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  • जैन धर्म में मिच्छामि दुक्कड़म का मतलब क्या है?

    जैन धर्म में मिच्छामि दुक्कड़म का मतलब क्या है?

    यह धार्मिक संप्रदाय जैन धर्म(Jainism) की क्षमावाणी परंपरा है। आज संवत्सरी पर्व या पर्यूषण पर्व के अंतिम दिन देश-दुनिया के प्राणियों को “मिच्छामी दुक्कड़म” कहकर पूर्व में हुई भूलवश गलतियों के फलस्वरूप मिच्छामी दुक्कड़म” एक सामुदायिक तरीके से व्यक्तिगत माफी की औपचारिकता है। यह मानवीय करुणा को बढाने का एक माध्यम है। इसमें एक संपूर्ण…