हरफनमौला वेक फारसी शब्द है, जिसका अर्थ है- हर क्षेत्र का जानकार व्यक्ति। अनेक विद्याओं का ज्ञाता और अविष्कारक।
सन्सार में सर्वश्रेष्ठ हरफनमौला अपना भोला महादेव है।इस हरफनमौला के ज्ञान का आदि-अन्त…
अनन्त काल से रहस्य है। सन्त यह कहकर शांत हो गए कि-
शिव अनन्त, शिव कथा अनन्ता।
श्रीमन्त कहते हैं कि-
शिव जाने को भी दे, अनजाने को भी दे। सारे जहां को दे, वो तुझको भी देगा। इस हरफनमौला की हर बात में शोला, गगन, जल, धरती और पवन है।
शिव ही सूर्य के रूप में आग का गोला है। बड़े-बड़े फनधारी सफोला नाग, इस हरफनमौला के चरणों में अर्चन करते हैं।
कब भाँग का गोला खाकर नेवला बन जाये और किस समय मासा-तौला बन जाये। कोई भी नहीं खोज पाया।
इसलिए रोज इसी के नाम से सुबह की सुरुआत तथा रात का अंत होता है।
ये सूरदास शिव भक्त खजुराहों में क्या कह रहे हैं-हरफनमौला के बारे में, जरूर सुने।
ब्रह्मांड में ब्राह्मण हो या कोई भी हो उसकी सारी मौज इसी हरफनमौला की वजह से है।
नोज (नाक) में आती-जाती प्राणवायु पर इन्हीं का अंकुश है।
समस्त कीड़े-मकोड़ों की फौज इनके नाम से अन्न भक्षण कर पाती है।
दोज का त्योहार पर टीका करने वाली बहिन अपने भाई में शिव का रूप देखती है।
हर फन का कलाकार एवं त्रिकाल का कारक, हरफनमौला महाकाल का सबको स्मरण करते रहना चाहिए।
क्यों कि आज तक जिसने भी शिवलिंग को पूजा….वे एक दिन किंग अवश्य बने।
इस हरफनमौला की घरवाली यानि माँ महाकाली भी ज्ञान का अनंत भंडार है। जिसने भी काली को ध्याया तो उसकी माया से उसकी थाली स्वर्ण आभूषणों,
रत्नों से लबालब रही और दुनिया में उसके नाम की ताली बजी।
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