Tag: चमत्कारी
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चातुर्मास यानि वर्षा ऋतु में व्रत उपवास करने से होते हैं चमत्कारी फायदे। जानकार चोक जाओगे |
व्रत उपवास के बारे में 50 के करीब जानकारी आपका दुर्भाग्य मिटा देगी। एक बार ईश्वर की मर्जी से चलें। कभी कोई स्वस्थ्य जीवन हेतु यदि कोई व्यक्ति उपवास, पूजा आदि आचरण में लाने की सलाह देने का प्रयास करता है, तो वे उलटा प्रश्न कर कहते हैं कि ‘धार्मिक व्रतों के पीछे कोई वैज्ञानिक…
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जाने एक चमत्कारी छिन्नमस्ता मंत्र और यंत्र का दुर्लभ चित्र और जाने तांत्रिक बन की विधि…
छिन्नमस्ता यंत्र का फोटो नीचे देखें। चित्र में छिन्नमस्ता देवी का यंत्र चित्रित है। ये नेपाल के पुरश्चर्याणव ग्रंथ में चित्रित है। इसे एक प्राचीन ग्रंथ से लिया गया है। घर में इस यंत्र का चित्र लगाने से तंत्र, टोटका, जादू टोने का दुष्प्रभाव खत्म हो जाता है। ये तंत्रोक्त प्राणसंक्रांति का द्योतक कराते…
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ज्योतिष शास्त्र एक परम विज्ञान है।……
इस विज्ञान का लाभ पाने हेतु मेने अनेको प्रयोग स्वयं किये और दूसरों से भी कराए । इसके चमत्कारी परिणाम प्राप्त हुए । सफलता के दुर्लभ प्रयोग हमेशा विश्वासपात्र लोगो को ही बताना चाहिए स्वार्थी एवं मोके का फायदा उठाने वालों से इन्हें छुपाए रहे यदि सूर्य अशुभ हो तो :- बंदरो को गुड़ खिलाए…
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प्याज के 41 फायदे क्या हैं?
भारत वह देश है जहां प्याज-लहसुन खाने से पाप लगता, लेकिन बेईमानी, छल-कपट, भृष्टाचार करने से पाप नहीं लगता। !!पलाण्डु रक्षति, पल रक्षणे!! प्याज अनेक रोगों से रक्षा करता है। 18 पुराणों में से एक गरुड़पुराण में प्याज का पलाण्डुगुटिका के नाम से पूरा एक अध्याय है। इसे भगवान के नैवेद्य में कभी अर्पित नहीं करते हैं…
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जाने अश्वगंधा के चमत्कार, गुण, उपयोग…..
अश्वगंधा भारत की बेहतरीन खोज है। यह चमत्कारी हर्ब है। इसे आयुर्वेद में अहम् सम्मान प्राप्त है- क्योंकि अश्वगंधा प्राकृतिक इम्युनिटी बूस्टर है। अमृतम की एकल ओषधि श्रंखला का यह ब्रांडेड उत्पाद है, जो अमृतम अश्वगंधा चूर्ण के नाम से ओनली ऑनलाइन उपलब्ध है। आयुर्वेद विशेषज्ञों का मानना है कि अश्वगंधा का इस्तेमाल कई शारीरिक समस्याओं को…
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लिवर की चमत्कारी बूटी- भुइँ आँवला….
भुई निम को भूमि आंवला, भू आमला भी कहते हैं। आयुर्वेद के प्राचीन ग्रन्थ भावप्रकाश के गुडुच्यादी वर्ग की यह प्रसिद्ध बूटी है। बंगाली में- भुइ आम्ला कन्नड़ में- किरूनिल्ले तमिल में- नेल वुसरि गुजराती में- भोयँ आंवली मराठी में- भुई आमलकी लेटिन भाषा में- फाइलैंथस निरूरी कहते हैं। प्रायः बरसात के समय सभी जगह…
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महाभारत की चक्रव्यूह रचना का नमूना…..
ग्वालियर क्षेत्र के चमत्कारी रहस्य… गुरुद्रोणाचार्य द्वारा रचित महाभारत कालीन चक्रव्यूह भिंड जिले के गोहद के पास शान्तनु खेड़ा नामक ग्राम में रखा हुआ है। शासन इसे पुरातत्व संग्रहालय में रखने की व्यवस्था करने हेतु प्रयासरत है। महाभारत के युद्ध का राजदार और रहस्यमयी चक्रव्यूह पड़ा हुआ है जंगलों में…. गोहद ग्राम महाभारत के पात्रों का…