Tag: दृष्टि
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साइकिल चलाओ और तन्दरुस्त बनो!
कल, कलदार और क्लेश से दुनिया परेशान है। भविष्य में क्या होगा?… इसी चिंता में विश्व की एक चौथाई जनसँख्या बीमार है। सायकल चलाने वाले अंकल को……. कल की कोई फिक्र नहीं रहती। क्योंकि सायकल चलाकर वह तन्दरुस्त रह सकता है। बचपन में साइकिल चलाने के मजे, जवानी में ना जाने कहाँ खो जाते हैं।…