वीर्यपात, वीर्यपतन या शीघ्रपतन क्यों होता है। क्या हैं धातु को बर्बाद करने वाले कारण

कम उम्र में गुप्त रोग एवं नपुंसकता 
आने की जाने 18 वजह….
और इसका इलाज कैसे करें-
शीघ्रपतन की खतरनाक बीमारी के चलते, बच्चे पैदा करना हो जाता है-मुश्किल।
द्रव्यगुण विज्ञान,
आयुर्वेद सारः संग्रह (परिभाषा प्रकरण)
पारद सहिंता आदि शास्त्रों के अनुसार

【1】जवान लड़कियों को निहारना,

【2】स्त्रियों के रूप स्तन, सुंदरता का चिंतन-मनन करना
 【3】युवतियों के साथ बतियाना
【4】भोग-विलास का स्मरण,
【5】महिलाओं के बारे में उनके सौन्दर्य की बातें करना,
【6】पोर्न, ब्लूफिल्म या गंदे चित्र देखना,
【7】गुप्तज्ञान की चर्चा करना,
【8】किसी को सम्भोग करते देखना,
【9】औरतों की तरफ घूर-घूर कर देखना,
【10】 अश्लील उपन्यास एवं कहानियां पढ़ना, किस्से सुनना
【11】अश्लील क्रियाएं करना
【12】रोज हस्त मैथुन करना,
【13】देर रात तक जागना,
【14】सुबह अति बिलम्ब से सोकर उठना,
【15】सुबह उठते ही पानी न पीना,
【16】बिना स्नान के अन्न ग्रहण करना,
【17】स्त्रियों के वस्त्र धोना,
【18】अत्याधिक चिन्ता, भय रहना
【19】अधिक कड़वे पदार्थ जैसे-नीम, करेला का ज्यादा उपयोग करना
【20】खट्टी चीजों का भक्षण ज्यादा करने से शरीर में गर्मी उत्पन्न होती है, जो धातु को पतला बनाती है।
【21】अरहर, तुअर की दाल ज्यादा खाना भी वीर्यपतन या वीर्य को पतला करती है।
आदि कारणों से शीघ्रपतन की शिकायत शुरू हो जाती है। ऐसे लोग बच्चे पैदा
करने में असमर्थ हो सकते हैं।
उपरोक्त कारणों पर शीघ्र ध्यान देकर
इसकी तत्काल चिकित्सा करनी चाहिए।
भविष्य में होने वाले नुकसान…
★ शरीर में शुक्र का नाश  होने लगता है और वीर्य का नवनिर्माण  रुक जाता है।
★ सेक्स के दौरान बहुत कम समय लगना तथा जल्दी डिस्चार्ज हो जाता है।
★ लिंग में कड़कपन नहीं रहता।
★ नपुंसकता आने लगती है।
★ धातु बनना बन्द हो जाती है।
★ मर्दाना ताकत का क्षरण होने लगता है।
★ ऐसे पुरुषों में सन्तानोत्पत्ति की शक्ति धातु या वीर्य में नहीं रहती है। 
 
धातुवर्द्धक आयुर्वेदिक उपाय…
■ शरीर को विकार रहितं बनाने के लिए पेट साफ रखें यानी कब्ज न रहने देवें।
■ सुबह नाश्ते में 100 से 200 ग्राम  मीठा  दही अवश्य लेवें। लेकिन रात में दही न खावें। 
■ रात को अरहर की दाल न खाएं।
■ 7 दिन में एक बार उड़द की दाल का हलुआ, मंगोड़े केवल  सुबह या दुपहर में लेवें।
■ भिन्डी की सब्जी खूब खाएं।
■ मुलेठी चबाते रहें।
■ बादाम, पेठा, देशी घी, पका हुआ आम ये सब धातुवर्द्धक पदार्थ हैं
■ रोज या सप्ताह में दो बार पूरे शरीर में 
अमृतम काया की तेल से मालिश  तथा व्यायाम करके स्नान करें। 

शीघ्रपतन की शिकायत दूर कर, वीर्य स्तंभन हेतु एक

अद्भुत सेक्स पॉवर योग

श्री काशी संस्कृत “ग्रंथमाला”
161 के “वनोषधि-चंद्रोदय”
भाग-2
(AN ENCYCLOPAEDIA OF

INDIAN BOTANIES & HERBS)

लेखक-
श्री चन्द्रराज भण्डारी ‘विशारद’
प्रकाशक-
चौखम्बा संस्कृत संस्थान
वाराणसी-221001 (भारत)
एवं दूसरी पुस्तक
“औषधीय पादपों का कृषिकरण”
लेखक-
डॉ.गुरपाल सिंह जरयाल
डॉ.मायाराम उनियाल
प्रकाशक-
इंडियन सोसायटी ऑफ
एग्रो बिसिनेस प्रोफेसनल
इन किताबों में सेक्स संतुष्टि
के बहुत ही उम्दा और
असरदायक हर्बल योगों का वर्णन है।

शुक्राणु, काम शक्ति वर्द्धक

बनाने के लिए एक
प्राकृतिक फार्मूला
घर में बनाकर उपयोग
कर सकते हैं-
सेक्स पॉवर बढ़ाने हेतु
हर्बल मेडिसिन ट्रीटमेंट…
शतावर एक्सट्रेक्ट 10 ग्राम
अश्वगंधा एक्सट्रेक्ट 10 ग्राम
ताल मखाना एक्सट्रेक्ट 10 ग्राम
सफेद मूसली 10 ग्राम 
कोंच बीज एक्सट्रेक्ट 5 ग्राम 
चुतुरजात 10 ग्राम 
त्रिकटु 10 ग्राम 
मुलेठी 10 ग्राम 
इन सभी को अच्छी तरह पीसकर, खरल करके कपड़छन करें। 
फिर निम्नलिखित रस भस्म
● अमृतम वंग भस्म 10 ग्राम
● अमृतम शुद्ध शिलाजीत 10 ग्राम 
● अमृतम स्वर्णभस्म 1 ग्राम
● अमृतम स्वर्णमाक्षिक 5 ग्राम 
● कुटकूटणत्वक भस्म 10 ग्राम 
● स्वर्णराज वंगेश्वर रस 5 ग्राम
अमृतम सिद्ध मकरध्वज स्वर्णयुक्त 2 ग्राम
● अमृतम रोप्य भस्म 5 ग्राम
● अमृतम स्मृति सागर रस 5 ग्राम
सबको मिलाकर पुनः कपड़छन करके  
200 खुराक बनाकर रखें या फिर 200 कैप्सूल 750 mg के भर लेवें।
सेवन विधि-
रोजाना सुबह नाश्ते से पहले एक खुराक 
या एक कैप्सूल आँवला मुरब्बे या हरड़ मुरब्बे के साथ तीन महीने तक दिन में 2 या 3 बार सेवन करें। 
यह योग तीन माह में इतना सेक्स पॉवर बढ़ देगा कि आप कल्पना नहीं कर पाएंगे। 
आपकी मर्दांगनी को दुनिया में कोई चेलेंज नहीं कर पायेगा। 
तैयार दवा भी ऑनलाइन मंगवा सकते हैं
यदि उपरोक्त दवाई घर पर नहीं बना सकते हों, तो अमृतम द्वारा 
जांचा-परखा सेक्स 
पॉवर बढ़ाने वाला फार्मूला
1- बी फेराल गोल्ड माल्ट
2- बी फेराल गोल्ड कैप्सूल
दोनों ओषधियों का 2 से 3 महीने तक नियमित सेवन करें। 
।।अमृतम।।
2 चम्मच गर्म दूध से दोनों
एक साथ
2 से तीन माह तक लगातार सेवन करें।
नपुंसकता से निराश व नर्वस
हो चुके पुरुषों के लिए
यह बेहद लाभकारी ऒर
चमत्कारी दवा है।
यह अद्भुत योग
चालीस के बाद
शरीर को खाद
देकर
पचास की उम्र में भी
खल्लास नही होने देता।
परम् प्रसन्नता देने वाला
प्रकृति प्रदत्त यह शुद्ध
कामातुर रमणियों,स्त्रियों
में काम की कामना
शांत करता है।
अगले लेख में

नंपुसकता का नाश”

नामक 140 वर्ष पुरानी
हस्तलिखित कृति-किताब
से अन्य और विश्वसनीय
हर्बल योगों का उल्लेख
किया जावेगा।
इसमें वीर्य को गाढ़ा करने
एवं सहवास के समय में
वृद्धि करने वाले अनेकों
प्रामाणिक प्रयोगों का
वर्णन है।
ये इतने उपयोगी है कि

साठ के बाद खाट

सत्तर के पश्चात
बिस्तर पर नहीं पड़ना पड़ता।
अमृतम की दवाएँ
अनेकों रोग मिटाकर
जीवनिय शक्ति में
बढोत्तरी कर जीव व
जीवन का कायाकल्प
कर देती हैं।
 
परहेज-सावधानी– 
© रात में दही, अरहर, तुअर की दाल, खट्टी 
चीजे त्यागें।
© सम्भोग या सेक्स  करने के तुरन्त बाद 
ठण्ड पानी न पिएं। 
© निरोध का इस्तेमाल कम से कम करें।
© सहवास करने में जल्दबाजी न करें।
© सेक्स करने से पहले स्त्री के सभी महत्वपूर्ण अंगों को सहलाएं।

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