Tag: ऑनलाइन

  • बालों का झड़ना रोकने के लिए बालों में क्या लगाएं?

    बालों का झड़ना रोकने के लिए बालों में क्या लगाएं?

    22 जड़ीबूटियों से निर्मित आयुर्वेद की सर्वश्रेष्ठ ओषधि कुन्तल केयर हर्बल स्पा का करें उपयोग कुन्तल केयर शुद्ध अयुर्वेदिक ओषधियों का काढ़ा है। इसे बालों में लगाकर सुखाएं ओर एक घण्टे बाद धोएं। आयुर्वेद के नियमानुसार देह में त्रिदोष के प्रकोपित होने से अनेक त्वचा रोग पनपने लगते हैं। अतः त्रिदोष की चिकित्सा जरूरी है।…

  • क्या सुंदरता की कोई परिभाषा भी है?

    क्या सुंदरता की कोई परिभाषा भी है?

    आयुर्वेद और अध्यात्म का मानना है कि खूबसूरती तप-योग, साधना करने के साथ-साथ सरल-सहज, निर्विकार, निर्विवाद, निर्विचार, निर्विकल्प और निरोग होने से बढ़ती है। सुंदरता मन की भी होती है और तन की भी। यदि अंदर से पवित्रता आ जाये, तो मुखमण्डल अपने आप चमकने लगता है। कहा भी है-तेरा साईं तुझमें है। वही सबसे…

  • देश की आन-बान-शान……

    देश की आन-बान-शान……

    पूर्णतः बाग रहित क्षेत्र, किन्तु बागियों से भरा यह स्थान देश-दुनिया भर में बहुत प्रसिध्द है  । यहां बाग कम, बागी ज्यादा पाए जाते हैं  । सदियों से डकैत और बागी भिंड-मुरैना की पहचान है भिण्ड जिले का हर आदमी   भिड़ने-लड़ने  पर विश्वास करता है ।  कभी-कभी, तो   “आ बैल मोये मार”   …

  • शरीर,पेशाब एवं तलाबों में जलन का उपाय…

    शरीर,पेशाब एवं तलाबों में जलन का उपाय…

    देह में पित्त की वृद्धि या पित्त के असन्तुलित होने से शरीर के कुछ हिस्सों में जलन का अनुभव होता है। स्वभव चिड़चिड़ा होने लगता है। किसी भी कम को ठीक ढंग से या मन से करने की इच्छा नहीं रहती। जलन दूर करने वाले 4 उपाय— 【1】अतः सुबह खाली पेट अमृतम गुलकन्द जल या…

  • ज्यादा सोचने से होती हैं अनेक बीमारियां….

    ज्यादा सोचने से होती हैं अनेक बीमारियां….

    ज्यादा सोचना ओर कुछ कर नहीं पाना, तनाव का आरम्भ है। शास्त्रों में कहा है कि- ‘चिता चिंता एक समान’ हैं। बेकार की अधिक सोच हमारे मन-मस्तिष्क में दीमक लगाकर हमें मनोरोगी बना देती है। हमारे शरीर के अन्य रोग भी सोचने की वजह से ही होते हैं। अति सोच से दिमाग सुन्न होना, बातें भुल…

  • लिवर की चमत्कारी बूटी- भुइँ आँवला….

    लिवर की चमत्कारी बूटी- भुइँ आँवला….

    भुई निम को भूमि आंवला, भू आमला भी कहते हैं। आयुर्वेद के प्राचीन ग्रन्थ भावप्रकाश के गुडुच्यादी वर्ग की यह प्रसिद्ध बूटी है। बंगाली में- भुइ आम्ला कन्नड़ में- किरूनिल्ले तमिल में- नेल वुसरि गुजराती में- भोयँ आंवली मराठी में- भुई आमलकी लेटिन भाषा में- फाइलैंथस निरूरी कहते हैं। प्रायः बरसात के समय सभी जगह…