ध्यान रखें-भगवान ने सभी मनुष्यों की आयु 120 साल निर्धारित की है और हम 40 के बाद ही फालिस के फांसले पर पहुंच जाते है।
नियम-धर्म, जीवन शैली में परिवर्तन कर तथा आयुर्वेद और घरेलू उपायों द्वारा हम सदैव तन्दरुस्त रह सकते हैं।
इस लेख में आयुर्वेद की खास खास दवा बताई जा रही है, जिसे अपनी प्यारी फेमिली को खिलाने की आदत बनाये ओर तन-मन को प्रसन्नता प्रदान करें…
- अगर शास्त्रों को सत्य समझे, तो हर इंसान की निरोग रहते हुए 120 वर्ष की आयु होना चाहिए।
- स्वस्थ्य रहने के लिए मानसिक शांति चाहिए, जो अब सम्भव नहीं।
- अगर आदमी सब कुछ ऊपर वाले पर छोड़ दे और चिंतारहित होकर जिये, तो उसे कभी कोई रोग नहीं होगा। बस हमें सिध्ह संतों की इस बात पर पूर्ण भरोसा करने की आदत बनानी होगी..
- मैं अति दुर्बल मैं मतिहीना,
- जो कछु कीन्हा शम्भू कीना।
- शम्भूतेजसे नमःशिवाय!! का निरंतर जप करते हुए भी स्वस्थ्य रहकर मर सकते हैं। बस इस मंत्र को नाभि को सुनाए ओर चमत्कार देखें।
- कबीरदास ने लिखा है-ज्यों की त्यों धर धीनी चदरिया।
- कहने का मतलब इतना ही है कि जैसा स्वस्थ्य परमात्मा ने हमें भेजा था, हमें वैसा ही उसे सौंपना है। लेकिन सबने अपना भेजा वितना खराब कर रखा है कि आजकल चिकित्सक की मर्जी से जन्म ले रहे हैं और उसी की मर्जी से मर रहे है।
- शौच साफ आये, सोच सही रहे, शौक पूरे हों। जीवन शोक रहित हो, तो आप सदैव सुरक्षित रहेंगे।
- Amrutam Gold Malt ऒर अमृतम टेबलेट का पूरा परिवार हमेशा सेवन करते रहो, हमारा दावा है, जीवन भर आपको डॉक्टर के द्वार पर जाकर दरवाजा नहीं खटखटाना पड़ेगा!
- माल्ट दूध के साथ सुबह खाली पेट दूध के साथ बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं सबको खिलाये।
- रात को एक से दो गोली अमृतम टेबलेट सादे जल से लेवें। बस इतना प्रयास आपको तंदरुस्ती का अहसास करा देगा।
- अधिक जानकारी के लिए amrutam की वेबसाइट खंगाले। इसके हवाले आपको आयुर्वेद की अनेक रहस्यमयी निबाले !
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