Category: Amrutam Herbal Plants and Spices
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सर्दियों में रखें, त्वचा कोमल और मुलायम
इन तीन टिप्स को अपनाएं, तो स्वस्थ्य रहेंगे, ठण्ड में खण्ड-खण्ड नहीं होंगे– सर्दियों में रहें सावधान आयुरवेद में है- मसाज का विधान सर्द मौसम में खुजली, रूखापन, त्वचा का फटना, एड़ियों का फटना और सूखे होंट जैसी कई तरह की चीज़ों समस्याएं सामने आती हैं। 【1】 बनाये रखना हो जवानी, तो खूब पिए…
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क्या आपके बाल झड़ने की स्पीड बढ़ती जा रही है?
तो हर्बल हेयर स्पा से रोकिए- अपने झड़ते बालों को…. पतन तन-मन का हो या बालों का, यह सुन्दरता को निखरने नहीं देता। उंगलियों की पोरो द्वारा हल्के से मसाज करें “कुन्तल केयर हर्बल हेयर स्पा“ पाएं तत्काल राहत। 7 दिन में केश पतन, केश झड़न और गुच्छों के रूप में बाल टूटना बन्द हो…
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अब बुढ़ापे की चिन्ता क्यों
5000 वर्ष पुराने फार्मूले से तैयार “अमृतम च्यवनप्राश” उम्ररोधी यानि एंटीरेजिंग एक ऐसा योग है, जिसे केवल सर्दी के समय सेवन करने से जबरदस्त फायदे होते हैं। क्यों अपनाएं आयुर्वेद– एक श्रेष्ठ बाजीकरण चिकित्सा हमेशा मुस्कराते रहने के लिए. … आयुर्वेदिक शास्त्रों में अमृतम च्यवनप्राश की बड़ी महत्ता बताई गई है। यह एक ऐसा आयुर्वेदिक योग है, जो बच्चे से लेकर बूढ़े सबको निरोगी बनाता है।…
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भूत-प्रेत-पिशाच का भय मिटायें
दुनिया में आज भी भूत-प्रेत-पिशाच हैं। यह भयभीत बनाये रखते हैं, इनसे मुक्ति पाने के लिए नीचे लिखे मन्त्र का करें जाप और तत्काल चमत्कार देखें—- प्रेत-पिशाच को करें प्रसन्न और पाएं सिद्धि! अघोर तन्त्र, शाबर तन्त्र, प्रेत-पिशाच योनि एक शाप आदि किताबों के अलावा, सन्सार का सबसे प्राचीन ग्रंथ दुर्गा शप्तशती और माँ काली तन्त्र में…
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यकृत यानि लिवर और पेट के रोगों की अचूक और अद्भुत ओषधि…
आपके शरीर को बनाये जो नया उसका नाम है– पुनर्नवा यकृत यानि लिवर और पेट के रोगों की अचूक और अद्भुत ओषधि… !! शरीर पुनर्नवं करोति इति पुनर्नवा !! तन-मन, लिवर और पेट को फिर से नया-नवीन करने के लिए तथा जीवन को पुनः पुनर्जीवित करने के लिए पुनर्नवा जड़ी-बूटी चमत्कारी है। इसलिए आयुर्वेद के…
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कहीं मुरझाने तो नहीं लगा है आपका…आत्मविश्वास
त्वचा रूखी हों, तो झुर्रियां पड़ना स्वाभाविक है। यदि चेहरे की त्वचा में खिंचाव है, रूखापन है, खिचीखीची है तो समझे मॉइश्चराइजर की कमी है। अमृतम फेस क्लीनअप……. है रूखी त्वचा का शर्तिया इलाज। फ़ेस क्लीनअप रूखी और नमी युक्त दोनों त्वचा के लिए उपयोगी है। जो लोग समुद्र तटीय निवासी हैं, उनके लिए तो…
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उत्तराखंड के सिद्ध 108 नाग मन्दिर
जानिए उत्तराखण्ड के प्रमुख धाम निम्नलिखित सभी मन्दिरों के बारे में सब कुछ बताया जाएगा। अमृतमपत्रिका पढ़ते रहें www.amrutampatrika.com {{१}} चार छोटे धाम – गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ, और बद्रनाथ। {{२}} पंचकुण्ड – तप्तकुण्ड, नारथकुण्ड, सत्यपथकुण्ड, मानुसीकुण्ड, त्रिकोणकुण्ड। {{३}} पंचधारा – प्रहलाद धार, कूर्मुधारा, उर्वशीधारा, वसुधारा, भृगुधारा {{४}} पंचकेदार – केदारनाथ, तुंगनाथ, मदमहेश्वर नाथ, रुद्रनाथ, कल्पेश्वरनाथ। {{५}} पंचबद्री – बद्रीनाथ, आदिबद्री, भविष्यबद्री, वृद्धबद्री, योगध्यानबद्री। बद्रीनाथ धाम के…
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शिवपुराण से पार्ट 3 पाप के बारे में
क्या पाप पूरी तरह नष्ट हो सकते हैं? क्या हमारे द्वारा किये गए कुकर्म, झूठ, छलावा, धोखाधड़ी, कपट, बेईमानी, हत्या, बलात्कार जैसे पापों को मिटाया जा सकता है? पाप के विषय में बहुत ही अदभुत और दुर्लभ जानकारी 27 से अधिक सभी धर्मों के ग्रंथों से ली गई है। पापक्षय क्या होता है – पाप…
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अपामार्ग-एक दिव्य ओषधि
बहुत आसानी से खेतों में, जंगलों में सड़क के किनारे मिलने वाला अपामार्ग, लटजीरा, चिड़चिड़ा, ओंगा, अधेढो, आपांग, अध्धा झारा, आंधी झाड़ों, मर्जिका, उत्तरेनी, अतकुमह, Achyranthus Sapera एचिरेन्थस एस्पेरा आदि नामों से भारत में जाना जाता है। ■ यह गरीबी मिटाने वाली भी चमत्कारी बूटी है। ■■ बिच्छू विषनाशक 40 से अधिक तकलीफों को दूर…
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अदरक – खाएं बेधड़क, जाने 14 फायदे
अदरक के ओषधि गुण और चमत्कार संस्कृत में इसे आद्रिकम्य, आद्रशाक, पंजाबी में अदरख कहते हैं। यह जमीन के अंदर पूरे हिंदुस्तान में पैदा होता है। इसकी जड़ में एक प्रकार का कंद होता है, उसे अदरक कहा जाता है। अदरक एक कफ नाशक ओषधि के रूप में बहुत चलन में है। अदरक के बारे…