Tag: भारत

  • फाइनल – पिछले हटाएं जिसे देखखर भारत भूमि का गर्व होगा..

    फाइनल – पिछले हटाएं जिसे देखखर भारत भूमि का गर्व होगा..

    महाराष्ट्र के महापुरुषों – समर्थ गुरु रामदास , शिवाजी , ताराबाई आदि.. की जन्म-कर्म भूमि में पंचगंगा का बहुत योगदान है। कोल्हापुर के नजदीक यह प्राकृतिक 5 नदियों का संगम अद्भुत है। यहां के शिवालय भी दर्शनीय हैं। पंचगंगा नदी के सामने ताजमहल भी इस के आगे कुछ नहीं है आज तक कोई ये भी…

  • जिसे देखखर भारत भूमि का गर्व होगा-

    जिसे देखखर भारत भूमि का गर्व होगा-

    महाराष्ट्र के महापुरुषों – समर्थ गुरु रामदास , शिवाजी , ताराबाई आदि की जन्म-कर्म भूमि में पंचगंगा का बहुत योगदान है। कोल्हापुर के नजदीक यह प्राकृतिक 5 नदियों का संगम अद्भुत है। यहां के शिवालय भी दर्शनीय हैं। आज मैने महाराष्ट्र के पंचगंगा_मंदिर महाराष्ट्र का अद्भुत नजारा देखा जिस को देख कर मन खुश हो गया…

  • ऐसी कौन सी चीज है, जो भारत से अच्छी पाकिस्तान में है?

    ऐसी कौन सी चीज है, जो भारत से अच्छी पाकिस्तान में है?

    वहां का कश्मीर ,भारत के कश्मीर से ज्यादा खूबसूरत है , वहां हिंगलाज मंदिर है। वो हिन्दुओ के 51 शक्ति पीठों में से एक है । जहाँ सती माता का सर काट के गिरा था। वहीँ पर वेदों की रचना हुई थी। जिसे सप्तसैंधव प्रदेश कहते है। वहां सात नदियां थी। 1 सिंधु 2 सरस्वती…

  • दुनिया के ऐसे कौन-कौन से शहर है जहा पानी पूरी तरस से समाप्त होने वाली है?

    दुनिया के ऐसे कौन-कौन से शहर है जहा पानी पूरी तरस से समाप्त होने वाली है?

    [xoo_el_action] इस पोस्ट को पढ़ के चौकिये गा मत क्यों की ये तो अभी शुरुआत है। जैसा हम सभी जानते है अभी कुछ दिनों पहले चेन्नई भारत का पहला शहर बन गया है जहा पानी पूरी तरस से समाप्त हो गई है। इसके अलावा कई ऐसे शहर है जहा पानी पूरी तरस से समाप होने…

  • आयुर्वेद -भारत की शान है….

    आयुर्वेद -भारत की शान है….

    आयुर्वेद भारत की अद्भुत देन है।…. अगर आज की आधुनिक दुनिया में इसका इस्तेमाल बहुत अधिक पैमाने पर किया जाए, ये हमारे शरीर का ख्याल ही नही रखेगा अपितु इसे अंदर से मजबूत भी बनाएगा। आज बच्चों का बचपन ही नही रहा,  वो तो खो ही गया है, क्योंकि आजकल के बच्चे बहुत जल्दी जल्दी…

  • ११- जुलाई विश्व जनसंख्या दिवस….

    ११- जुलाई विश्व जनसंख्या दिवस….

    क्या है इतिहास, महत्व, थीम और सरकारों की जिम्मेदारी… विश्व जनसंख्या दिवस का आरम्भ… सर्वप्रथम यह आयोजन 1989 में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की गवर्निंग काउंसिल द्वारा स्थापित किया गया था दरअसल 11 जुलाई 1987 तक दुनिया में जनसंख्या का आंकड़ा 500 करोड़ को पार कर गया। ऐसे में सन्सार की मानव जाति के  हितों को…

  • भारत की भाजी और देशी खाओ-स्वदेशी अपनाओ, अब चीनी-चूतियों (विदेशियों) से पीछा छुड़ाओ….

    भारत की भाजी और देशी खाओ-स्वदेशी अपनाओ, अब चीनी-चूतियों (विदेशियों) से पीछा छुड़ाओ….

    क्यों है मेरा भारत महान….?  दुनिया में ये सब मिलना दुर्लभ है….. भारत की ●दवाई, ●बाई, ●दाई, ●नाई,  ● लाई (मुरमुरा) ●तालाबों की काई, ● गणित की इकाई, दहाई, ●शादी से पहले आशनाई, ●सगाई, ●दूध की मलाई, ●हलवाई,   ●पुताई,  ●ब्याही, ●तरकाई, ●ठगियाई,  ●विदाई,   ●जमाई, हमारे भिण्ड, मुरैना, ग्वालियर में बात-बात पर हाथापाई, दमन्गाई ●पराई के कारण लड़ाई,   ●पिटाई,  ●कुटाई,  ●सुताई,  ●ठुकाई, ●जुदाई, ●जेल से रिहाई, ●पुरानीआनापाई …

  • लोकल को वोकल करें और स्वदेशी अपनाओ…

    लोकल को वोकल करें और स्वदेशी अपनाओ…

    देश का खाओ-देश का अपनाओ विदेशियों को बाहर भगाओ- जाने..भारत में निर्मित वस्तुए… 30 स्वदेशी कम्पनियों के हजारों उत्पाद पूरी दुनिया में भारत अपने आप में एक बहुत बड़ा बाजार है। १३५ करोड़ जनता की नियमित आवश्यकता को पूरा करना भी एक चुनौती है। इसी के कारण विदेशी कम्पनियों, व्यापारियों की निगाह भारत के बाजारों पर…

  • अमृतम चन्दन में मिश्रित बहुमुल्य 5  सुगंध एवं छह जड़ीबूटियां…

    अमृतम चन्दन में मिश्रित बहुमुल्य 5  सुगंध एवं छह जड़ीबूटियां…

    कुण्डलिनी जागरण पुस्तकानुसार… मनुष्य का मन चलता है शरीर के चक्रों से। इन चक्रों पर रंग, सुगंध और शब्द अर्थात मन्त्रों का गहरा प्रभाव होता है। यदि मन की अलग-अलग अवस्थाओं के हिसाब से सभी मनोविकार नाशक 11 सुगंध मिलाकर चन्दन का प्रयोग किया जाए, तो तमाम मानसिक समस्याओं और दुःख-दर्द, दरिद्रता को दूर किया जा…

  • भारत में कोविड- 19 पर जीत, तो सुनिश्चित है, चाहें वह दवा से हो, दुआ से हो, समय के साथ हो अथवा प्रकृति या आयुर्वेदिक चिकित्सा से हो

    भारत में कोविड- 19 पर जीत, तो सुनिश्चित है, चाहें वह दवा से हो, दुआ से हो, समय के साथ हो अथवा प्रकृति या आयुर्वेदिक चिकित्सा से हो

    भारत में कोविड- 19 पर जीत, तो सुनिश्चित है, चाहें वह दवा से हो, दुआ से हो, समय के साथ हो अथवा प्रकृति या आयुर्वेदिक चिकित्सा से हो हिंदुस्तान का अब जागृत अवस्था में आने का समय आ गया है। कोरोना-जीवन बदलने वाली घटना है… कोविड- 19 के पश्चात सन्सार में सभी के साथ परिवर्तन होना निश्चित है।…