Tag: मानसिक

  • मानसिक रूप से शक्तिशाली कैसे बने ?

    मानसिक रूप से शक्तिशाली कैसे बने ?

    कोई काम शुरू करे तो पीछे ना हटे अगर कुछ खाने पीने की आदत है तो उसको मेडल की तरह इस्तेमाल करे यानी यदि आप कुछ बेहतर, करते है तभी उसके हकदार होंगे नही तो नही जो आनंद का भाव उसको झट से प्राप्त ना करे, जैसे 1 से 5 साल, आपने तैयारी की और…

  • मिर्गी, चक्कर आने की १०० फीसदी आयुर्वेदिक चिकित्सा…

    मिर्गी, चक्कर आने की १०० फीसदी आयुर्वेदिक चिकित्सा…

    अगर कोई व्यक्ति मिर्गी आदि मानसिक विकारों से पीड़ित परेशान हो, तो आयुर्वेद की पुरानी किताब का यह प्रयोग एक साल करके देखें… वात्तकुलान्तक रस दस ग्राम, वच चूर्ण चालीस ग्राम—इनकी अस्सी मात्रा बनाएं। एक-एक मात्रा अमृतम ब्रेन की गोल्ड माल्ट एक चम्मच में मिलाकर सुबह खाली पेट तथा -रात दूध से लें। अश्वगंधारिष्ट दो चम्मच, सारस्वतारिष्ट…

  • २५ तरह के नेत्ररोग से बचाती है, या आयुर्वेदिक ओषधि…

    २५ तरह के नेत्ररोग से बचाती है, या आयुर्वेदिक ओषधि…

    भेषज्य रत्नावली ग्रंथ, नेत्ररोगाधिकार से साभार मधुकादि लौह मधुकं त्रिफलाचूर्णं लौहचूर्णं तथैव च। भक्षयेन्मधुसर्पिर्ध्यामक्षिरोगप्रशान्तये। मुलेठीचूर्ण, आमलाचूर्ण, हरीतकीचूर्ण,  बहेड़ाचूर्ण और लौहभस्म सभी समभाग लें। इन पाँचों द्रव्यों को एक खरल में एक साथ मिलाकर ३ घण्टे तक मर्दन कर कांचपात्र में संग्रहीत करें। सेवन विधि…१ ग्राम की मात्रा में इस औषधि को १ ग्राम मधु पंचामृत…

  • मानसिक शांति और डिप्रेशन से मुक्ति के धार्मिक सरल उपाय!

    मानसिक शांति और डिप्रेशन से मुक्ति के धार्मिक सरल उपाय!

    इस जबाब को पकड़कर आप अवसाद या डिप्रेशन से बाहर निकल सकते हैं। जब शरीर में प्राणवायु नाभि तक न जाकर केवल छाती तक जाती है, तो कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा शरीर में बढ़ती चली जाती है। अतः मन की शांति हेतु श्वांस नाभि से बाहर निकाले और अपने आप ही अंदर जाने देवें। श्वांस…

  • काम-वासना के अन्य पहलू :—–

    काम-वासना के अन्य पहलू :—–

    कामेच्छा क्या है? यह जानना जरूरी है। कामेच्छा तथा यौन समागम की इच्छा में अन्तर है । कामेच्छा से अभिप्राय उस तरह की इच्छा से नहीं है जो अन्य भौतिक पदार्थों के प्रति आपके मन में जागृत होती है। सांसारिक इच्छाओं से यह बिलकुल अलग है । सांसारिक संदर्भ में गिनी जाने वाली तो ‘यौन-समागम…

  • कोविड के बाद बालों को बचाने एवं रक्षा के… 20 इलाज….

    कोविड के बाद बालों को बचाने एवं रक्षा के… 20 इलाज….

    क्या कोरोना संक्रमण के पश्चात आपके बाल झड़ने की समस्या विकराल रूप से बढ़ी है। कौनसी हैं वे ग्यारह वजह! जाने रोगनाशक, राहतकारी बीमारी का उपचार… इस महामारी में बालों की भी बीमारी दिनोदिन फैल रही है। कोविड के बाद बाल झड़ने-टूटने, रूसी-खोंची, डेन्ड्रफ, दोमुंहे केश, केशझड़न, खालित्य-पालित्य, गंजापन, रूखे-रंगहीन बालों की समस्या से क्या…

  • मौन सबसे बड़ा तप है……

    मौन सबसे बड़ा तप है……

    आयुर्वेद के चरक सहिंता के अनुसार बोलने का कार्य उदान वायु करती है। शरीर को बलवर्ण प्रदान करने का कार्य भी उदान वायु का ही होता है। ज्यादा बोलने के कारण इस वायु में क्षीणता आने से व्यक्ति के बल और वर्ण यानी रंग-रूप बिगड़ने लगता है। अधिक बोलने से उत्तरोत्तर शारीरिक एवं मानसिक दौर्बल्य…

  • डिप्रेशन से बचने का रामबाण इलाज क्या हो सकता है?

    डिप्रेशन से बचने का रामबाण इलाज क्या हो सकता है?

    अवसाद से बर्बाद हो जाता है सब कुछ— डिप्रेशन का सार केवल मस्तिष्क पर नहीं, शरीर के बाकी अंगों पर भी होने लगता है। थकावट बनी रहती है। ददडिप्रेशन से पीड़ित लोग जल्दी आहत हो जाते हैं। हर बात को अपने ऊपर लेने की सोच बन जाती है। शरीर में दर्द, मन दुखी रहना, सिरदर्द, चिड़चिड़ापन,…

  • अगर इरादे मजबूत-बुंलन्द हों, तो चुनोतियाँ ढेर हो जाती हैं-स्वामी विवेकानंद….

    अगर इरादे मजबूत-बुंलन्द हों, तो चुनोतियाँ ढेर हो जाती हैं-स्वामी विवेकानंद….

    अगर मान लो, तो हार है और  ठान लो, तो जीत है…. अरबों वर्ष पहले हमारे भारतीय वेदों में त्रिकालदर्शी महर्षि भी लिख गए थे- !!तन्मे मनःशिवःसङ्कल्पमस्तु!! यह यजुर्वेद का मंत्र है- अर्थात मेरे मन का संकल्प शुभ, शक्तिशाली एवं शिव स्वरूप यानि सबके लिए कल्याणकारी हो। मेरे इरादों में मजबूती हो। मन को चंगा, खुश रहने…

  • क्या डिप्रेशन को दूर किया जा सकता है?

    क्या डिप्रेशन को दूर किया जा सकता है?

    जिसे खोजा है- अमृतम ने प्राचीन 50 पुस्तको से… प्राकृतिक प्रयास, आसन का अभ्यास, व्यायाम-प्राणायाम, योग-ध्यान और कसरत की हसरत पूरी करके दशरथ रूपी शरीर को अवसादग्रस्त यानि डिप्रेशन से बचाया जा सकता है। मानसिक विकारों से बचने के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सा सर्वश्रेष्ठ उपाय है। आयुर्वेद द्वारा आत्मबल की अभिवृद्धि करके एवं आत्मविश्वास के अनुभव से भी…