प्यार में धोखा और मौका दोनो मिलते हैं। जिन्हे मौका मिल जाता है है उनका दिल लौंका नहीं लेता। ठोका लगाकर आगे बढ़ने वाले प्रेमियों की बहुत इज्जत भी होती है। जो लोग रोका के चक्कर में पड़कर सही से दाल में डालकर छोंका नहीं लगा पाते वही प्रेमी प्यार को धोखा कहकर बदनाम करते हैं। धोखा का मतलब है तुरंत धो और खा।
प्यार में पलंग ज्यादा टूटते हैं दिल कम। दिल टूटने को धोखा कहते हैं और किसी ने हम बिस्तर होकर पलंग तोड़ दिया उसे मौका कहते हैं।
एक सच्चा आशिक अपनी गर्लफ्रेंड से निस्वार्थ प्यार करता रहा और किसी कारण वश उससे शादी न हो सकी। हालांकि प्रेमिका ने अकेले में घर पर बुलाकर अनेक मौके दिए। लेकिन प्रेम पुजारी इस ऑफर को समझ नहीं पाया।
अन्त में लड़की की शादी अन्य जगह हो गई। और करीब 7 साल बाद एक दिन भावुक होकर लड़के ने अपनी पुरानी प्रेमिका को फोन लगाया और प्रेम एक पूजा है।
हालचाल पूछकर लड़के ने बताया की कभी गुनाहों का देवता नमक उपन्यास पढ़ना। इसमें इश्क के त्याग की चर्चा है। प्रेम में ईश्वर का वास होता है आदि बहुत सी बाते एक घंटे तक करता रहा।
प्रेमिका ने कहा कि आज मेरे पति घर पर नहीं रात को हम साथ में खाना खायेंगे और कहीं घूमने चलेंगे, तो महाशय बोले, की दो दिन बाद आ जाऊंगा। आपके पति के साथ भोजन करेंगे।
बात खत्म होने के बाद प्रेमी ने शादीशुदा पूर्व प्रेमिका से इमोशनल होकर i Love You बोला, तो लड़की बोली! तुमरे जैसा मूर्ख दूसरा कोई आदमी नहीं देखा। तुम 5 साल तक मात्र आई लव यू करते रहे और आज भी फिर वही बोल रहे हो।
तुम बस यहीं पर अटके रहना मेरे बच्चे अब स्कूल भी जाने लगे हैं।
प्यार का सार बस इतना है कि मोका लगे तो मन को समझ कर स्तन दबाव और तन का पतन कर दो। ऑफर और मौका का लाभ न लेने वाले प्यार को धोखा कहते हैं।
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