क्या स्त्री के चरित्र ( स्वाभाव ) को जाना जा सकता है !!
जीवन में बहुत ही मुश्किल काम है – इत्र, चित्र, मित्र और चरित्र का आंकलन करना।
शुद्ध रूह चंदन और रूह गुलाब की कीमत लाखों रुपए प्रति लीटर होती है।
किसी चित्रकार द्वारा बनाया गया चित्र करोड़ों में बिक जाता है।
स्त्री का चरित्र अरबों में भी न बिके और दिल आ जाए, तो वह सब कुछ न्योछावर कर सकती है।
औरत चाहे, तो नाली में पड़े एक शराबी के साथ जीवन गुजार दे अन्यथा बिलगेट्स को भी ठुकरा देते।
मित्र की जहां तक बात है, तो प्रसिद्ध साहित्यकार श्री रामकृष्ण शुक्ल ने लिखा था कि अच्छा मित्र मिल जाए,
आचार्य चरक के अनुसार सबसे बड़े दोस्त हमारे दोनो हाथ हैं। इन्हे जब चाहो मिला लो और दूसरा साथी हमारा स्वास्थ्य है।
अस्वस्थ व्यक्ति ही अनेक तरह की उल जुजूल बातों का चिंतन करता है। खा गया कि स्वास्थ्य है, तो 100 साथ हैं अन्यथा अंधेरी रात है।
बीमार आदमी को कोई पत्ते या पात पर रखकर भात नहीं खिलाता। अच्छी हेल्थ के लिए नीचे दी गई लिंक को क्लिक कर पढ़ें और अपनी आदत बनाएं। क्योंकि रोगी की बीबी हमेशा रोटी मिलेगी और उसका चरित्र भी खराब हो सकता है।
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