Month: September 2019

  • श्राद्ध पक्ष में शांत करें पितृदोष

    श्राद्ध पक्ष में शांत करें पितृदोष

    ● कनागत या कड़वे दिन और श्राद्ध पक्ष का ज्योतिषीय एवं वैज्ञानिक महत्व और जाने ● सृष्टि के प्रथम पितृगण भगवान महादेव के साढू हैं ● राजा कर्ण लोटे थे प्रथ्वी पर… ● ग्रह-नक्षत्र भी बीमार होते हैं.. ● ईशानां सर्वविद्यानां-ईश्वरा सर्वभूतानां ● महादेव के वश में हैं पंचतत्व… ● श्राद्ध क्या है – ● अनंत चौदस का…

  • फ्लूकी माल्ट – मलेरिया की सर्वोत्तम आयुर्वेदिक औषधि

    फ्लूकी माल्ट – मलेरिया की सर्वोत्तम आयुर्वेदिक औषधि

    !!अमृतम!!           फ्लूकी माल्ट ज्वर के समय स्वर बिगड़ जाता है । गाँव के बुजुर्ग कहते हैं कि…… जब शरीर में बढ़ जाता है मल का एरिया, तो हो जाता है मलेरिया नियमित पेट साफ नहीं होने से मल यानि गन्दगी, रोगादि की वृद्धि होकर तन में संक्रमण होने लगता है। …

  • कुन्तल केयर हेयर स्पा – केश पतन यानी बालों को झड़ने-टूटने से बचाये।

    “कुन्तल केयर हेयर स्पा” में डाली गईं 7 आयुर्वेदिक प्राकृतिक जड़ीबूटियां। जाने वे कौन सी हैं ….. प्रदूषित वातावरण, दुषित जलवायु और बोरिंग के खारे पानी से बाल धोने के कारण तथा सिंथेटिक, रसायनयुक्त शेम्पो, तेल आदि के अंधाधुंध उपयोग के चलते वर्तमान में बालों का झड़ना और उनके पकने या असमय सफेद होने की तकलीफ…

  • किंग ऑफ हेयर

    किंग ऑफ हेयर

    केश पतन यानी बालों को झड़ने-टूटने से बचाये। “कुन्तल केयर हर्बल हेयर स्पा” में डाली गईं 7 आयुर्वेदिक प्राकृतिक जड़ीबूटियां। जाने वे कौन सी हैं ….. प्रदूषित वातावरण, दुषित जलवायु और बोरिंग के खारे पानी से बाल धोने के कारण तथा सिंथेटिक, रसायनयुक्त शेम्पो, तेल आदि के अंधाधुंध उपयोग के चलते वर्तमान में बालों का झड़ना और उनके पकने या असमय सफेद…

  • जानिए स्वस्तिक के बारे में दिलचस्प बातें

    जानिए स्वस्तिक के बारे में दिलचस्प बातें

    स्वस्तिक हिन्दू धर्म का अतिगूढ अर्थ वाला प्रतीक चिन्ह है… सनातन धर्म के दो मूल आधार प्रतीक चिन्ह हैं…!!ॐ!! और स्वस्तिक। ये दोनों मंगलकारक हैं। हिन्दू धर्म के प्रत्येक शुभ कार्यों में बाधाओं को दूर करने के लिए श्रीगणेश का आव्हान कर उनके निवास का प्रतीक स्वस्तिक बनाते हैं। स्वस्तिक हरेक मङ्गल कार्य में हर स्थान पर कल्याण का…

  • बनारस के 1100 स्वयम्भू शिंवलिंग की श्रृंखला

    बनारस के 1100 स्वयम्भू शिंवलिंग की श्रृंखला

    दुनिया का एक मात्र तीर्थ है-काशी जहां शिवलिंगों की स्थापना का श्रेय देवी-देवताओं, किन्नरों, दैत्यों, राक्षसों, अप्सराओं, ऋषियों एवं सन्त-महात्माओं और यति सन्यासियों को जाता है। ख़श में लगभग 21000 से भी अधिक शिव मंदिर हैं, जिसमें 1100 करीब स्वयम्भू होंगे पौराणिक साहित्य हो या वेद-पुराण, भाष्य, धर्मग्रन्थ, ब्राह्मण ग्रन्थ, उपनिषद में वाराणसी के स्वयम्भू…

  • एक पुरानी कहावत

    बड़ो को होवे दुख बड़ा,  छोटों से दुख दूर।  तारे सब न्यारे रहें,  गहें राहु ससि-सूर।। अर्थात् – बड़ों के कष्ट भी बड़े होते हैं। जिसका जितना बड़ा व्यापार होगा, उसको उतनी बड़ी हानि होगी। ग्रहण चंद्र और सूर्य को ही लगता है, तारों को नहीं लगता।