Tag: आयुर्वेदिक
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हींग क्या होती है?
इस लेख में हींग के 45 फायदे जानकर आनंदित हो जाएंगे— असन्तुलित वात-पित्त-कफ अर्थात त्रिदोष की पहचान खुद ही करें आयुर्वेदा लाइफ स्टाइल बुक पढ़कर और अपना इलाज घर पर करें- हींग क्या होती है? हींग के फायदे। हींग के प्रकार, शुद्ध हींग की पहचान, हींग के उपचार, हींग की खेती आदि अनेक शीर्षकों से गूगल पर…
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घबरायें नहीं! सावधानी बरतकर कोरोना की क्रूरता से स्वयं को और अपने परिवार को बचा सकते हैं!
सन्सार के सभी धर्म-शास्त्र के प्रत्येक पात-पात पर लिखा है कि- स्वस्थ्य शरीर, मन को मजबूत कर मनोबल बढ़ाता है। इसके लिए अकेले दवा ही नहीं, दुआ और दम लगाकर कसरत, मेहनत करना भी जरूरी है। कफ-पित्त-वात के नाश होने से ही इम्युनिटी में वृद्धि होती है। कहने का आशय यही है यदि शरीर साथ दे, तो बात बनती चली जाती है अन्यथा…
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बालो का गिरना कैसे रोके ? How i regrow my hair ? 7 दवाओं से करें उपचार…
गीले बालों में तेल न लगाएं, न कंघी करें। आयुर्वेदिक शेम्पो अमृतम भृङ्गराज हेयर थेरेपी का तीन माह उपयोग करें। ओर भी अन्य उपाय जाने- अगर शरीर में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन न हो तो मसल्स और हड्डियों के अलावा स्किन और बाल से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं… बालों का कमजोर होना, टूटना…
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स्वस्थ रहने के सूत्र क्या है?
अमृतम सुखी जीवन के लिए निम्नलिखित नियमों पर चलने या इन्हें अपनाने का प्रयास करें आयुर्वेद के यह 22 सूत्र आपको ताउम्र स्वास्थ्य रख सकते हैं– 1. सुबह उठ कर खाली पेट अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए यदि गुनगुना पानी पियें,तो और भी लाभकारी होता है । 2. पानी हमेशा ऐसे पियें, जैसे खा रहे हो…
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आयुर्वेदिक औषधि ‘द्राक्षावलेह’ के लाभ क्या हैं?
द्राक्षावलेह द्राक्षा अर्थात मुनक्के से निर्मित किया जाता है। इसमें त्रिकटु, चतुरजात आदि मिलते हैं। रस तन्त्र सार व सिद्ध प्रयोग संग्रह के मुताबिक यह अवलेह यानि माल्ट पित्त दोष, अम्लपित्त, एसिडिटी, जलन, दाह, कामला, सूजन/शोथ, थायराइड, भय-भ्रम, सिरदर्द, पुरानी कब्ज, बद्ध कोष्ठ, अतिसार, अरुचि, भूख न लगना, मन्दाग्नि, खूनी बवासीर, रक्तार्ष की जलन आदि…
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गर्मी और बरसात में ज्यादा परेशान करती है- खूनी या बादी बवासीर।
एक अद्भुत आयुर्वेदिक औषधि, जो ~11~ तरह से फायदेमंद है- अर्श से होते हैं अनेकों नुकसान…. ■ पाइल्स के कारण मन-मस्तिष्क का संतुलन बिगड़ जाता है। ■ बवासीर मानसिक स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित कर देता है। ■ बवासीर-बर्बाद कर दे-तकदीर… पाइल्स से पीड़ित पुरुष या स्त्री चलने-फिरने में असहजता अनुभव करते हैं। बवासीर होने के…
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जीवन जीने के लिए दूरदृष्टि होना जरूरी है।
नेत्रों का सम्पूर्ण उपचार और पाएं…. १८-अट्ठारह परेशानियों से मुक्ति कम दिखाई देना, लालिमा आना या लाल आंख एक या दोनों आंखों में हो सकती है इसके अनेक कारण हैं जिनमें निम्न लक्षण सम्मिलित हैं- 【१】आंखों में सूजन 【२】कम दिखना 【३】माइग्रेन आधाशीशी का दर्द 【४】आंखों में लाली 【५】नेत्रों में थकान, तनाव 【६】आंखों में सूखापन यानि…
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आइए जानते हैं- सेक्स क्या है?
कामसूत्र में भरा है काम का ज्ञान…. कामदेव ने स्त्रियों और पुरुषों के लिए जीवन के चार जरूरी आयाम बताए हैं। सुखमय वैवाहिक जीवन के लिए प्रत्येक नर या नारी को काम/सेक्स के विषय में जानना जरूरी है। {१} सेक्स से स्वास्थ्य के लाभ {२} क्यों जरूरी है काम/ सेक्स ? {३} सेक्स के आसान…
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आयुर्वेदिक भस्म, जो रोगों को जड़ से कर दे-भस्म!
स्वस्थ्य, शतायु रहने के लिए-भस्मों का उपयोग आवश्यक है- जीर्ण-शीर्ण, असाध्य तथा अज्ञात बीमारियों का आयुर्वेद में जड़ीबूटियों, क्वाथ, काढ़ा चूर्ण, चटनी, माल्ट, सिरप के अलावा रस-भस्मों से उपचार किया जाता है। आयुर्वेद के प्राचीन सन्दर्भ शास्त्र- आयुर्वेदिक संस्कृत के प्राचीन अमृतम ग्रन्थ जैसे- अनुपान तरंगिणी, निघण्टुरत्नाकर, बृहद-योगतरंगिणी, बंगसेन सहिंता तथा रसतन्त्र सारः व सिद्ध योगसंग्रह प्रथम…
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आयूर्वेदाचार्य महर्षि चरक ने ५००० हजार साल पहले ही खोज लिए थे 88 प्रकार के वातविकार- अमृतम के इस ब्लॉग में अर्थ सहित जानिए.. ८८-वात रोगों के नाम-काम-
वायु ही समस्त चराचर जीव-जगत को चलायमान रखती है। फुर्ती-स्फूर्ति देना, बोलना, सुनना एवं जीवन को जीवन्त बनाये रखना वायु का ही कार्य है। वायु या वात के दूषित, अंसतुलित होने से अनेकों वातव्याधि, उदररोगों से घिरकर बर्बाद हो जाता है। बिगड़ा वात, बात-बात पर गुस्सा, भय-भ्रम, चिन्ता, तनाव, कर्महीनता, कामहीनता (सेक्सुअल वीकनेस), महिलाओं में मोनोपॉज, मासिक धर्म आदि समस्याओं को…