Tag: ध्यान

  • सर्व दुःख, रोग नाशक वेदमंत्रों के चमत्कार

    सर्व दुःख, रोग नाशक वेदमंत्रों के चमत्कार

    उपनिषद, पुराण, ग्रन्थ-शास्त्रों में सफलता के अनेक मंत्रों का उल्लेख है। इस धरती पर ऐसी कोई समस्या नहीं है, जिसका उपचार मंत्रों से नहीं किया जा सके। आयुर्वेद कहता है कि बीमारी का असर मन पर होता है। मन की खराबी असंख्य विकारी की जन्मदाता है। इसलिए मन्त्र जपने से मन शांत व प्रसन्न रहता…

  • पूरा परिवार सदैव स्वस्थ्य कैसे रहे, आयुर्वेद में इसकी ओषधियाँ उपलब्ध हैं!

    पूरा परिवार सदैव स्वस्थ्य कैसे रहे, आयुर्वेद में इसकी ओषधियाँ उपलब्ध हैं!

    ध्यान रखें-भगवान ने सभी मनुष्यों की आयु 120 साल निर्धारित की है और हम 40 के बाद ही फालिस के फांसले पर पहुंच जाते है। नियम-धर्म, जीवन शैली में परिवर्तन कर तथा आयुर्वेद और घरेलू उपायों द्वारा हम सदैव तन्दरुस्त रह सकते हैं। इस लेख में आयुर्वेद की खास खास दवा बताई जा रही है,…

  • ध्यान सामान से अधिक महत्वपूर्ण है। प्रभाव जमाने और अभाव मिटाने के से मान-अपमान के लिए ध्यान-योग जरूरी है…. अमृतम पत्रिका

    ध्यान सामान से अधिक महत्वपूर्ण है। प्रभाव जमाने और अभाव मिटाने के से मान-अपमान के लिए ध्यान-योग जरूरी है…. अमृतम पत्रिका

    ध्यान कोई पूजा नहीं है। यह अनुष्ठान या विधि-विधान भी नहीं है। ध्यान है-प्रकृति को देना…! लेना कुछ भी नहीं। ईश्वरोउपनिषद में लिखा है कि हम ईश्वर को केवल श्वांस ही दे सकते हैं। शेष प्रसाद, फल आदि अर्पित करना पाखंड है। ध्यान है-तन-मन-अन्तरात्मा का कचरा साफ कर विचारों की शून्यता। फिर स्वयम के अतिरिक्त…

  • वेद की बातें बनाएंगी स्वस्थ्य!

    वेद की बातें बनाएंगी स्वस्थ्य!

    जान ले- स्वस्थ्य रहने के लिए जरूरी  वेद सनातन जीवन पद्धति क्या है? तन-मन से स्वस्थ्य रहते हुए जो व्यक्ति जीवन जी लेता है, वह सफल हो जाता है, क्योंकि इसी चौबीस घण्टे में क्रम पूर्वक जीवन मृत्यु का घूर्णन (रोटेशन)  होता रहता है। वेद ज्ञान का भण्डार है…. @ ज्ञान-काण्ड ऋग्वेद का विषय है, @ कर्मकाण्ड यजुर्वेद…