतम चन्दन त्वचा के लिए लाभकारी है
अमृतम चंदन एक आयुर्वेदिक उत्पाद है जो मुख्य रूप से त्वचा की देखभाल के लिए उपयोग किया जाता है। इसमें चंदन (सैंडलवुड) और अन्य औषधीय जड़ी-बूटियाँ शामिल होती हैं, जो त्वचा को स्वस्थ और सुंदर बनाने में सहायक होती हैं।अमृतम चंदन का उपयोग आमतौर पर फेस पैक, फेस क्रीम, या स्किन टोनर के रूप में…
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आयुर्वेद में वात रोगो की समस्याओ को दूर करने के क्या इलाज है
आयुर्वेद में वात रोगों के इलाज के लिए कई उपाय और चिकित्सा विधियाँ हैं। वात दोष शरीर के वात तत्व से संबंधित होता है, और इसकी असंतुलन से कई समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं जैसे कि जोड़ों का दर्द, सूखापन, गैस, और अन्य समस्याएँ। यहाँ कुछ प्रमुख उपाय दिए गए हैं जो वात दोष को…
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अमृतम गोल्ड माल्ट शरीर की आंतरिक बीमारियों को ख़तम करने के लिए किस प्रकार कार्य करता हैं?
Amrutam Gold Malt की जानकारी अश्वगंधा एजेंट या तत्व जो सूजन को कम करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।ये एजेंट मुक्त कणों को साफ करके ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं।डिप्रेशन को नियंत्रित करने में मदद करने वाली दवाएं।वो दवा जो प्रतिरक्षा प्रणाली पर कार्य कर इम्यून को बेहतर करती है।मस्तिष्क…
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शिव की पूजा में क्या ध्यान रखें?
शिव कर्ता सन्सार के, शिव सृष्टि के मूल। रोम-रोम शिव रमने दो, शिव को कभी न भूल।। शिव का रूप जगत यह सारा। धरती पर शिव का उजियारा।।
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आयुर्वेद के अनुसार किन दमदार चीजों का सेवन करने से बुढ़ापा कभी सताने नहीं आता?
वैसे तो अमृतम च्यवनप्राश उम्र रोधी यानी एंटी एजिंग ओषधि है। यह लगभग 55 जड़ीबूटियों से निर्मित होता है, जो बुढापा आने से रोकती हैं। शीलाजी, शुद्ध गूगल, अश्वगन्धा, शतावर, सफेद मूसली, केशर, मुलेठी, दशमूल, त्रिफला, आंवला मुरब्बा, हरीतकी मुरब्बा आदि ये सब खाने से बुढापा कभी सताने नहीं आता। 5.8 हज़ार बार देखा गया 23 अपवोट 8 शेयर…
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ब्लड प्रेशर (रक्त चाप) को ठीक करने के लिए कौन-कौन सी वैकल्पिक चिकित्सा (अल्टरनेटिव मेडिसिन) प्रभावी हैं?
2.9 हज़ार बार देखा गया 9 अपवोट देखें सुनीता कुमारी ने सबमिशन स्वीकार किया1 में से 1 जवाब अपवोट करें 9 1
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आँवला के फायदे क्या हैं?
आंवला को शिवधात्री भी कहते हैं। हिन्दी- आमला, आंवला, अवरा, औड़ा। संस्कृत- आमलक, धात्री वयस्था, तृस्यकला। मराठी- आंवली, आंवल काठी। बंगला- आमलनी, अम्बोलरा। गुजराती- आवलानु झाड! अंग्रेजी- इण्डियन गूजवेरी (Indian Gooxberry) लेटिन- फाइलैन्यस इम्बेलिका (Phyllanthus Embelica) |