- शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं अर्थात RBC (Red Blood cells) के निर्माण हेतु जरुरी होता हैं।….विटामिन B12
- विटामिन B12 की कमी के कारण शरीर में रक्त की कमी (Anaemia) हो सकती हैं!
- विटामिन B12 को कोबालमीन (Cobalamin) भी कहा जाता हैं।
यह एकलौता ऐसा विटामिन है जिसमें कोबाल्ट धातु पाया जाता हैं।
यह शरीर के स्वास्थ्य और संतुलित कार्य प्रणाली के लिए बेहद आवश्यक विटामिन है।
यही देह में त्रिदोष का संतुलन बनाये रखता है।
- विटामिन B12 शरीर में मस्तिष्क के तंत्रिका प्रणाली यानि Nervous System को स्वस्थ बनाये रखता हैं।
- इसकी कमी के कारण मस्तिष्क आघात या ब्रेन डेमेज (Brain Damage) भी हो सकता हैं।
तन-मन की तन्दरूस्ती हेतु पर्याप्त मात्रा में
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- शरीर के लिए ज्यादातर आवश्यक तत्वों का पोषण आहार पदार्थो से हो जाता हैं।
- एक विटामिन ऐसा है। जिसे विटामिन्स, मिनरल्स, प्रोटीन्स, कार्बोहाइड्रेट्स और फाइबर इत्यादि की आवश्यकता होती हैं।
- जो शरीर के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरुरी है।
विटामिन B-12 की कमी से जन्मे विकार….
- शरीर में कमजोरी, खून एवं रक्त की कमी, एनीमिया, थकान, भूख न लगना, चिड़चिड़ापन, झुनझुनी, हाथ-पैरों में अकड़न,
- बाल झड़ना, मुंह के छाले, कब्ज, बवासीर, बार-बार भूलना, याददाश्त में कमी, अधिक तनाव, सिरदर्द, सांस फूलना, दमा, स्किन में पीलापन,
- कम दिखाई देना, धुंधलापन आंखों की रोशनी में कमी आना आदि इसके प्रमुख लक्षण माने जाते हैं!
महिलाओं की बीमारियों की वजह भी यही है…
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- महिलाओं में आजकल पीसीओडी या सोमरोग की वजह भी यही विटामिन है।
- स्त्रियों को अनियमित महावारी या दर्द के साथ, लिकोरिया, सफेद पानी तथा बांझपन जैसी समस्या होती है।
- या इसे यूं भी कहें की 60 फीसदी से अधिक होने वाला बीमारियों के प्रमुख कारणों में विटामिन बी 12 की कमी ही है।
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विटामिन बी-12 की आपूर्ति के लिए जीवनशैली एवं खानपान में जरूरी चीजों को शामिल करें।
जैसे- सुबह शाम दूध लें, खाने में मीठा दही अवश्य लेवें।
लेकिन रात को दही व तुअर की दाल न खाएं।
- विटामिन बी-12 की पूर्ति करती हैं यह 22 आयुर्वेदिक जड़ीबूटियों युक्त माल्ट, नियमित लेने से दूर होती हैं-
- आहार व पाचनतंत्र की समस्या…..
विटामिन बी12 से प्रभावित लोग अथवा कमी से जूझ रहे पीडितजन को नियमित अमृतम गोल्ड माल्ट हमेशा परिवार
सहित सेवन करते रहें, तो कमी चिकिसकों के यहां चक्कर नहीं लगाना पड़ेंगे।
आँवला मुरब्बा, हरड़ मुरब्बा, गुलाब पुष्पों से निर्मित गुकलन्द, त्रिफला क्वाथ, दालचीनी, केशर, अर्जुन छाल,
नागरमोथा, मुलैठी, सौंठ, कालीमिर्च आदि असरकअडक औषधियों से निर्मित अमृतम गोल्ड माल्ट शरीर में जरूरी
आहार की पूर्ति कर विटामिन बी12 की कमी नहीं आने देता।
सेवन विधि- सुबह खाली पेट या नाश्ते के बाद एक चम्मच माल्ट गुनगुने दूध से लेवें।
रात को भी ऐसे ही सेवन करें।
- यह शरीर में विटामिन्स, मिनरल्स, प्रोटीन्स, कार्बोहाइड्रेट्स और फाइबर इत्यादि की आपूर्ति करता है।
- कब्ज रहती हो, पेट एक बार में साफ नहीं होता हो, तो अमृतम टेबलेट सादे जल से लेवें।
- ओनली ऑनलाइन उपलब्ध !
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