अफारा
यह एक ऐसा उदर रोग है जिसमें भोजन नहीं पचने से डाकारे ऊपर की और आती है।
गले में कभी-कभी जलन होने लगती है। कुल मिलाकर अफारा पेट में अफरा-तफरीह मचा देता है। इसका इलाज जरूरी है।
अफारा रोग के पुराने होने पर यह हृदय रोग उत्पन्न करता है। हार्ड ब्लॉकेज में अफारा का बहुत योगदान माना गया है।
देशी घरेलू इलाज…
सभी के यहां हल्दी और नमक पर्याप्त पाया जाता है। एक ग्राम हल्दी एवं एक ग्राम सादा नमक गर्म पानी मिलाकर लेने अफारा शांत हो जाता है।
सहायक ओषधि के रूप में
जिओ गोल्ड माल्ट अवश्य लेवें।
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