B Feral Malt

जवानी में ही पतला पानी…कारण वातरोग

कभी लव रोग-भोगी, जवानी में… ..  प्यार-मोहब्बत के दर्द से दुखी होकर गुनगुनाते थे 

सुहानी चान्दनी रातें हमें सोने नहीं देती,  तुम्हारे प्यार की बातें हमें सोने नहीं देती।

अब जिगर दर्द नहीं, कमर दर्द का जमाना है, तो रोगी वात-विकार से लाचार होकर चिल्लाते हैं और पूरी रात सो नहीं पाते। कहतें हैं….

वात-विकार की यादें हमें सोने नहीं देती

जवानी में ही पतला पानी….
जवानी के दिनों में यदि पुरुषार्थ या कामेच्छा की कमी हो जाए, तो समझे कि आप कहीं न कहीं शरीर में वात विषम हो रहा है। आप वात रोग से पीड़ित हैं। इसलिए इसकी प्राकृतिक चिकित्सा तत्काल करनी चाहिए। 

सेक्सुअल प्रॉब्लम के लिए अतिशीघ्र
बी फेराल गोल्ड माल्ट 2 से 3 महीने
तक दिन में 2 से 3 बार गर्म दूध के साथ
लेना शुरू कर दें, नहीं तो पचास तक
पहुँचते-पहुँचते खल्लास हो सकते हैं।

वात की बीमारियां सहवास/सेक्स की इच्छा का एहसास को खल्लास कर देती हैं। इसका कारण वायु का प्रकोप ही है!

आयुर्वेद शास्त्रों में 88 प्रकार के थायराइड/ग्रंथिशोथ/जोड़ों व कमर की तकलीफ/गांठे होना आदि वात रोग/अर्थराइटिस जैसे रोग वायु के विषम होने से पैदा हो जाते हैं।

क्या कारण हैं अर्थराइटिस/वात रोग के-

अमृतम आयुर्वेद ग्रंथों में उल्लेख है कि-

● पेट की खराबी,
● पाचन तंत्र की गड़बड़ी,
● चयापचय/मेटाबोलिज्म के बिगड़ने से उदर में गैस बनने लगती है।
● कब्जियत होने से पेट में मल सड़ने लगता है।
● वायु रोग उत्पन्न होने लगते है।
● यह उदर वायु/गेस बनकर जब बाहर नहीं निकल पाती है, तो शरीर की कोशिकाओं, अवयवों और रक्त नाडियों को दूषित तथा बाधित कर देती है।

● इसकी वजह से पूरे शरीर में दर्द होने लगता है।
थायराइड की शुरुआत-
उपरोक्त तकलीफों पर समय रहते ध्यान
नहीं देने के कारण फिर:-
● थायराइड,
● सूजन,
● अकड़न, जकड़न होने लगती है।
● भूख खत्म हो जाती है।
● खून की कमी होने लगती है।
● यूरिक एसिड बढ़ने लगता है।
● याददास्त कमजोर होने लगती है।
● रात में समय पर नींद नहीं आती।
● स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है।
● शरीर में सुन्नपन आने लगता है।
● हाथ-पैरों में कम्पन्नता होती रहती है।
● कम उम्र में ही बुढापा दिखने लगता है।
● और भी अनेक वात की बीमारियां पैदा होती हैं।
● वात से रात खराब हो जाती है।

● नींद पूरी नहीं होती।

● चिड़चिड़ाहट, गुस्सा, क्रोध उत्पन्न होता है।

● व्यक्ति सदा तनावग्रस्त रहता है।

● वात रोग हालात बिगाड़कर तन को हर तरीके से बर्बाद करने में कसर नहीं छोड़ता।

क्या करें..

ऑर्थोकी गोल्ड माल्ट एवं केप्सूल

थोड़े से दर्द होने पर दूध के साथ लगातार लेना शुरू कर दें। 

★ यह आयुर्वेद का एनर्जी बूस्टर है। 

★ इम्युनि पॉवर तेजी से बढ़ाता है।

★ ८८ तरह के वात रोगों को जड़ से मिटा देता है।

आर्थिकी गोल्ड माल्ट और कैप्सूल में आयुर्वेद की बहुमूल्य ओषधियों का समिश्रण है। जैसे- 

∆ स्वर्ण भस्म

∆ वृहत वात चिंतामणि रस (स्वर्णयुक्त)

∆ योगेंद्र रस (स्वर्णयुक्त)

∆ रसराज रस (स्वर्णयुक्त)

∆ शुद्ध शिलाजीत

∆ शुद्ध गूगल  आदि 55 औषधियों का समावेेेश है।

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