!!हर शब्द अमॄतम!!
उम्र के हिसाब से सेक्स की इच्छाएं
कम होती चली जाती हैं-
शुरू-शुरू में शादी के कुछ
दी बाद तक सेक्स के प्रति बहुत
लगाव और उत्तेजना रहती है।
यह चरमसुख एक उम्र तक
बढ़ता ही जाता है।
पार्टनर को भी आनंद की
अनुभूति होती है।
जैसे-जैसे हमारे अंदर शिथिलता
आने लगती है, वैसे ही स्त्री की
इच्छा मरती जाती है।
इसके बाद उसे मोनोपॉज
अर्थात माहवारी के कम या
बन्द होने की शिकायत
शुरू होने लगती है।
कामसूत्रों के हिसाब से यदि
जीवनसाथी यानि पत्नी को
सम्बन्धों में सेक्स का नित्य नया
परमानंद मिलता रहे, तो वो
कभी तृप्त नहीं होती।
काम शास्त्र के अनुसार
स्त्री में भयंकर कामवासना
होती है।
यदि आदमी मर्दाना ताकत
से भरा हुआ हो।
तभी स्त्री को सेक्स सुख
पर्याप्त मिल पाता है।
एक शोध के मुताबिक
दुनिया में 33 फीसदी महिलाएं
जीवन भर
यौन सुख प्राप्त नहीं कर पाती।
पुरुष ने सेक्स का पूरा आनंद उठाया।
फिर, चलते बने। कुछ लोग ही
पत्नी को सेक्स से कुछ कुछ तृप्त
कर पाते हैं।
उन्हें आयुर्वेदिक दवाओं का लम्बे
समय तक सेवन करना हितकारी है।
जो लोग यौन सम्बन्धों से तृप्त होते गए। उनका धीरे धीरे सेक्स का अंतराल भी बढ़ता गया। पहले रोज़ाना, फिर एक दिन छोड़ कर, फिर सप्ताह, फिर पखवाड़ा, ओर फिर बात महीने तक होने लग गयी। क्योंकि सेक्स की आपकी शारीरिक जरूरत कम होती गयी।
अर्थशास्त्र का एक नियम है-
लॉ ऑफ दिमिनिसिंग
मार्जिनल यूटिलिटी।
इसका एक उदाहरण हैं –
आपको भुख लगी है जैसे ही आप पहली रोटी खायेंगे भूख कुछ कम होगी, अगली रोटी खाने पर ओर कम, फिर एक स्थिति पर आप तृप्त हो जाएंगे और भूख लगभग पूरी कम हो जाएगी।
सेक्स की भूख बनाये रखने
एवं पुरुषार्थ शक्ति बढ़ाने के
लिए…..अमॄतम
बी फेराल गोल्ड माल्ट
बी फेराल गोल्ड केप्सूल
दोनो दवाओं का 3 महीने
अथवा जीवन भर उपयोग
करके सेक्सी बने रह सकते हैं।
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