आलस्य के रहस्य को समझने वाला
एक आयुर्वेदिक अवलेह….
वर्तमान दौर में अनियमित जीवन के
चलते ठाकान, आलस्य, कमजोरी की
परेशानी से 100 में से 80 लोग पीड़ित
हैं।
आयुर्वेदिक पुस्तकों भैषज्य रत्नावली,
शरीर विज्ञान और चरक सहिंता आदि
में थकान-आलस्य के लिये बताया है कि-
जिन लोगों में रोगप्रतिरोधक क्षमता का
ह्रास हो जाता है, इम्युनिटी सिस्टम के
बिगड़ने और त्रिदोष उत्पन्न होने से
शरीर क्रियाशील या एक्टिवनेस खत्म
हो जाती है।
(थकान-आलस्य की आयुर्वेदिक चिकित्सा)
शरीर की अनेक तकलीफों को
दूर करने तथा त्रिदोष की विषमता
सम करने के लिए
का 3 महीने तक सेवन करें
इसमें 3 तरह के मुरब्बे, गुलकन्द,
मुनक्का एवं 27 से अधिक जड़ीबूटियों
का मिश्रणकर त्रिफला जैसे फलों का
रस मिलाया गया है।
यह पेट की जबरदस्त कब्ज और
उदर विकारों से निजात दिलाता है।
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