प्राथमिक सात सुख कौन से हैं?

सुख का संबंध हमारे दिमाग से है। अगर बुद्धि स्थिर ओर क्रियाशील रहेगी, तभी हम कह सकते हैं – पहला सुख निरोगी काया। शास्त्रों में आठ तरह के सुखों का वर्णन मिलता है। लेकिन पहला सुख मानव मष्तिष्क में ही छुपा बैठा है। चरक सहिंता की माने, तो कोई भी बीमारी होने पर सबसे पहला असर हमारे दिमाग पर होता है और कोई भी दवा लेने पर भी सबसे पहले वह दिमाग के हिस्से पर ही प्रभाव डालती है।कहते हैं कि

मन चंगा, तो कठौती में गंगा।

  • कुल मिलाकर रोग कोई भी हो, सर्वप्रथम वह दिमाग को कमजोर करता है। फिर अनेक बीमारियों को आमन्त्रित करता है।
  • याददाश्त को प्रभावित कर अवसाद, डिप्रेशन, मानसिक चिंता, भय, भ्रम आदि अनेक मनोरोग हमारी स्मृति में आकर जगह बना लेते हैं।
  • मन प्रसन्न हो, दिमाग कार्यशील ओर याददाश्त अच्छी हो, तो बीमारियां आपको छू भी नहीं सकती। आयुर्वेदिक औषधियां मनोबल बढ़ाकर आत्मविश्वास बढ़ाती हैं।
  • महर्षि सुश्रुत ने एक श्लोक में कहा है कि जटामांसी, ज्योतिष्मति, शंखपुष्पी, ब्राह्मी, स्मृतिसागर रस, जवाहरमोहरा स्वर्णयुक्त, स्वर्ण भस्म, चांदी भस्म, आदि औषधियां मानव श्रुति स्मृति में जमे कीटाणुओं को नष्ट कर दिमाग को धारदार बना देती हैं।
  • आयुर्वेद के इस संस्कृत श्लोक पर आधुनिक वैज्ञानिकों का बहुत भरोसा बढ़ा है।

साकं यक्ष्म प्र पत. चाषेण किकिदीविना।

साकंवातस्य ध्राज्या, साकं नश्य निहाकया।।

  • अर्थात हे (यक्ष्म) रोग! मानसिक विकार! तुम नीलकण्ठ, बाज, वायु और गोह के समान रोगी के शरीर से ओर स्मृति से शीघ्र दूर हो जाओ।
  • आयुर्वेद की ब्रेन को चैन देने वाली दवाएं ओषधियां बुद्धि वर्धक, तो हैं हीं साथ यह दिमाग की सफाई कर भाग्य की तरंगे उत्पन्न करती हैं।
  • अतः ये भाग्योदय कारक भी होती हैं, इन्हे सुबह रोज लेने से डिप्रेशन दूर ओर मन प्रसन्न रहता है।
  • चक्रदत्त के अनुसार हरड़ मुरब्बा, आवंला मुरब्बा, गुलाब, खस, गुलकंद, नीलगिरी आदि युक्त स्मृति सागर रस के उपयोग से अहम यक्ष्मस्य यानि रोग की आत्मा उसी प्रकार (नश्यति) नष्ट होती है (यथा) जैसे मृत्यु से जी नष्ट हो जाता है।
  • अर्थात् ओषधियाँ रोगों को इस तरह नष्ट करती हैं कि पुन: किसी भी प्रकार पनप नहीं पाते।

यस्यौषधीः प्रसर्पथाड्.गमड्ं. परुष्परुः।

ततो यक्ष्मं वि बाधध्व, उग्रो मध्यमशीरिव।।

  • हे ओषधियो! तुम (यस्य) जिसके (अड्. गमड्.गम्) अंग-अंगमें (परुष्परु:) गाँठ-गाँठ में (प्रसर्पथ) फैल जाती हो, मस्तिष्क इर दिमाग की धमनियों के प्रत्येक अड्ग से तथा मस्तिष्क प्रत्येक जोड़ से उसी प्रकार रोगों को दूर कर देती हो, जिस प्रकार शक्तिशाली राजा चोर को देश से बाहर निकाल देता है।
  • अर्थात् ओषधियाँ शक्तिशाली राजा हैं और रोग चोर हैं। चोर राजा के सामने नहीं टिक सकता।
  • अतः प्रतिदिन बुद्धि वर्द्धक ओर दिमाग को शक्तिदायक आयुर्वेदिक खुराक लेने की आदत बनाने से बुढापे में रोग मुक्त रहेंगे

जाने माइंड डाइट ब्रेन की के फायदे

  1. उपरोक्त देशी दवाएं याददाश्त बढ़ाने का आसान उपाय हैं। ये मन की मजबूती के स्टार गिरने नहीं देती।
  2. डिमेंशिया, अल्जाइमर्स जैसी दिमागी बीमारियों से बचाती हैं आयुर्वेदिक की खास डाइट। रोजाना बहोजन पूर्व लेने से डिमेंशिया, अल्जाइमर्स, कमजोर याददाश्त और मस्तिष्क से जुड़ी विभिन्न बीमारियों के खतरों को कम किया जा सकता है।
  3. शिकागो स्थित रश यूनिवर्सिटी की न्यूट्रिशनल एपिडेमियोलॉजिस्ट क्लेयर मॉरिस ने ऐसी ही आयुर्वेदिक डाइट ज्योतिष्मति, शंखपुष्पी, ब्राह्मी, स्मृतिसागर रस, जवाहरमोहरा स्वर्णयुक्त, स्वर्ण भस्म, चांदी भस्म युक्त दवाएं लेने की सलाह दी है।
  4. इसे हर्बल माइंड (MIND) डाइट का नाम दिया गया है। यह डाइट न केवल न्यूरो डीजेनरेशन को रोकती है बल्कि मस्तिष्क के काम करने की क्षमता को भी दुरुस्त रखती है।
  5. ब्रेन डाइट की खासियत यह है कि इसे रोजाना के भोजन में शामिल करने से आपको दिमागी परेशानियों से राहत मिलेगी।
  6. ब्रेन माइंड डाइट में पोषक तत्वों से युक्त पदार्थों को दिन भर के भोजन में एक निश्चित मात्रा में शामिल किया जात है।
  7. भोजन में देशी दवाओं के साथ पत्तेदार सब्जियां: 100 ग्राम अन्य सब्जियां 60 से 80 ग्राम रोज।
  8. साबुत अनाज: लगभग 30 ग्राम रोज नट्स: लगभग 20 ग्राम प्रतिदिन। सप्ताह बीन्स एवं दालेंः 25 ग्राम तक रोज लेवें।
  9. आप उपरोक्त दवाओं को घर पर नहीं बना सकते इसीलिए ब्रेन की गोल्ड माल्ट ओर टेबलेट के रूप में उपलब्ध है।
  10. ब्रेन की में त्रिफला, कालीमिर्च, इलायची, नागकेशर, हरड़ मुरब्बा, आवंला मुरब्बा, गुलाब, खस, गुलकंद, नीलगिरी ज्योतिष्मति, शंखपुष्पी, ब्राह्मी, स्मृतिसागर रस, जवाहरमोहरा स्वर्णयुक्त, स्वर्ण भस्म, चांदी भस्म आदि घटक द्रव्यों का मिश्रण से निर्मित किया है।
  11. ब्रेन की आयुर्वेद की 5000 साल प्राचीन पध्दति के मुताबिक 35 दिन में तैयार किया जाता है और यह पूर्णतः हानि रहित है। डिमांड को डिटॉक्स करता है।
  12. मुरब्बा गुलकन्द ओर मसाले मील होने से यह बहुत स्वादिष्ट और जायकेदार ओषधि है। इसे बच्चे, बुजुर्ग, स्त्री पुरुष कोई भी दूध या पानी के संग ले सकता है।

BRAINKEY GOLD MALT & Tablet के बारे में विस्तार से जाने

  1. दिमाग और डिप्रेशन पर लगातार शोध किया जा रहा है। अकेले अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ ने डिप्रेशन से बचाने और इस महा भयंकर रोग पर शोध पर 20 साल में एक लाख 82 हजार करोड़ रुपए खर्च कर दिए हैं। लेकिन नतीजा शून्य निकला।
  2. हिंदुस्तान में खोज रहे ओषधियां
  3. अब अमेरिका, यूरोपीय के आधुनिक वैज्ञानिक भारत के जंगलों में आदिवासियों के साथ अवसाद नाशक यदि बूटियों की खोज कर रहे हैं।
  4. दुनिया के अनेक वैज्ञानिक बनारस यूनिवर्सिटी, गुजरात के जामनगर आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय में अनुसंधान में जुटे हैं, ताकि डिप्रेशन से पूर्णतः मुक्ति मिल सके।
  5. आयुर्वेद ही एक मात्र अंतिम सहारा
  6. भारत की लाखों साल जड़ी बूटियों जैसे ज्योतिमति, शंखपुष्पी, चंदन, ब्राह्मी, रक्तचंदन, स्मृतिसागार रस, त्रिफला, हरड़ मुरब्बा, गुलकंद पर मस्तिष्क वैज्ञानिकों ने पुनः खोज आरंभ कर दी है।
  7. 5000 वर्ष प्राचीन चरक संहिता, भावप्रकाध निघंटू, द्रव्यगुण विज्ञान, माधव निदान आदि हजारों आयुर्वेदिक ग्रंथों का फिर से अनुसंधान, अध्ययन किया जा रहा है।
  8. अवसाद, मस्तिष्क विकार, मानसिक अशांति, चिड़चिड़ापन, अनिद्रा, क्रोध, गहरी नींद न आना, अधीरता, हीनभावना, आत्मविश्वास में कमी, चिंता, भय, फिक्र, भ्रम आदि का शर्तिया इलाज केवल आयुर्वेद से ही संभव है।
  9. प्राचीन उपनिषद, हस्तलिखित पाण्डुलिपि, ग्रंथों का गहन अध्ययन, अनुसंधान, चिंतन करने के बाद मानसिक बीमारियों की एक हानिरहित ओषधि Brainkey Gold Malt ओर टेबलेट आप Amrutam, अमेजन, Amala Earth से मंगवा सकते हैं।
  10. 100 फीसदी आयुर्वेद दवाओं को एक साल तक सेवन करने से माइंड डिटॉक्स हो जायेगा।

Amrutam Brainkey Gold Malt | A Natural Formula For Your Mental Immunity

  • Amrutam’s Brainkey Gold Malt is our favorite Vedic recipe, which is filled with Ayurvedic herbs like ShankhPushpi, Brahmi, Jatamansi and Ashwagandha.
  • The crafted blend of these herbs has proved to be immensely beneficial in fixing the sleep cycle, improving memory & concentration, and helping manage stress.
  • This herbal jam is a GAME-CHANGER for anxiety, and chronic headaches.
  • Starting your day with this tasteful delight helps you fight against mental damage and stress.

Brainkey Gold Malt सेवन विधि

  • Mix one or two (15-20 gms) tablespoons of Amrutam’s natural malt for memory in milk or warm water and then consume twice a day.
  • Brainkey Gold Malt is not advisable for diabetic patients.

Brainkey Tablets

Ingredients घटक द्रव्य फार्मूला

  • Shankh pushpi 40 mg, Jatamansi 40 mg, Brahmi 20 mg, Jyotis mati 20 mg, Bach 25 mg, , Godanti bhasm 20 mg, Smrtisagar ras 10 mg, Mukta pisti 10 mg, Chandi bhasm 5 mg, Mulethi 20 mg, Tarkeshwar ras 10 mg, Swarnmakshik Bhasm 20 mg, Excipients Q.s.
  • Amrutam की यह वैदिक खोज Brainkey Gold आपके जीवन में उत्साह, उमंग का संचार कर जीवन को सात्विक बनाएगी और आप हमेशा स्वस्थ्य, प्रसन्न, खुश रहेंगे।

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