क्या आप बार-बार भूल जाते हैं? Do you keep forgetting things?

क्या आप बार-बार भूल जाते हैं? Do you keep forgetting things?

◆ क्या भुलक्कड़ पन के शिकार है?
◆ क्या आपकी याददास्त कमजोर हो चुकी है?
◆ क्या आपको कुछ भी याद नहीं रहता?
◆ क्या मेमोरी लॉस हो चुकी है?
◆ क्या आपको क्रोध बहुत आता है?
◆ क्या स्वभाव चिड़चिड़ा हो गया है?
◆ क्या गुस्सा बहुत आता है?
◆ क्या आप हीन भावना के शिकार हैं?
◆ क्या आत्मविश्वास कमजोर है?
◆ क्या आपका मनोबल टूट चुका है?.
◆ क्या किसी काम में मन नहीं लगता?
◆ क्या रात में नींद नहीं आती?
◆ क्या हमेशा बेचेनी महसूस करते हैं?
◆ क्या आप मानसिक अशान्ति से पीड़ित हैं?
◆ क्या आप डिप्रेशन में हैं?
◆ कहीं आप अवसाद ग्रस्त तो नहीं हैं?
◆ क्या कोई दिमागी कमजोरी है?
◆ क्या कुछ रखकर भूल जाते हैं?
करीब 55 तरह की मानसिक विकृतियों
का इलाज अमृतम की 55 आयुर्वेदिक
जड़ीबूटियों के सत्व व रस में उपलब्ध है
इन विलक्षण ओषधियों को मिलाकर

ब्रेन की गोल्ड माल्ट

और

ब्रेन की गोल्ड टेबलेट

का निर्माण किया है।
जो मस्तिष्क में छुपे अनेक मानसिक
विकारों को दूर करने में सहायक है।

-ब्रेन की गोल्ड-

amrutam Brainkey Gold Malt

•चिन्ता,•तनाव,•डर, •भय,
•डिप्रेशन,•अवसाद, •क्रोध तत्काल
मिटाकर नींद अच्छी लगती है।
याददास्त तेज करने में इसका कोई
सानी नहीं है।

कैसे होता है,बुद्धि का विनाश-

आयुर्वेदिक चिकित्सासार के मानस रोग अध्याय

में सभी रोगों का कारण पेट बताया गया है।

पापी पेट की आपाधापी में हम तन को काफी

बर्बाद कर लेते हैं। वात,पित्त,कफ त्रिदोषों में पित्त

का प्रकोप सबसे अनिष्टकारी है।

पित्त रोग बनता है उदर की
खराबी से और ये वर्षोँ बाद प्रकट होता है,तब तक शरीर विषाक्त होकर अनेक रोगों से घिर जाता है। हम ध्यान नहीं देते इसका सीधा असर दिमाग की धमनियों पर होने लगता है। पेट,शरीर व मस्तिष्क की नााड़ियाँ कड़क  होकर दिमाग सुस्त और तन आलसी हो जाता है।

 कमजोर दिमाग

मन-वचन स्थिर नहीं होने देता।

मेटाबोलिज्म बिगाड़ देता है।

पित्त के “21”दुष्प्रभाव-

1- मन में मानसिक अशांति होना।
2- मन-मस्तिष्क चंचल होना।

3- स्थिरता नष्ट हो जाना

4-  कोई काम में  मन न लगना

5- हमेशा मन खराब रहना
6- पेट में तकलीफ, कब्ज,आवँ रहना

7- डर, चिन्ता,तनाव रहना
8- भूख न लगना, एसिडिटी
10- खट्टी डकार आती है।
11-खाना न पचना
12-पेट व सिर में गर्मी
13- तन निराशा से निस्तेज हो जाता है।
14- सेेक्स की इच्छा न होंना
15- शरीर में कमजोरी
16- बात-बात पर गुस्सा आना

17- धैर्य-धीरज की कमी

18- काम की जल्दबाजी

19- सिरदर्द,तनाव बना रहना
20- हमेशा नकारात्मक विचार आते हैं।

21- सदा भयभीत व भ्रमित  रहना।

ब्रेन की गोल्ड माल्ट एवं टेबलेट

पित्त का नाश कर ब्रेन की शिथिल नाडियों

को क्रियाशील बनाता है।

इसमें मिलाया गया गुलकंद, मुरब्बा पेट की गर्मी शांत

कर पित्त मिटा देता है।

और अधिक जानकारी के लिए पढ़े

◆चरक सहिंता

◆◆सुश्रुत सहिंता

◆◆◆वनोषधि विज्ञान

◆◆◆◆वनोषधि चन्द्रोदय

ब्रेन की के बारे में विस्तार से जाने हेतु अमृतम

की वेवसाइट देखें।

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