Tag: इम्युनिटी

  • साइकिल चलाओ और तन्दरुस्त बनो!

    साइकिल चलाओ और तन्दरुस्त बनो!

    कल, कलदार और क्लेश से दुनिया परेशान है। भविष्य में क्या होगा?… इसी चिंता में विश्व की एक चौथाई जनसँख्या बीमार है। सायकल चलाने वाले अंकल को……. कल की कोई फिक्र नहीं रहती। क्योंकि सायकल चलाकर वह तन्दरुस्त रह सकता है। बचपन में साइकिल चलाने के मजे, जवानी में ना जाने कहाँ खो जाते हैं।…

  • क्या कुन्तल केयर में किसी अन्य तेल को मिलाया जा सकता है?..

    क्या कुन्तल केयर में किसी अन्य तेल को मिलाया जा सकता है?..

    कुन्तल केयर में कुछ भी मिलाने की जरूरत नहीं है। कुन्तल केयर हर्बल हेयर ऑयल 22 खास जड़ीबूटियों के काढ़ेऔर औषधि तेलों से निर्मित है। यह सम्पूर्ण केशवर्धक हर्बल तेल है। अगर आप बालों में तेल लगाना नहीं चाहते, तो बिना तेल से बना कुन्तल केयर हर्बल हेयर स्पा का उपयोग कर सकते हैं। कुन्तल…

  • रोगप्रतिरोधक क्षमता या इम्युनिटी कैसे बढ़ाएं। कोई आयुर्वेदक दवा बताएं…

    रोगप्रतिरोधक क्षमता या इम्युनिटी कैसे बढ़ाएं। कोई आयुर्वेदक दवा बताएं…

    रोग प्रतिरोधक क्षमता अर्थात कमजोर इम्यून सिस्टम होने पर बीमारियों का असर जल्दी होता है। ऐसे में शरीर व्याधियों का अखाड़ा बन जाता है और हम बार-बार, जल्दी-जल्दी बीमार पड़ने लगते हैं। वर्तमान में फेल रहा कोरोना संक्रमण, दिनग फीवर का आक्रमण, शरीर या पूरे बदन में दर्द, आलस्य, सुस्ती, चिड़चिड़ापन आदि रोगों की वजह…

  • टायफाइड/मोतीझरा और बार-बार होने वाले ज्वर, मलेरिया, ड़ेंगू फीवर आदि जड़ से मिटाने के लिए लेवें यह हर्बल मेडिसिन…

    टायफाइड/मोतीझरा और बार-बार होने वाले ज्वर, मलेरिया, ड़ेंगू फीवर आदि जड़ से मिटाने के लिए लेवें यह हर्बल मेडिसिन…

    टायफाइड यानी मोतीझरा के रोग से हर-भरा दिमाग भी कचरा घर बन जाता है। आयुर्वेद ग्रन्थों में टायफाइड को मोतीझरा कहते हैं। यह एक संक्रामक ज्वर है। आज का कोरोना वायरस से मोतीझरा के लक्षणों में बहुत समानता है। टायफाइड हो या ज्वर के समय स्वर बिगड़ जाता है … मोतीझरा या टायफाइड की समस्या…

  • क्या कोरोना जैसे या ज्वर से इम्युनिटी बढ़ाकर बचा जा सकता है?

    क्या कोरोना जैसे या ज्वर से इम्युनिटी बढ़ाकर बचा जा सकता है?

    सभी तरह के संक्रमण या वायरस से बचाव के लिए आयुर्वेद अपनाये- मलेरिया कैसे फैलता है? क्या ये संक्रामक बीमारी है? इससे बचने के उपाय क्या हैं? ज्वर-मलेरिया, संक्रमण, वायरस, सर्दी-खांसी-जुकाम का पूर्णतः आयुर्वेदक उपचार घर बैठे कैसे करें?… जाने मलेरिया के बारे में 48 खास जानकारी- मलेरिया की उत्पत्ति देह में मल वृद्धि और…

  • क्या आयुर्वेद द्वारा भी केंसर से मुक्ति सम्भव है? जाने सटीक इलाज

    क्या आयुर्वेद द्वारा भी केंसर से मुक्ति सम्भव है? जाने सटीक इलाज

    कैंसर से मुक्ति के आठ उपाय नीचे पढ़ें। रोगप्रतिरोधक क्षमता की कमी, कमजोरी के कारण ही देह में कैंसर जैसे असाध्य रोग पैदा होते है। सबसे पहले अमृतम द्वारा निर्मित डिटॉक्स की क्वाथ का काढ़ा बनाकर दिन में दो बार लेवें- ताकि शरीर की शुद्धि हो सके। रोगनिदान ग्रन्थ, माधवनिदान, आयुर्वेद चिकित्सा आदि किताबों में…

  • गणेश चतुर्थी को बनाएं-गिलोय युक्त गुड़ के मोदक/लड्डू…

    गणेश चतुर्थी को बनाएं-गिलोय युक्त गुड़ के मोदक/लड्डू…

    35 तरह के रोगों का विनाशकारी मोदक।  सँक्रमण रोगों को मिटाने वाला आयुर्वेदिक गुडुची मोदक (लड्डू) जिसे खुद भी खाएं औऱ गणपति जी को भी अर्पित करें। बेहतरीन इम्युनिटी बूस्टर होते हैं– गुड़-मेवा के लड्डू उत्सव के समय घर-घर में बहुत ही उत्साह के साथ एवं उत्तर भारत में गुड़-मेवा के लड्डू ज्यादा प्रचलित हैं। ये लड्डू जन्माष्टमी के…

  • कोरोना वायरस की वेक्सीन कब तक आएगी?

    कोरोना वायरस की वेक्सीन कब तक आएगी?

    फिलहाल तो कोरोना का टीका आने वाला है नहीं। यदि आ भी जाएगा, तो उसके अनेक साइड इफ़ेक्ट होंगे। दरअसल यह संक्रमण इम्युनिटी कमजोर होने की वजह से फैल रहा है और इम्यून सिस्टम मजबूत करने के लिए सादा जीवन उच्च विचार सर्वश्रेष्ठ उपाय है। घर का शुद्ध खानपान आपको स्वस्थ्य रखेगा। अच्छी सोच से…

  • इम्युनिटी बढ़ाने का सवसे सस्ता और कारगर इलाज-तनाव मुक्त रहिये…

    इम्युनिटी बढ़ाने का सवसे सस्ता और कारगर इलाज-तनाव मुक्त रहिये…

    तनाव, चिन्ता, फिक्र, भय-भ्रम तथा निगेटिव सोच से दूर रहिये। यह इम्यूनिटी के लिए सबसे फायदेमंद है। आयुर्वेद चरक सहिंता, आयुर्वेदिक निघण्टु में रोगप्रतिरोधक क्षमता वृद्धि के उपायों में लिखा है कि- पूरी पर्याप्त नींद, तनाव मुक्त मस्तिष्क योग, ध्यान-प्राणायाम सन्तुलित भोजन, नियमित कसरत, स्नान पूर्व अभ्यंग यानि मालिश और त्रिदोष नाशक जड़ीबूटियों से निर्मित…

  • आयुर्वेदिक भस्म, जो रोगों को जड़ से कर दे-भस्म!

    आयुर्वेदिक भस्म, जो रोगों को जड़ से कर दे-भस्म!

    स्वस्थ्य, शतायु रहने के लिए-भस्मों  का उपयोग आवश्यक है- जीर्ण-शीर्ण, असाध्य तथा अज्ञात बीमारियों का आयुर्वेद में जड़ीबूटियों, क्वाथ, काढ़ा चूर्ण, चटनी, माल्ट, सिरप के अलावा रस-भस्मों से उपचार किया जाता है। आयुर्वेद के प्राचीन सन्दर्भ शास्त्र- आयुर्वेदिक संस्कृत के प्राचीन अमृतम  ग्रन्थ जैसे- अनुपान तरंगिणी, निघण्टुरत्नाकर, बृहद-योगतरंगिणी, बंगसेन सहिंता तथा रसतन्त्र सारः व सिद्ध योगसंग्रह प्रथम…