!!अमृतम !!
फेस क्लीनअप
100% आयुर्वेदिक हर्बल लिक्यूड लेप
कम से कम उत्पादों के साथ बनाये
स्वयं को सुन्दर और आकर्षक
आयुर्वेद पूर्ण आस्था और दृढ़ता के साथ “त्रिदोष” और “पंचमहाभूत” सिद्धांतों में विश्वास करता है। किसी भी जीवित प्राणी का शारीरिक रूप
【】अग्नि,
【】आकाश,
【】जल,
【】वायु और
【】पृथ्वी
इन पंचतत्वों से बना होता है और शरीर के सभी कार्यों को त्रिदोषों अर्थात
■ वात,
■■ पित्त
■■■ कफ
द्वारा नियंत्रित किया जाता है।
त्रिदोष के विषम होने के कारण ही
●मुख पर मलिनता आती है।
●●●खूबसूरती खत्म हो जाती है।
●●●●आकर्षण घटने लगता है।
●●●●●अक्सर लोग बीमार होते हैं।
पित्त क्या है? तथा पित्त से होने वाले रोगों के बारे में समझने हेतु पिछले आर्टिकल पढ़ें अधिक जानने के लिये लॉगिन करें —
पित्त कारण हैं- कील-मुहासों का ::
और अन्य भी कारणों जैसे कि
¶¶ संवेदनशील रक्त कोशकाएँ,
¶¶¶ हार्मोनल उतार-चढ़ाव
¶¶¶¶ किशोरावस्था के कारण परिवर्तन से या
¶¶¶¶¶¶ थायरॉइड डिसफंक्शन
जैसी चिकित्सीय स्थितियों के कारण शरीर में अतिरिक्त गर्मी होती है जिससे पित्त की वृद्धि होकर रक्त बिगड़ जाता है यानि खून में खराबी आ जाती है – जो मुहासे और त्वचा के चकत्तों का कारण बनते है।
खदिर, बाकुची, चिरौंजी, नीम, तुलसी,
आयुर्वेद स्पष्ट रूप से बताता है कि कील-मुंहासे, दाग-धब्बे, चेहरे का मुरझाना, कालापन आदि विकार पित्त और रक्त की कमी व खून की खराबी के कारण होते है
स्वास्थ्य के लिए अहितकारी या अस्वास्थ्यकर
अनुचित आहार, अव्यवस्थित दिनचर्या, प्रदूषित वायु दूषित जीवनशैली शरीर में संचित विषैले पदार्थों का कारण बनती है, जो रक्त के छिद्रों को क्षतिग्रस्त कर, त्वचा को बिगाड़कर, मुँहासे का कारन बनता है।
सावधानी –
अपनी त्वचा को सुन्दर और चमकदार बनाने के लिये कृत्रिम उपायों जैसे मिट्टी, पेट्रोलियम युक्त पदार्थों से बचना चाहिए।
चेहरे पर निखार लाने के लिए घरेलू चिकित्सा सर्वश्रेष्ठ होती है अथवा दादी-नानी माँ के पुराने फार्मूलों के अनुसार
घरेलू ओषधियों से निर्मित
फार्मूला को अपनाना लाभकारी है।
फेस क्लीनअप के एक या दो बार के प्रयोग से
मुख पर गजब का आकर्षण आता है।
यह पूर्णतः आयुर्वेदिक योग है।
यह रूखी, डेमेज और तैलीय (ऑयली) त्वचा सभी तरह की स्किन के लिए उपयोगी है।
इसका कोई “साइड इफ़ेक्ट” नहीं है। बल्कि बहुत सारे
“साइड बेनिफिट” हैं।
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