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  • क्या सुंदरता की कोई परिभाषा भी है?

    क्या सुंदरता की कोई परिभाषा भी है?

    आयुर्वेद और अध्यात्म का मानना है कि खूबसूरती तप-योग, साधना करने के साथ-साथ सरल-सहज, निर्विकार, निर्विवाद, निर्विचार, निर्विकल्प और निरोग होने से बढ़ती है। सुंदरता मन की भी होती है और तन की भी। यदि अंदर से पवित्रता आ जाये, तो मुखमण्डल अपने आप चमकने लगता है। कहा भी है-तेरा साईं तुझमें है। वही सबसे…