Tag: वराहेश्वर
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काशी के खोए हुए दुर्लभ स्वयंभू शिवालय..
स्वयम्भू-व्याघेश्वर के दक्षिण में स्वयंभू शिवलिंग है तथा वहीं उसके पूर्व ज्येष्ठ स्थान में एक शिवलिंग ओर का था। उसके पश्चिम में पंचचूड़ा द्वारा स्थापित एक शिवलिंग, दक्षिण में प्रहसितेश्वर थे और उत्तर में वासेश्वर। वहीं चतुःसमुद्र नामक एक कूप है। दण्डीश्वर शिवलिंग– चतुःसमुद्र कूप के उत्तर में तथा व्याघ्रश के दक्षिण में। उसके उत्तर में दण्डखात नामक एक तालाब है जिसमें स्नान…