Tag: स्मृति
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विधि-विधान से करें मन्त्र जाप, तो मिलेंगे चमत्कारी परिणाम!
तमोगुण तथा रजोगुण से भरा मन ही दुर्मन कहा जाता है। मन्त्र जाप से सतोगुण में वृद्धि होती है। अवसाद या डिप्रेशन मिटता है। बिना विधान के जपे मन्त्र भूत पूजा कही जाती है। बिना गुरु-मुख का मन्त्र जाप फलीभूत नहीं होता। अतः आप जो मन्त्र अपनी किसी कामना पूर्ति के लिए जपना चाहते हैं…
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चारों वेदों की रचना या खोज किसने की, उन मन्त्रदृष्टा मुनि-महर्षियों के नाम किस पुराण में लिखे हैं!
बहुत कम लोग जानते हैं कि हमारे वेदों की रचना मन्त्रदृष्टा ऋषियों द्वारा हुई। भारत के इन महान 92 महर्षियों ने अपने तप-ध्यान योग से आंख बंद करके जिन वेदमन्त्रों को देखा या साक्षात्कार किया, उसे बाद में अपने शिष्यों को बताया। मन्त्रदृष्टा ऋषि अर्थात दूरदर्शन द्वारा मंत्रों के दृष्टा कहे जाते हैं। ऋषि शब्द…