आजकल का नया सेक्स-कुक्कुरीय संभोग क्या है?

इस सामूहिक संभोग और गैंग बैंग जैसे
श्वान सेक्स के इस क्रियालाप में दो से अधिक पुरुष या स्त्री भी सम्मिलित हो सकते हैं….
सार्वजनिक स्थानो पर कामोत्तेजक क्रियाकलाप या ऐसा ही अर्थ-सार्वजनिक स्थान पर करना या दूसरों को बेशर्मी से
करते देखना आदि को कामशास्त्र और आयुर्वेद की कुछ पुरानी किताबों में कुक्कुरीय संभोग यानि श्वान या कुत्तों
जैसा सेक्स करना कहलाता है।
यह एक ब्रिटिश अंग्रेज़ी कठबोली का शब्द है,
इस तरह के सम्भोग को अंग्रेज़ी में डोग्गिंग/
Dogging) कहते हैं।
इसप्रकार के सेक्स में  दूसरों का
ध्यान अपनी तरफ आकर्षित
करना मुख्य उद्देश्य है।
दर्शनरति और कामांग का भद्दा प्रदर्शन
कुक्कुरीय संभोग से जुड़े हुए हैं।
विदेश के कुछ समाचार पत्र के सूत्रों
के मुताबिक….कुक्कुरीय संभोग अब नया
सेक्स जुनून बनता जा रहा है। कुक्कुरीय
संभोग की मूल परिभाषा इसी सम्बंधित गतिविधि थी — वह किसी युवा जोड़े को
कार या किसी सार्वजनिक स्थान पर
संभोग करने के मामलों पर जासूसी
करना था। इस शब्द का 1950 के
करीब से  ब्रिटेन की रेल सेवा में
उपयोग हो रहा है। धीरे-धीरे यह
पूरी दुनिया में फैलता जा रहा है।
कामसूत्र ग्रन्थ के अनुसार
महिलाओं को आता है मजा..
कुछ महिलाएं चरम सुख का अनुभव
करने में सक्षम होती हैं।
कुछ महिलाएं मल्टी ऑर्गेज्मिक होती हैं।
अर्थात वे एक बार से अधिक सेक्‍ससुख ले सकती हैं।
इंटरकोर्स की इस संपूर्ण प्रक्रिया में
स्त्री कई बार ऑर्गेज्‍म अर्थात सेक्स
का नशा लेने तथा परम संतोष का
अनुभव करने में सक्षम होती हैं।
जबकि पुरुषों तन की संरचना
बिलकुल भिन्न है।आदमी औरत
के बराबर बार-बार सेक्स नहीं
कर सकता।
पुरुष एक बार सेक्स करने के बाद
वह पुन: सहवास करने में स्वयम को
असमर्थ महसूस करता है। क्‍योंकि
उसके लिंग/शिश्न/पेनिस
की इंद्रियों में ढ़ीलापन एवं शिथिलता
आ जाती है।
पुरुष के लिंग को दुबारा कठोर
होने में वक्त लगता है। इसलिए तुरन्त
सेक्स संबंध बनाने हरतु सक्षम होने में
कुछ घण्टे लगते हैं।
स्त्री एक बार चरमसुख का नशा पाकर,
अनुभव करने के बाद वह पुन: उसी
परम आनंद का एहसास
बार-बार पाना चाहती है।
कुछ महिलाएं चरमसीमा को
नशे में आना कहती हैं।
कभी-कभी काउंसिलिंग के दौरान महिला
मुख से सुना जाता है कि- हम नशे में
नहीं आते और हमारे शौहर खत्‍म हो जाते हैं।
जब कोई  पुरुष पत्नी को तृप्त,संतुष्ट करने
में हर बार बस्ट या असफल हो जाए,
तो उसे आंतरिक रूप से मजबूती तथा
चार्ज होने और शुक्राणु की मात्रा बढ़ाने
के लिए अमृतम द्वारा निर्मित
दोनों दवाओं का 3 माह तक
सेवन करना अत्यंत हितकारी है।
वैवाहिक जीवन बर्बाद कर सकती है- 
व्यक्तियों को यह बीमारी...

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