Tag: आयुर्वेद
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औषधि जूस घर में निकाल कर ही पियें….
गिलोय, जामुन, तुलसी, एलोवेरा इनके घर में बनाये या निकले हुए ताजी जूस-रस को ही पीना चाहिए। बाजार से खरीदे गए जूस अत्याधिक हानिकारक है। पैक जूस को सुरक्षित रखने के लिए इसमें बहुत अधिक मात्रा में रसायनिक तत्व मिलाए जाते हैं। ये प्रिजर्वेटिव आँतों एवं यकृत को अत्यंत नुकसान पहुंचाने वाले होते हैं। इन…
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गुड़ के 30 फायदे जानकर आप खाने को मजबूर हो जाएंगे। जाने क्यों…
गुड़ शरीर के 100 अवगुण दूर करता है। गुड़ में अनंत गुण होने के कारण आदर्श निघण्टु ग्रन्थ में इसकी महिमा अपार बताई है। गुड़ देह को दुर्गुण से बचाता है। गुड़ -एक गुणकारी औषधी Jaggery – an Amrutam medicine गुड़ एक असरदायक औषधि है। गुड़ गुणों की खान है। यह उदर के गुड़ रहस्यों-रोगो…
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भूलने की बीमारी भाड़ रही हो, तो इस लम्बे लेख को धैर्य के साथ आरलम से पढ़ें…
बार-बार भूलने की आदत, याददाश्त की कमी आदि मस्तिष्क विकारों को अंग्रेज़ी चिकित्सा में अल्जाइमर रोग Alzheimer’s Disease कहलाता है। इसका नाम एक मस्तिष्क वैज्ञानिक अलोइस अल्जाइमर पर रखा गया है, जिन्होंने सबसे पहले इस रोग का शोध करके विवरण दिया। आयुर्वेद की और देख रही दुनिया…. पूरे विश्व के लोग अब एलोपेथिक चिकित्सा से…
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लकवा या पक्षाघात यानी पैरालाइसिस पांच प्रकार के होते हैं ………
अमृतम आयुर्वेद के अनुसार लकवा-पक्षाघात पांच के प्रकार के होते हैं — लकवा को पैरालाइसिस भी कहते हैं। आयुर्वेद के ग्रन्थ चरक सहिंता में यह 88 तरह वात विकारों में एक बताया है। आयुर्वेद में ८८ वतव्यधियों के लिए ८८ प्रकार की औषधि, जड़ीबूटियों का वर्णन है। अष्टाङ्ग ह्रदय, शारीरिक विज्ञान व चिकित्सा, चरक सहिंता,…
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हिलते हुए दांत, कमजोर मसूड़े और मुंह को मजबूत बनाने के कुछ घरेलू उपाय बताएं हैं……
आयुर्वेदिक ग्रन्थ आयुर्वेद सार संग्रह, अष्टाङ्ग ह्रदय, आयुर्वेद चंद्रोदय आदि किताबों में दांत-मसूड़ों को मजबूत बनाने के कुछ घरेलू उपाय बताएं हैं- जिन्हें आजमाकर देख सकते हैं। निम्नलिखित ये 15 उपचार आपके दांतों को राहत दे सकते हैं। 【1】पेस्ट छोड़कर नीम, बबूल की दातुन करें। 【2】आयुर्वेदिक ओषधि युक्त डेन्ट की मंजन amrutam Dentkey manjan तनिष्का (अग्नितत्व) उंगली…
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आयुर्वेद में फैटी-विकृत लिवर का इलाज…………
लिवर की कोशिकाओं में अधिक मात्रा में फैट जमा होने से लीवर में सूजन आने लगती है या यकृत का साइज बढ़ जाता है। फैटी यकृत के लक्षण….. ■ पेट के दाएँ भाग के ऊपरी हिस्से में दर्द ■ वजन में गिरावट ■ कमजोरी महसूस करना ■ आँखों और त्वचा में पीलापन दिखाई देना ■…
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आयुर्वेद में सोना ————
आयुर्वेद के मुख्य ग्रंथ भावप्रकाश निघण्टु मैं बातों की संख्या 7 बताई गई है ! जिसमें सोना चांदी तांबा रांगा जस्ता शीशा और लोहा यह सा धातु पर्वत में उत्पन्न होने खान से निकलने वाले हैं ! यह सप्त धातु मनुष्य के कृशता निशर्लता बुढ़ापा रोग नपुंसकता आदि अनेक रोगों को दूर कर मस्तिष्क देह…
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पेट में हो रोग तो काहे का भोग ——
एक कहावत है… कि जब पेट में हो रोग तो काहे का भोग वह का आशय भोजन के भोग से है! हमारा पेट साफ रहे इसलिए व्रत उपवास का विधान हमारे शास्त्रों ने बताया है 7 दिन में 1 दिन का उपवास हमारे पेट के अनेक रोगों का नाश कर जटा रागनी जागृत करता है!…
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क्या आयुर्वेद द्वारा भी केंसर से मुक्ति सम्भव है? जाने सटीक इलाज
कैंसर से मुक्ति के आठ उपाय नीचे पढ़ें। रोगप्रतिरोधक क्षमता की कमी, कमजोरी के कारण ही देह में कैंसर जैसे असाध्य रोग पैदा होते है। सबसे पहले अमृतम द्वारा निर्मित डिटॉक्स की क्वाथ का काढ़ा बनाकर दिन में दो बार लेवें- ताकि शरीर की शुद्धि हो सके। रोगनिदान ग्रन्थ, माधवनिदान, आयुर्वेद चिकित्सा आदि किताबों में…
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नई उम्र की लड़कियाँ शिकार हैं- इस गुप्त रोग से
महिलाओं होने वाली पीसीओडी के क्या कारगर घरेलू उपचार या आयुर्वेदिक वयोग है? इसे जड़ से कैसे खत्म करें- केवल महिलाओं के लिए एक खास जानकारी। यह महिलाओं खासकर कम उम्र की लड़कियों को होने वाला खतरनाक रोग है। आयुर्वेद में स्त्रियों का गुप्तरोग बताया है। आज नई उम्र की लड़कियों के चेहरे पर बालों…