Tag: आयुर्वेद
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अमॄतम-क्यों करता है-रोगों का काम खत्म…
सुश्रुत संहिता में आयुर्वेद को अथर्ववेद का उप-अंग कहा गया है- अथर्ववेद मानव की उत्पत्ति से भी पहले उपजा होने के कारण- हिन्दू धर्म के चारों वेदों में यह चौथा पवित्र ग्रन्थ है। इसमें गृहस्थ-आश्रम अर्थात वैवाहिक जीवन में पति-पत्नी, परिवार का पालन, कर्त्तव्यों विवाह के नियमों तथा मान-मर्यादाओं का उल्लेख है। इसे ब्रह्म वेद भी कहते हैं। !!ये त्रिषप्ताः परियन्ति!! अथर्ववेद…
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सर्दी-खांसी, जुकाम, सांस लेने में दिक्कत के अलावा कोरोना के ओर भी लक्षण हैं।
अर्थात- विद्या से बड़ा कोई बंधु नहीं, व्याधि जैसा कोई शत्रु नहीं, पुत्र जैसा स्नेह नहीं और दया से श्रेष्ठ कोई धर्म नहीं। तन-मन-वतन का कोना-कोना साफ रखें…. कोई भी पीली धातु सोना हो या न हो, लेकिन अब पता नहीं कौन सी बीमारी कोरोना निकल आये। जब चिकित्सक भी चक्कर खा गए… यूरोप के डॉक्टरों ने बताया है कि- कोरोना…
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गुग्गुल- एक अद्भुत प्राकृतिक हर्ब
अमृतम गुग्गुल एक अद्भुत प्राकृतिक हर्ब गुग्गल को पेड़ों का पसीना भी कहते हैं । यह पुराने वृक्ष के ताने से गाड़ा रस तरल पदार्थ के रूप में बहता रहता है । इसी चिपचिपे पानी को इकट्ठा कर सुखा लेते हैं । गुग्गल को शुध्द कैसे करें ओषधि हेतु उपयोग करने से पहले इसे त्रिफला…