जीवन में जरूरी है–पोषक तत्व
जो अमृतम च्यवनप्राश में मिलाएं गए हैं।
यह शरीर का ह्रास नहीं होने देता।
कैसे आये तन में अमन…
तन में अनेक प्रकार के अवयव जो विभिन्न क्रियाओं जैसे ऊर्जा प्रदान करने, शरीर के विभिन्न भागों की मरम्मत और उपापचयी क्रियाओं अर्थात मेटाबोलिज्म के नियमन में सहयोग देते हैं पोषक तत्व कहलाते हैं।
पोषक तत्व ही पॉवर बढाते हैं…
क्या आपको मालूम है-पोषक तत्वों की कमी से शरीर में विकृतिचिह्न दिखने लगते हैं।
इस जीव-जगत में मानव सहित सभी जीव-जंतु के शरीर में जैविक क्रियाओं के संचालन के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है और यह ऊर्जा भोजन, खानपान, पोषक तत्व तथा प्राकृतिक ओषधि से प्राप्त होती है। भोजन आदि ग्रहण करने और उससे प्राप्त ऊर्जा का शरीर की विभिन्न प्रक्रिया में प्रयोग करने की प्रक्रिया पोषण कहलाती है।
अमृतम च्यवनप्राश की आवश्यकता…
प्राकृतिक ओषधियों द्वारा प्राप्त ऊर्जा से शारीरिक वृद्धि, मरम्मत, ऊत्तकों का नवीनीकरण और जैविक क्रियाओं का संचालन होता है। यह सामूहिक रूप से शरीर का पोषण करता है।
ऊतक यानि tissue क्या होते हैं-
ऊतक किसी जीव के शरीर में कोशिकाओं के ऐसे समूह को कहते हैं जिनकी उत्पत्ति एक समान हो तथा वे शरीर में एक विशेष कार्य करती हो। अधिकांशतः ऊतको का आकार एंव आकृति एक समान होती है। … सभी कोशिकाएँ मिलकर ही ऊतक का निर्माण करती हैं।
यह आठ फायदे आपको हमेशा खाट पर पड़ने से बचाएंगे। 60 से ज्यादा जड़ीबूटियों से तैयार यह औषधि हमेशा
स्वस्थ्य-तंदुरुस्त तथा ठाट-बाट से रखेगी।
इसे खाकर व्यक्ति जाट जैसा ताकतवर
बन सकता है
आयुर्वेद ग्रंथों के पाठ में लिखा है कि- “अमृतम च्यवनप्राश” 100 से अधिक ज्ञात-अज्ञात और असाध्य रोगों से शरीर की रक्षा करता है।
【1】यह आहार के रूप में प्रत्येक दिन शरीर को पोषक तत्वों प्रदान करता है।
【2】शरीर की सभी कोशिकाओं को रिचार्ज करने में सहायता करता है।
【3】अमृतम च्यवनप्राश केल्शियम की पूर्ति कर हड्डियों को मजबूत बनाता है।
【4】रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
【5】मांसपेशियों की ऐंठन को काफी हद तक कम करता है।
【6】वात-विकार, थायरॉइड को जड़ से मिटाता है।
【7】फेफड़ों की बीमारियां ठीक कर सरसी-खांसी, जुकाम, नजला, निमोनिया, सांस चलना आदि समस्याओं का स्थाई समाधान है अमृतम च्यवनप्राश।
【8】“अमृतम च्यवनप्राश” शरीर की थकान, शिथिलता, कमजोरी, आलस्य और डिप्रेशन से दूर करता है।
रोगों का काम खत्म…
हर किसी को जीने के लिए
ऊर्जा जरूरी है। ऊत्तकों के रखरखाव और शारीरिक क्रियाओं के लिए प्रत्येक व्यक्ति को पोषक तत्वों जैसे-◆ पानी यानि जल
◆ प्रोटीन ◆ विटामिन ◆ मिनरल्स ◆ कार्बोहाइड्रेट्स ◆ वसा
की जरूरत होती है।
अपने आहार में विटामिन सी से भरपूर संतुलित अहारों को सामिल करना बहुत जरूरी है। शरीर में अमृतम च्यवनप्राश विटामिन सी कि कमी को पूरा करने में सहयोग करता है।
“अमृतम च्यवनप्राश” विटामिन डी की पूर्ति करने में भी सहायक है। विटामिन डी लेने से हृदय रोग का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है।
केवल ऑनलाइन उपलब्ध
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