दुनिया में शराब एक ऐसा पेय पदार्थ है जिसे पीने के बाद आदमी अर्थ का अनर्थ कर सकता है! शराब समाजवादी प्रकृति होती है!
गम में घबराकर, खुशी में कुछ भी मिलाकर, तो
कभी दारू को अकेला देखा, तो तरस खाकर पी गए।
अमृतम पत्रिका, ग्वालियर! amrutam.global
शराब न होती, तो शायद दुनिया इतनी खराब न होती
दूध से एक बार दस्त लग सकते हैं। लेकिन दारू से कभी नहीं।दारू दो शब्दों से मिलकर बना हुआ एक पवित्र वाक्य है। दा+रू = दारू…..अर्थात जो रू मतलब देह में… दाह यानी अग्नि, ऊर्जा, शक्ति, पावर भर दे उसका नाम दारू है।
कोई भी शराब बुरी नहीं होती अशोक।
बस, किसी को ढंग से पीना नहीं आता।
Precious Evening Glass ये पेग का फुल्फॉम है।
अमीरों के लिये wine शान का प्रतीक है! और गरीब की इसमें जान होती है! मजदूर आदमी बिना शराब के जी ही नहीं सकता! अनपढ़ इंसान भी दारु के २ पेग लगाकर अंग्रेजी बोलने लगता है!शादी विवाह समारोह में कॉकटेल पार्टी कर अतिथियों का सम्मान किया जाता है! शराबियों का मान बढ़ाती है!
देवी देवताओं की पसंद दारु
उज्जैन, दिल्ली के भैरोनाथ मन्दिर और अनेक माँ महाकाली की शक्तिपीठ में दारु का दान करने की परम्परा पुरानी है! लगता है देवी~देवताओं को भी शराब से लगाव है!
शराब का प्रभाव ~दुष्प्रभाव
दारू आशिकों के दिल में लगे घाव को ठीक करने में मददगार है! तनावग्रस्त व्यक्ति के लिये अमृत है और यदि ज्यादा पी ली, तो तन की नाव डूबाकर लिवर में घाव पैदा कर सकती है!बड़े शहर, मेट्रोन सिटी से लेकर हर गांव में शराब पीने का प्रचलन प्राचीन काल से है दारू पीकर बहकने वाले को शराबी कहते हैं! देशी उपायों में सर्वाधिक खपत देशी दारू की है। दारू भी दवा है और दिल दिमाग को राहत देती है। टूटे दिल वाले बीयर बार में जाकारो रुपए का बिल देकर राहत पाते हैं।
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