क्या आप जानते हैं कि आज के दौर में बाल झड़ना एक बहुत बड़ी समस्या है।

झड़ते बालों को हल्के से न लें। तुरन्त कुन्तल केयर स्पा का इस्तेमाल करें…

बाल झड़ने से कैसे रोकें? और अपने घर में ही बनाएं आयुर्वेदिक देशी दवाएं।

कुछ महिलाओं के बाल पहले बहुत लंबे और घने होते हैं, लेकिन जल्दी फायदे के चक्कर में अत्यधिक रसायनिक उत्पादों का उपयोग कर बालों की जड़ों को घायल कर जड़े कमजोर बना लेती हैं। यही हाल पुरुषों का भी है।

इसका साइड इफ़ेक्ट यह होता है कि कुछ महीनों बाद केश झड़ना इतनी तेजी से शुरू होता है कि कुछ ही सप्ताह में बालों में झड़कर खालित्य-पालित्य केशरोग हो जाता है। फिर केश पहले से आधे भी नहीं रहते।

Kuntal Care Basket

ध्यान रखें शुद्ध प्राकृतिक आयुर्वेदिक दवाएं कम से कम किसी रोग को ठीक करने में तीन माह का समय लेती हैं।घर में बनाये यह केश वर्द्धक ओषधि—अमृतम आंवला पावडर एक चम्मच,अमृतम भृङ्गराज पावडर एक चम्मच, अमृतम ब्राह्मी पावडर एक चम्मच एवं जटामांसी पावडर एक चम्मच तथा 10 ग्राम तुरई के बीज सबको मिलाकर किसी लोहे के पात्र में 400 Ml पानी में 24 घण्टे तक गलने दें।इसके बाद दूसरे दिन इसे लोहे की कढ़ाही में इतना उबाले कि करीब 80 से 100 ml काढ़ा या पानी शेष रह जाये। इसका आधा भाग बालों में लगाकर सूखने दें ओर बालों को धोएं नहीं।शेष काढ़े में तिल का तेल 10 ml, नारियल तेल 10 ml ओर नारियल गोला किसा हुआ 10 ग्राम तीनों को शेष बचे काढ़े में मिलाकर कुछ देर पकाकर तेल बना लेवें। इसे बालों में इतना लगाएं कि बाल गीले हो जाएं।

फिर 10 से 12 घण्टे बाद अमृतम भृङ्गराज थेरेपीहर्बल शेम्पो से बाल साफ करें। यह प्रयोग सप्ताह में 2 से तीन बार, तीन महीने तक नियमित करें।गीले बालों में कंघी न करें न कोई अन्य तेल लगाएं।यदि बना हुआ तैयार ओषधि उपयोग करना चाहें तो अमृतम कम्पनी द्वारा निर्मित देशी काढ़ा

“कुन्तल केयर हेयर स्पा हेम्प युक्त” का उपयोग करें तीन महीने।यदि मासिक धर्म की समस्या से इम्युनिटी कमजोर हो, या पाचनतंत्र की खराबी हो, तो नारी सौंदर्य माल्ट सुबह शाम 1 से 2 चम्मच दूध या जल से लेवें। तीन महीने लेवें।

केशरोगों का अंत-तुरन्त…

बालों की बर्बादी-विश्व की विकराल बीमारी बन चुकी है।…..@ आयुर्वेद नाड़ी सहिंताआदि “संस्कृत सार श्लोक” के अनुसार!!लावण्य केश धारणं!! -अर्थात-काले, लम्बे, घनी जुल्फें,चमकदार केशों से ही महिलाओं में खूबसूरती व आकर्षण बढ़ता है। बाल से ही चाल में चंचलता और अदा आती है।जुल्फें लम्बी होंगी, तो ही कोई, इतरा कर कह सकेगी–जुल्फ खुली रखती हूँ, मैं दिल बांधने के लिए !!अतः महिलाओं को बाल और माल (धन) ही निहाल कर समर्पण में सहायक है।एक गंजे प्रेमी ने अपना अनुभव लिखा है किबार-बार सिर की कसम खाकर,मेरे बालों का बेड़ागर्क कर दिया।जाने-उपाय-उपचार-बाल झड़ना-टूटना, रूसी, डेंड्रफ, गंजापन, सफेद होना आदि केशरोगों को रोकने का उपाय-उपचार और अपने घर में हीं 22/बाइस तरह की जड़ीबूटियों से बनाएं हर्बल स्पा।वर्तमान काल में सन्सार असंख्य युवक-युवतियां केशरोग के क्लेश से कष्ट में हैं।करोड़ों लोग चाहे स्त्री हो या पुरुष बाल झड़ने-टूटने, गिरने की समस्या से परेशान होकर अंदर ही अंदर टूटते जा रहे हैं।नई उम्र के बालों का झड़ना, टूटना, पतले होना, पालित्य-खालित्य अर्थात रूसी व गंजपन आदि केश विकार युवक-युवतियों में आजकल यह एक गंभीर चिंता का विषय है।खालित्य का खात्मा…22 तरह के फायदे जानकर आप अचंभित हो जाएंगे। आयुर्वेद की इन 5 ओषधियों के खोपड़ी से बालों का खाली होते जाना ही खालित्य रोग कहलाता है। खालित्य संस्कृत शब्द है। आम बोलचाल की भाषा में इसे गंजापन कहा जाता है। खालित्य को अंग्रेजी में अलोपेसिया अरीटा (Alopecia areata) बताया जा रहा है। बालों की यह खतरनाक बीमारी पाचनतंत्र की कमजोरी, पेट की खराबी से शुरू होती है। अधिकांश लोग इसके लिए बाहरी इलाज करते हैं, लेकिन अंदरूनी उपचार पर ध्यान नहीं देते। अनेक अनुसंधान के बाद अमृतम ने कुन्तल केयर कॉम्बो जिसमें बालों के लिए 5 तरह की शुद्ध आयुर्वेदिक दवाओं का संग्रह है। जो आपकी काल-कवलित हो रहे केशों की सुरक्षा में मददगार साबित होंगे। 100 प्रतिशत चमत्कारी परिणामों के कारण कुन्तल केयर आज अमृतम का बेहतरीन ब्रांड बन चुका है। यह अमृतम का सर्वाधिक बिक्री होने वाले उत्पादों में से एक है। जिसको स्पॉट बाल्डनेस (सर के कुछ हिस्सों में बालों का नहीं होना) एक ऑटोइम्यून रोग हैंI जिसमे सर के कुछ या संपूर्ण हिस्से से बाल झड़ जाते हैं। इसमें बाल ज्यादातर सिर की त्वचा से ही झड़ते हैं क्यूंकि इसमें शरीर, स्वयं को ही पहचानना छोड़ देता हैं एवं अपने ही ऊतकों को नष्ट कर डालता हैं, जैसे की वो कोई आक्रमणकारी हो। प्रथम चरण में यह सर पर बाल रहित क्षेत्रों (गंजे धब्बों) का निशान बना देता हैंI 1-2 % मामलों में यह सारे शरीर में एवं पुरे एपिडर्मिस में फ़ैल जाता हैं।एक उम्र के बाद बालों का सफेद होना स्वाभाविक है।लेकिन कम उम्र में बाल सफेद होना चिंता का विषय है।परंतु आजकल यह समस्या आमतौर पर देखने को मिल रही है।छोटे-छोटे बच्चों के बाल सफेद होते जा रहे हैं।इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं-विटामिन B-12 की कमी होनातनाव का होनाकेमिकल युक्त तेल का बालों में प्रयोग करनाखुशबूदार तेल अधिक से अधिक बालों में लगानावंशानुगत होनाघर में एक ही कंघी का प्रयोग करना बालों के सफेद होने का कारण हो सकता है। कुछ लोग एक ही कंघी का घर में प्रयोग करते हैं जिसके कारण बच्चों के भी बाल समय से पहले सफेद हो जाते हैं।अत्यधिक धूप में रहनाप्रदूषण युक्त वातावरण में रहनाअत्यधिक शैंपू का प्रयोग करनाबालों को सूखा रखनापोषण युक्त आहार का ना लेनाखाने में हरी सब्जियों का प्रयोग ना करनाकिसी बीमारी का होनाअधिक देर तक मोबाइल चलानाइस तरह से बाल सफेद होने के कई कारण हो सकते हैं। परंतु इसका कोई निश्चित कारण नहीं है।परंतु कुछ बातों का ध्यान रखकर हम बालों को सफेद होने से बचा सकते है-बालों को अच्छी तरह से साफ रखना, अपनी कंघी अलग रखना, शैंपू का अधिक प्रयोग ना करना।सप्ताह में एक या दो बार ही शैंपू का प्रयोग करना दही या दूध से बालों को धोना
पोषण युक्त आहार लेना, रोजाना दूध पीना, मांस ,मछली व अंडे का प्रयोग करना, बालों को बाहरी प्रदूषण, धूल, मिट्टी इत्यादि से बचाकर रखना, सप्ताह में दो या तीन बार अच्छी प्रकार से बालों में अच्छे तेल से मसाज करनातनाव मुक्त रहना।इस तरह से अगर हम अपने बालों की देखभाल करते हैं तो हम अपने बालों को असमय सफेद होने से बचा सकते हैं।पुराने समय में हमारी दादी-नानी कहती थी कि-जब मजबूत हों जड़े, तो काहे को बाल झड़े….खोपड़ी की जड़े मजबूत रहती हैं, मजबूत इम्युनिटी से, जिसे अच्छे खानपान एवं आयुर्वेदिक अनुपान से पाया जा सकता है।क्यों झड़ते हैं बाल….कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली की वजह से जब सिर की खाल में कोशिकाएं खुद की मरम्मत करने में नाक़ाम हो जाती हैं, तो तेजी से गुच्छों के रूप में बाल टूटने लगते हैं। ऐसे में इम्युनिटी को मजबूत करना पहला काम है।एक वजह तनातनी और तनाव भी है-बुजुर्गों की यह बात बहुत बेहतरीन बैठती है कि- हमारे जमाने में नाव चला करती थी, लेकिन अब तनाव चल रहा है। तनाव… तन की नाव डूबा देता है।कुछ आयुष विशेषज्ञ के अलावा हेयर केयर वैज्ञानिक भी मानते हैं कि-शरीर में इम्युनिटी की कमी से बाल, गाल, चाल, ढाल, खाल, ख्याल और मस्तिष्क का मायाजाल का जादू बिखरने लगता है। अतः बीमारी नारी-कुंवारी को हो या ब्रह्मचारी को, इलाज की तैयारी न करने से यह महामारी बन जाती है।बालों की बीमारी से हमेशा के लिए छुटकारा चाहते हों, तो एक महीने उपयोग करें-हेम्प युक्त कुन्तल केयर हर्बल हेयर स्पा—पूर्णतः केमिकल मुक्त, हानिरहित एक शुद्ध हर्बल उत्पाद से उपचार करें। इसे बहुत ही हल्के हाथ से उंगलियों की पोरों से बालों की जड़ों में लगाकर 40 से 50 मिनिट या और अधिक समय तक सूखने दीजिए और बाल धो लीजिए, इससे बाल मजबूत होने लगेंगे। यह बालों का भरपूर पोषण करता है।मेटाबोलिज्म को मजबूत तथा पाचनतंत्र को ठीक करने के लिए कुन्तल केयर हर्बल माल्ट का सेवन अत्यन्त हितकारी है।निम्नलिखित केश विकारों में लाभकारी है-■ सर पर सफेद लाइन दिखाई देना■ गंजापन नज़र आना■ सर में सफेद स्पॉट दिखना■ नाखुन का पतला होना व टूटना■ नाखुनो की चमक खत्म होना■ खोपड़ी में खारिश होना अनेकअंदरूनी तकलीफों को पनपने नहीं देता।बाल झड़ रहे हैं, तो देख लेंगे।यदि आप ऐसा सोचते हैं,तो सावधान हो जाईये….कुन्तल केयर हर्बल माल्टका इस्तेमाल 3 माह तक शुरू कर दीजिए।कुन्तल केयर के 5 असरदायक फायदे …■ बालों का झड़ना-टूटना तत्काल रोकता है।■ मानसिक शांति प्रदाता है।■ अनिद्रा को दूर करता है।■ दिमाग को तनाव रहित बनाता है।■ खोपड़ी की मांसपेशियों को मजबूती देता है।कुन्तल केयर माल्ट क्यों जरूरी है-हमारा शरीर खुद ‘विटामिन सी’ नहीं बना सकता इसलिए ज़रूरी है कि आप ऐसी चीज़ें खाएं और पियें जिनमे विटामिन सी की उच्च मात्रा हो।विटामिन सी की कमी से बाल कमज़ोर, कान्ति विहीन हो जाते हैं और बार-बार टूटते हैं। हमारा शरीर विटामिन सी का उपयोग कोलेजन (collagen) बनाने के लिए करता है जो बालों की वृद्धि के लिए ज़रूरी है।भावप्रकाश निघण्टु,आयुर्वेदिक निघण्टु के मुताबिकआँवला में सर्वाधिक विटामिन सी होता है।कुन्तल केयर माल्ट में आँवला मुरब्बा विशेष रूप से मिलाया गया है। इसमें प्राकृतिक विटामिन सी होता है। नई खोज में इसे बेहतरीन एंटीऑक्सिडेंट बताया गया है।कुन्तल केयर हर्बल माल्ट में मिले सेव मुरब्बे का गुणधर्म…एनीमिया, कम रक्त गणना और ग्रंथिशोथ यानि थायराइड की असामान्यता भी शारीरिक तनावों के रूप में काम करते हैं क्योंकि ये बालों के विकास में रूकावट बनकर प्रत्यक्ष रूप से योगदान देते हैं! सेव मुरब्बा इस सब तकलीफों का निदान करता है।अपने बालों को दें अपार शक्तिसहायक सप्लीमेंट ओषधि के रूप मेंकुन्तल केयर हर्बल हेयर माल्टसुबह खाली पेट तथा रात्रि में1से 2 चम्मच गुनगुने दूध के साथ3 महीने तक लगातार लेवें ।इसके नियमित सेवन से सभी केशवर्द्धकविटामिन्स, प्रोटीन की पूर्ति होती है।बालों को ताकत मिलती है।ओनली ऑनलाइन उपलब्धकेेेशवर्द्धक अमृतम चिकित्सा-उपाय…? कुन्तल केयर हर्बल हेयर स्पा हेम्प युक्त? कुन्तल केयर हर्बल माल्ट? कुन्तल केयर हर्बल हेयर ऑइल? कुन्तल केयर हर्बल हेयर शेम्पो? कुन्तल केयर हर्बल टेबलेट? भृङ्गराज हेयर थेरेपी शेम्पोउपरोक्त 5 प्रकार के अमृतम उत्पादों से अपने बालों का सम्पूर्ण उपचार बिना किसी नुकसान के कर सकते हैं।बालों के जड़ों की कमजोरी मिटाने वाली केशनाशक कुन्तल केयर हर्बल माल्ट या चटनी इसे आयुर्वेदिक अवलेह भी कहते हैं। यह रोगप्रतिरोधक क्षमता को बलशाली बनाता है।कुन्तल केयर माल्ट बालों को सफेद होने से रोकता है।क्योंकि कमजोर पाचनतंत्र यानि मेटाबॉलिज्म और इम्युनिटी शक्तिहीन होने के कारण भी बाल जल्दी सफेद होते हैं। टूटने-झड़ने भी लगते हैं।आयुर्वेदाचार्यों के मुताबिक ढलती-बढ़ती उम्र, प्रदूषण और आज के समय की जीवनशैली के कारण उम्र से पहले ही बाल सफेद होने लगते हैं।अमृतम फार्मास्युटिकल्स, ग्वालियर म.प्र. ने कुन्तल केयर हर्बल हेयर माल्ट के रूप में तैयार किया है। अमृतम देेेश की पहली हर्बल निर्माता कम्पनी है, जो सभी तरह के साध्य-असाध्य तथा हर प्रकार के रोग-विकारों के लिए पूर्णतः केमिकल रहित 45 तरह के असरकारी हर्बल माल्ट का निर्माण कर रही है।हालांकि पुराने बाल झड़ना एव नवीन केश आना एक अच्छी बात है। यह बेहतरीन इम्यून सिस्टम की निशानी है। लेकिन सामान्य से अधिक बहुत बाल झड़ रहे हैं, तो यह खतरे की घण्टी है। बाल झड़ने की वजह सबकी अलग-अलग हो सकती है जैसे-# बालों के प्रति लापरवाही बरतना या# बालों की सही देखभाल न करना,# हर बार उत्पाद बदलना,# तनाव, इन्फेक्शन,# हार्मोन्स का असंतुलन,# पोषक पदार्थों की कमी,# अंग्रेजी दवाओं का दुष्प्रभाव आदि# अधिक रसायनिक घटिया साबुन और# शैंपू का प्रयोग आदिकई कारण हो सकते है। इसके लिएहेम्प युक्त कुन्तल केयर हेयर स्पाबेहतरीन आयुर्वेदिक इलाज है।किताबों के किबाड़ खोलें, तो…..@ वनोषधि विशेषांक,@ जंगल की दुर्लभ जड़ी-बूटियाँ@ आयुर्वेदिक केशोपचार@-बालों की प्राकृतिक चिकित्सा आदिपुस्तकों में भी केशनाशक ऐसे अद्भुतइलाज हैं, जिनके उपयोग से दोमुहें होना बालों का झड़ना, टूटना, रूखापन, गंजपन, रूसी (डेन्ड्रफ) मानसिक अशांति आदि बहुत से केश विकारों को मिटाकर बालों को काला, लम्बा, घना, मुलायम तथा चमकदार बनाया जा सकता है। इन घरेलू नुस्खों से हमेशा के लिए केशपतन बन्द हो जाता है।22 बूटियों से करें बालों का उपचार….कुन्तल केयर माल्ट में रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले द्रव्यों का सन्तुलित मिश्रण है। इसमें बाल वृद्धि के लिए असरदार ओषधि त्रिफला अवलेह में मिश्रण किया है, जो बाल की जड़ों को ताकत देकर इम्यून सिस्टम को भी स्ट्रांग बनाता है। कुन्तल केयर में भृङ्गराज को इसलिए मिलाया है क्यों की यह बालों को घना, लम्बा करने के साथ-साथ यकॄत की क्रियायों को ठीक करती है। भ्रंग्रराज लिवर को ताकत देता है।प्राचीनकाल में महिलाएं अपने बालों को झड़ने-टूटने,गिरने से बचाने और जड़ों कोमजबूत बनाने के लिए देशी जड़ीबूटियोंसे घर में बनाती थी- हेम्प हेयर स्पा…यह सब शुद्ध ओषधियां गाँव और जंगलोंमें पाई जाती हैं। यह ज्ञान भारत केआदिवासियों, शहरियों, जंगल में वासकरने वाले लोगों के पास यह आज भीउपलब्ध है।आवश्यक बाइस-२२ प्रकार के घटक-द्रव्य…【१】त्रिफलात्रिफला तीन फलों से बना एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक रासायनिक फॉर्मुला है।यह बाल गिरने से रोकने तथा रूसी मिटानेके लिए मददगार है।इमोशनल इंटेलीजेंस को विकसित करता है【२】हेम्प ओषधितनाव दूर कर नींद लाता है【३】विभितकी,बालों का झड़ना-टूटना, गिरना रोकने और बालों की वृद्धि के लिए चमत्कारी है।【४】बादाम, बुद्धिवर्द्धक होता है।【५】भृङ्गराज,बालों का महाराज-भृङ्गराजअकाल या कम उम्र में बालों का सफेदी से बचाने हेतु यह औषधि अत्यंत प्रभावी है । नए काले केश उगाने में सहायक।【६】शिकाकाई,बालों को झड़ने, कमजोर होने से रोके।【७】हरश्रृंगार,स्किल managment की सफलता मेंयह विशेष उपयोगी। तनावरहित बनाता है【८】गुड़हल पुष्पगुड़हल पुष्प प्राकृतिक स्त्रोतों सेइनोसिटोल, पेंटोथेनिक एसिड, फोलिक एसिड पैरा अमीनों बेंजोइक एसिड की कमी पूरी करता है। स्वच्छतार्थ सन्देश वाहक है।【९】नीम-रूसी,खोंची नाशक【१०】रीठा-जड़ों से गन्दगी मिटाता है।【११】मैथीदाना-मजबूती देता है।【१२】लोंकी बीज-लम्बे बनाता है【१३】मेहंदी,में भरपूर पोषण होता है, जो बालों के लिए फायदेमंद है, इसलिए बालों में मेहंदी लगानी लाभकारी रहता है।【१४】नारिकेल गरी-बालों को चमकदार बनाकर कला करता है।【१५】नागरमोथा-अनुचित केशों को उपयोगी बनाता है।【१६】बालछड़ {जटामांसी}सिर में खुले घूम रहे हजारों कीटाणुओंकोमल विसर्जन (पाखाने) द्वारा बाहर निकालता है।【१७】 सीताफल बालों के दुष्कर्मियों को पकड़कर केशधोवन द्वारा दूर करता है। सीताफल के पत्ते बाल झड़ने से खोपड़ी यानि स्कैल्प पर बन रहे हैं छोटे पैचेज, “एलोपेसिया एरेटा” आदि समस्याओं का अंत करने में उपयोगी हैैं।【१८】हराधनिया,【१९】हरीतकी【२०】शमीपत्र,【२१】प्याज का रस【२२】निम्बू का छिलका-प्रदूषण नाशक।【२३】शंखपुष्पी-बालों को बिगाड़ने व वारदात करने वाले तन्तुओं को को नष्ट करने में सहायक है।【२४】लौंग सडनरोधक है।आदि अनेक रुखड़ियों को इकट्ठा करके इन्हें कूटकर किसी मिट्टी के पात्र (घड़े) में १६ गुना पानी मिलाकर 24 घण्टे गलने छोड़ देती थी।तत्पश्चात महिलाएं दूसरे दिन धीमी आँच अर्थात मन्द-मन्द अग्नि में इसे 3 या 4 दिन इसे तब तक उबालती थी, जब तक एक चौथाई न रह जाए।हर्बल हेयर स्पा/काढ़ा बनाने का घरेलू तरीका-जब पानी एक चौथाई रह जाता एवं बहुतगाद जैसा गाढ़ा,काढ़ा होने पर उसे 2 या3 दिन तक ठंडा कर, छानकर काँच कीशीशी में भरकर रख लेती थी।हेम्प युक्त हेयर स्पा के उपयोग का तरीकारोज नहाने से पहले या बाद तथारात्रि में इस केशनाशक आयुर्वेदिककाढ़े गाढ़े गाद (स्पा) को बालों कीजड़ों में हल्के-हल्के हाथ से,उंगलियोंके पोरों से लगाके सुखाया करते थे।दूसरे दिन महिलाएं बिना साबुन-शेम्पोके बाल धो लिया करती थी, फिर बालसुखाने के बाद कंघी की जाती थी ।यह थी प्राचीन भारत की पुरानी परंपराव केश चिकित्सा। चाहे, तो आज की युवापीढ़ी, नवयोवनाएँ अपनी दादी, परदादी, नानी, परनानी, बुआ, ताई, मौसी, चाची या गाँव की किसी बुजुर्ग महिलाओं से बेहाल बाल बचाने का प्राकृतिक ज्ञान ले सकती हैं।आदिकालीन आयुर्वेदिक उपचार..हर घर,हर गाँव में इस हर्बल स्पा का उपयोग प्रबुद्ध या अनपढ़ स्त्री, नवयौवना, महिलाएं, रानी-महारानी,पटरानी व पुरुष सभी किया करते थे।इसी हर्बल स्पा की वजह से ही केरल एवं साउथ की महिलाओं के बाल बहुत ही सुंदर,चमकीले तथा खूबसूरत व घने, काले, लम्बे होते हैं। बालों को हर-बल देता- हर्बल काढ़ा ही वर्तमान युग का हेम्प युक्त हेयर स्पा है, जिसे दुनिया में पहली बार अमृतम द्वारा”कुन्तल केयर हर्बल हेयर स्पा” हेम्प युक्तके नाम से तैयार किया है।रोज-रोज धोने का झंझट भी नहीं।कुन्तल केयर स्पा लगाओ..फिर सुखाकर काम पर निकल जाओ। कामकाजी महिलाओ के लिए अजूबा है यह उत्पाद।यह हर्बल स्पा बालों का झड़ना, टूटना, पतला होना रूस आदि की शिकायत तो दूर करता ही है साथ ही सोने से 1 घण्टे पहले लगाने पर माइग्रेन ओर अनिद्रा की तकलीफ को भी मिटाता है। यह आयुर्वेद की 5000 वर्ष से अधिक पुरानी किताबों के अनुसार निर्मित है।तलाबों, हाथ-पैरों की जलन का सीधा सम्बन्ध हमारे मस्तिष्क से है कभी सोच है आपने।जब मस्तिष्क में गर्मी शांत होगी, तो पूरे तन-मन को परम शांति का अनुभव होता है।दिमाग को सकारात्मक और संतुलित बनाये रखने के लिए इसमें ब्राह्मी, जटामांसी, मेहदी आदि का मिश्रण किया है।इसमें हेयर फॉल, हेयर लॉस और डेन्ड्रफके लिए काफी कारगर जड़ीबूटियों का समावेश है।कुन्तल केयर में मिले कुछ जादूई हर्ब बालछड़, भृङ्गराज, विभितकी, हेम्प, आंवला और ब्राह्मी बालों की रीग्रोथ का बहुत उम्दा एजेंट है।हेम्प युक्त कुन्तल केयर हाइपोएलर्जिक, बालों की जड़ों में सड़न, बदबू और सेंसेटिव स्किन बालों के लिए खास तौर पर तैयार किया गया है।आप फीके-रूखे, चमकहीन, डल हो चुके बालों में जादू देखना चाहते हैं, तो ये आपके लिए बेहतरीन उत्पाद है।हेम्प के बीज में 21 एमिनो एसिड होते हैं जिनका शरीर द्वारा निर्माण नहीं हो सकता है। इसलिए हेम्प के बीज एक सम्पूर्ण प्रोटीन है।यह निम्न केश विकारों का नाशक है….[] केश पतन, रूसी, रूखापन[] जुंए-लीख पड़ना, संडान्ध[] दोमुहें केश, पतला होना[] बालों का झड़ना-टूटना,आदि समस्याओं का अन्त…तुरन्त या4 से 5 दिनों में दूर कर बालों की जड़ोंक

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