कोरोना संमक्रमन से बचने के लिए घरलू उपचार क्या है ?

प्रतिदिन अमृतम मुलेठी और घर सभी मसालेअमृतम त्रिफला चूर्ण, अमृतम त्रिफला चूर्ण, सभी समभाग, 10 मुनक्के, 10 ग्राम अमृतम गुलकन्द सभी सामान रात भर 200 ग्राम पानी में भिगोकर सुबह इसे इतना उबाले की पककर 100 ग्राम से कम रह जाये। इसे चाय की तरह सुबह खाली पेट केवल एक बार पीना है। इससे पाचनतंत्र व मेटाबॉलिज्म भी मजबूत होगा।

यदि आप चाहें, तो अमृतम कम्पनी द्वारा बनाया गया आयुष की काढ़े का इस्तेमाल कर सकते हैं।

ओर मजबूत प्रतिरक्षा के लिए अमृतम च्यवनप्राश का तीन महीने सेवन का भी समर्थन करते हैं। यह बेहतरीन इम्युनिटी बूस्टर ओषधि है।

बहुत ज्यादा तनाव, मानसिक अशांति हो, नींद न आती हो, स्वभाव चिड़चिड़ा हो, भूलने की समस्या, याददाश्त की केMई दूर केने कबलिये अमृतम ब्रेन की गोल्ड माल्ट & टेबलेट 1 माह तक ले सकते हैं।

【१】गिलोई के बारे सम्पूर्ण जानकारी के लिए पेज देखें
https://www.amrutam.co.in/giloyamrutamherb/N
【२】 पीपल – के गुणों का वर्णन हिन्दू धर्म-ग्रन्थों, आयुर्वेद ग्रन्थों और वनस्पति विज्ञान ग्रन्थों में स्पष्ट लिखा है। वनस्पतियों में एक पीपल का वृक्ष ही ऐसा वृक्ष है जो दिन और रात दोनों समय अर्थात् 24 घण्टे प्राण-वायु (आॅक्सीजन) प्रदान करता है जबकि अन्य सभी पेड़-पौधे दिन में आॅक्सीजन तथा रात्रि में कार्बन डाई आॅक्साइड छोड़ते हैं।
“सर्व रक्षतिति पिपरा:”   पग-,पग पाया जाने वाला, पल-पल जीवन देने के कारण  पीपल  गुणों का  भंडार  है! पिप्पली के बारे में जाने –
https://www.amrutam.co.in/amrutamgoldmalt-peepal/
【३】 गुग्गल — एक अद्भुत प्राकृतिक हर्ब
गुग्गल को पेड़ों का पसीना भी कहते हैं ।
यह पुराने वृक्ष के ताने से गाड़ा रस तरल पदार्थ
के रूप में बहता रहता है । इसी चिपचिपे पानी को इकट्ठा कर सुखा लेते हैं । ओर जानिए …..
http://www.amrutam.co.in/guggul-anayurvedicherb/
【४】कढ़ी पत्ता इसे मीठा नीम भी कहा जाता है ।यह एक प्राकृतिक ओषधि व मसाला है –https://www.amrutam.co.in/amrutamaudhadhikadhipatta/

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