लहसुन को महाऔषधि एवं रसोन क्यों कहते हैं। फायदे पढ़कर हो जाएंगे हैरान…

सुबह-शाम खाली पेट खाएं एक पोथी लहसुन, बीमारियां रहेंगी कोसो दूर सुबह खाली पेट खाएं किंतु कम मात्रा में।
सुबह खाली पेट केवल एक ही पोथी सादे जल से लेना लाभकारी होता है।
इससे अधिक लेना विष कारक हो जाता है।
यह गर्म होने ह्रदय को नुकसान पहुंचाता है,
इसलिए कम से कम ही लेवें।
रात में एक पोथी लहसुन कूटकर खाने से मन्दाग्नि रोग यानि भोजन ठीक ढंग से न पचने की समस्या का अंत हो जाता है।

आयुर्वेदिक निघण्टु में लहसुन को महाऔषधि बताया है। इसका एक नाम रसोन व लशुन: भी है।

  • पृथ्वी में हर पदार्थ के अंदर छह रस हैं लेकिन एक अमलर्स को छोड़कर लहसुन में शेष 5 रस मौजूद रहते हैं।
  • इसलिए हमारे पूर्वज आयुर्वेदाचार्यों ने इसे रसोन लिखा है।
  • लहसुन के बारे में अनेक भ्रम फैले हुए हैं।
  • लहसुन अमृत भी है और विष भी। अगर अनुपान उचित नहीं है तो।

लहसुन के गुण और फायदे

    • पुष्टिकारक, वीर्यवर्धक, स्निग्ध यानी चिकनाई बढाने वाला।
    • गर्म, पाचक, दस्तावर, पाक तथा रस में कटु और मधुर है।
    • भग्न स्थान को जोड़ने वाला कंठशोधक है।
    • लहसुन की एक ही पोथी रोज खाने से कफ सन्तुलित रहता है।
    • इससे अधिक सेवन करने से कफ सूखने लगता है,
    • जो भविष्य में दमा-श्वांस, अस्थमा पैदा करता है।
    • लहसुन गर्म बहुत होने से इसे ज्यादा न लेवें।
    • शारीरिक बल और खूबसूरती बढ़ाने में लहसुन विशेष कारगर ओषधि है।
    • नेत्रों की समस्या उत्पन्न नहीं होने देता।
    • आयुर्वेदिक भैषज्य रत्नावली में इसे रसायन बताया है, जो वीर्य को गाढ़ा बनाता है।
    • ह्रदय रोग, जीर्णज्वर, पीठ का दर्द, पार्श्व शूल, मलबन्ध, गुल्म, अरुचि,
    • पुरानी खांसी, सूजन, बवादिर, कुष्ठ रोग, सफेद दाग,
    • मन्दाग्नि, उदर कृमि, वात श्वांस, श्वांसनली की सूजन तथा
    • कफ की समस्या लहसुन कम मात्रा में खाने से कभी होती ही नहीं है।

जो लोग बादाम का सेवन करते हैं, उन्हें लहसुन जरूर खाना चाहिए।

यह बादाम को तुरन्त पचाता है।

लहसुन की चटनी में धनिया अवश्य मिलाएं। यह जल्दी पचता है।

गर्भवती स्त्री को कभी लहसुन कभही नहीं खाना चाहिए।

लहसुन के बारे में बिस्तर से समझने के लिए एक प्राचीन ग्रन्थ का चित्र देखें।

लहसुन या रसोन का कैसे करें इस्तेमाल….

ध्यान रखें- चिकित्सा चंद्रोदय के अनुसार लहसुन के साथ भूलकर भी न लेवें दूध,

दही और शहद या मधु अन्यथा लिवर खराब हो सकता है।

पेट की विकराल समस्या हो सकती है।

क्योंकि दोनों की तासीर विभिन्न होती है।

रक्तचात अर्थात बीपी की दिक्कतें दूर करे..

लहसुन की केवल एक पोथी लेने से हाइपरटेंशन या हाई बीपी को कंट्रोल करने में भी मदद मिलती है।

इसमें मौजूद प्रॉपर्टीज खून के प्रवाह को सही बनाए रखने के साथ ही उसे गाढ़ा नहीं होने देती।

शादीशुदा लोगों के लिए बेहतरीन…

वैवाहिक मर्दों के लिए लहसुन एक बेहतरीन विकल्प है।

लहसुन में एंटीऑक्सीडेंट गुण होने से यह अंदरूनी या छुपी हुई बीमारियों को दूर करने में सहायक है।

लहसुन को खाली पेट खाने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल और मोटापा, चर्बी या फैट की मात्रा को कंट्रोल करता है।

 

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