- कलयुगी प्यार में भावुकता को पाप माना जा रहा है। सच्चे प्रेमी भिखारी की जीवन जीते हैं।
तुम्हारी गली से गुजरते तो केसे
तगड़ी उधारी थी तुम्हारी गली में।
मोहब्बत की केपिटल लुटाते लूटते
हो गए भिखारी तुमरी गली में।
- आज का प्यार कुंवार के महीने का इंतजार नहीं करता। शुक्रवार को इजहार होकर लड़की को शनिवार के दिन प्रेमी पर पूरा ऐतवार हो जाता है और इतवार के दिन दोनों का त्योहार बन जाता है। आगे का व्यवहार प्रेमी के पुरुषार्थ पर निर्भर करता है।
- हर लडकी की का।न रहती है कि प्रेमी प्यार के साथ साथ उसकी साज संवार करे। वाहन सवार हो। महंगी कर हो। छुपके वार न करे और हमेशा हर कार्य के लिए तैयार रहे।
क्या प्यार धोखा है? के लिए Ashok Gupta का जवाब क्या प्यार धोखा है? के लिए Ashok Gupta का जवाब
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