Lozenge Malt Ayurvedic Medicine for Corona Virus

मौसम की मार है-कोरोना वायरस शिशिर ऋतु में बदलते मौसम के साथ सर्दी-खाँसी,जुकाम होना स्वाभाविक है।

[responsivevoice_button]

लोजेन्ज माल्ट-
19 प्रकार विकारों को दूर करता है..
Lozenge Malt- an Ayurvedic Remedy for Lungs &
Respiratory Health
कोरोना का क्लेश
इससे छुटकारा पाने के लिए
अमृतम “लोजेन्ज माल्ट” का सेवन करें।

इसमें डाले गए घटक द्रव्य
फेफड़ों व छाती के अनेक
अज्ञात और अहित करने वाले
19 (उन्नीस) तरह के श्वांस
विकारों को दूर करने में कारगर है।

“लोजेन्ज माल्ट”
पूर्णतः शुद्ध हर्बल ओषधियों
से बनाया गया है। इसका कोई
हानिकारक दुष्प्रभाव
या साइड इफ़ेक्ट नहीं है।

साइड बेनिफिट्स अनगिनत हैं।
इसमें मिलाए गए….द्रव्य-घटक
कोरोना वायरस एवं संक्रमण नाशक हैं।
^-त्रिकटु,
^-सौंठ
^-तुलसी
^-कालिमर्च
^-काकड़ासिंगी
^-वनफ़सा
^-पुष्कर मूल
^-हंसराज
^-मुलैठी
^-वासा
^-कटेरी
^-नवसार सत्व
^-पुदीना सत्व
^-हरीतकी मुरब्बा
^-आँवला मुरब्बा
से निर्मित
अमृतम” लोजेन्ज माल्ट
का सेवन करना चाहिए
चमत्कारी फायदे……
यह सर्दी-खाँसी की
विकृतियों का नाश कर
फेफड़ों व श्वांस नली
की गन्दगी को साफ कर देता है।
छाती में जमा बलगम,
कफ निकालने में सहायक है।
टफ-कफ की हर्बल मेडिसिन-
“अमृतम”
लोजेन्ज माल्ट (Lozenge Malt)
1- सुखी खाँसी
2- कफदार खांसी
3- कुकर खाँसी
4- दमा
5- जुकाम
6- गले की खराश
7- गला रुंध जाना
8- कंठ में सूजन
9- नजला
10- नाक से पानी बहना
11- सर्दी से सिरदर्द
12- आंखों में भारीपन
13- टॉन्सिल की तकलीफ
14- बार-बार छींक आना
15- कफ के कारण सुस्ती रहना
16- श्वांस संस्थान की दुर्बलता
17- फेफड़ों की खराबी
18- छाती में भारीपन
19- श्वांस संबंधी समस्याओं
का समूल नाश करने में उपयोगी है ।

“लोजेन्ज हर्बल माल्ट”
बच्चों,स्त्री-पुरुषों
बड़े-बड़ों सभी
उम्र वालों के लिए लाभकारी है।
यह घर का डॉक्टर भी है।
दादी मां का खजाना है।
उपयोग कैसे करें
एक कप गर्म पानी में
2 से 3 चम्मच लोजेन्ज माल्ट
(Lozenge Malt)
मिलाकर सुबह खाली पेट
चाय की तरह पिये।
यदि सर्दी व कफ को
मल विसर्जन द्वारा निकालना
चाहते हों,तो एक गिलास
गर्म दूध के साथ लेवें ।
इसके नियमित सेवन
से पेट साफ रहता है।
कफ का बनना भी स्वतः
ही बन्द हो जाता है।

कोरोना वायरस आदि संक्रमण मिटाने
में भी अत्यंत लाभप्रद है।
दमा-श्वांस के पुराने रोगियों को कब
तक लेना चाहिए-
जो लोग हमेशा सर्दी-खाँसी,
जुकाम, निमोनिया, गले की खराश
से परेशान रहते हों
उन्हें कम से कम तीन माह तक दिन
में 3 से 4 बार तक लेना चाहिए।
सुस्ती-आलस्य से मुक्ती हेतु-
रात में खाने से एक घण्टे पहले
2 से 3 चम्मच
“लोजेन्ज माल्ट” ( Lozenge Malt )
गर्म दूध के साथ उपयोग करें।
गले की खराब व टॉन्सिल्स में-
सुबह नाश्ते के साथ 2 से 3
चम्मच ब्रेड या पराँठे में
लगाकर खाएं।

आयुर्वेद के कई ग्रंथों में
लिखा है कि-
यदि बहुत लम्बे समय तक
यदि सर्दी-,खाँसी
जुकाम, निमोनिया
बना रहता है,तो
जल्दी बुढापा आने के लक्षण हैं।
ओनली ऑनलाइन उपलब्ध
www.amrutam.co.in
अथवा फोन पर भी आर्डर बुक
करवा सकतें हैं-
99264-56869
0751-4065581

आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से बात करें!

अभी हमारे ऐप को डाउनलोड करें और परामर्श बुक करें!

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *