थाइरायड नाशक सिद्ध आयुर्वेदिक ओषधि जो थाइरायड की पुरानी से पुरानी असाध्य परेशानी से दिलवाएं मुक्ति।
मात्र 15 दिन नियमित करें इस्तेमाल– फायदा खुद जाने….
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के एक सर्वे के अनुसार पुरुषों की तुलना में महिलाओं में थायराइड यानि ग्रंथिशोथ विकार दस गुना अधिक होता है।
आयुर्वेद में ८८ तरह के वात-विकारों का उल्लेख है, जिसमें सबसे खतरनाक वात रोग थायराइड है। पुराने चिकित्सा शास्त्रों में इसे ग्रंथिशोथ बताया है। इस बीमारी में शरीर की ग्रंथियों, नाड़ियों में शोथ यानि सूजन आने लगती है, जिससे रक्त का संचार सही तरीके से नहीं हो पाता।
थायरॉइड का महिलाओं पर दुष्प्रभाव…
भारत में थायराइड से महिलाएं सर्वाधिक पीड़ित हैं। इसका दुष्प्रभाव यह भी होता है कि- स्त्रियों का मासिक धर्म अनियमित होकर बिगड़ जाता है और वे अस्वस्थ्य रहते हुए अपनी सुंदरता, खूबसूरती से हाथ धो बैठती हैं, जो बाद में अवसाद अर्थात डिप्रेशन का कारण बनता है।
थायराइड का स्थाई इलाज न होने की वजह से उनका मानसिक संतुलन भी बिगड़ जाता है। याददास्त कमजोर हो जाती है।महिलाएं चिड़चिड़ी हो जाती हैं।
अमृतम आयुर्वेद के महर्षियों के अनुसार जिस घर में जननी स्वस्थ्य नहीं है, उस घर में कभी बरक्कत नहीं होती।
संस्कृत के एक प्राचीन श्लोक में कहा है
जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गदपि गरीयसी!
अर्थात- जन्म देने वाली, जननी नांरी का
हिन्दू परम्परा में-देवताओं से भी ऊंचा स्थान है और जन्मभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर है।
सृष्टि की शक्ति है स्त्री…
शास्त्रों में स्त्री को शक्ति कहा गया है। जिस घर में नांरी निरोग नहीं है, वह घर नरक हो जाता है। घर की देखभाल स्त्रियां ही भलीभांति कर पाती हैं।
वर्तमान समय में तनांव, डर, चिन्ता, बच्चों का भविष्य और रोजगार को लेकर अधिकांश महिलाओं का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता।
इसलिए इन्हें ऑर्थोकी गोल्ड माल्ट ओर ऑर्थोकी गोल्ड कैप्सूल का कम से कम 15 दिन ओर स्थाई लाभ हेतु 3 महीने तक लेना चाहिए। यह आयुर्वेदिक औषधि है, जो धीरे-धीरे शरीर को क्रियाशील बनाकर सभी तकलीफों को दूर करने सहायक है।
यथायराइड के लक्षण…
【1】हाइपरथायरायडिज्म होने पर शरीर में सूजन सी रहती है।
【2】हमेशा आलस्य बना रहता है।
【3】चक्कर से आते हैं।
【4】कभी-कभी किसी का वजन बहुत तीव्र गति से घटने लगता है।
【5】ज्यादा गर्मी लगती है या गर्मी झेल नहीं पाती।
【6】ठीक से गहरी नींद न आना।
【7】प्यास ज्यादा और बार-बार लगना।
【8】अत्यधिक पसीना आना।
【9】हाथ -पैर कांपना।
【10】दिल तेजी से धड़कना।
【11】भूख एवं रक्त की कमी होना।
【12】कमजोरी, चिंता, और अनिद्रा शामिल हैं.
【13】सुस्ती, थकान, कब्ज, धीमी हृदय गति, ठंड, सूखी त्वचा, बालों में रूखापन, अनियमित मासिकचक्र और इन्फर्टिलिटी के लक्षण भी दिखाई देते हैं।
थायराइड किसी भी उम्र की महिलाओं को कभी भी हो सकता है।
कैसे ठीक करें थाइरायड जैसा घातक रोग
15 दिन लगातार
ऑर्थोकी गोल्ड माल्ट इस्तेमाल करें।
फायदे-
यह पाचनतंत्र ठीक करता है।
इम्युनिटी सिस्टम सुधारता है।
चुस्ती-फुर्ती, ऊर्जा लाता है।
आलस्य मिटाता है।
भूख बढ़ाता है।
सेवन विधि -1-1 ऑर्थोकी गोल्ड कैप्सूल सुबह शाम दूध या चाय से 2 या 3 बार लेवें।
ऑर्थोकी गोल्ड माल्ट एक से दो चम्मच दिन में 2 से 3 बार जल या दुग्ध से लें।
इससे आप को 100% लाभ होगा।
परहेज-
रात के खाने में दही, सलाद, जूस, फल, अरहर या तुअर की डाल बिल्कुल त्याग दें।
तनाव से थायराइड विकारों को बढ़ने का मौका मिलता है, इसलिए तनाव से बचने की कोशिश करें।
कुछ न कुछ शारीरिक गतिविधि करते रहें. –
स्वस्थ वजन बनाए रखने के लिए फाइबर से समृद्ध और कम वसा वाले आहार लें।
कुछ न कुछ शारीरिक गतिविधि एवं व्यायाम जरूर करें।
तनाव से थायराइड की तकलीफ और विकारों को बढ़ने का मौका मिलता है, इसलिए तनाव से बचने का पूरा प्रयत्न करें।
केवल ऑनलाइन उपलब्ध
Whatsapp :- 99264-56869 दीपक
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