मिर्गी, चक्कर आने की १०० फीसदी आयुर्वेदिक चिकित्सा…

अगर कोई व्यक्ति मिर्गी आदि मानसिक विकारों से पीड़ित परेशान हो, तो आयुर्वेद की पुरानी किताब का यह प्रयोग एक साल करके देखें…

वात्तकुलान्तक रस दस ग्राम, वच चूर्ण चालीस ग्राम—इनकी अस्सी मात्रा बनाएं।

एक-एक मात्रा अमृतम ब्रेन की गोल्ड माल्ट एक चम्मच में मिलाकर सुबह खाली पेट तथा -रात दूध से लें।

अश्वगंधारिष्ट दो चम्मच, सारस्वतारिष्ट दो चम्मच भोजन के बाद दोनों समय पिएं।

दही-चावल-शीतल-पेय-खटाई-मिर्च-मसाले न लें । एक वर्ष नियमित चिकित्सा करें।

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