© क्या स्त्रियों को निरोध/कंडोम
पसंद है या नहीं?
© काम सूत्र के मुताबिक ज्यादा या कम
सेक्स- सम्भोग अच्छा है या बुरा?..
© कौटिल्य के कामसूत्र में क्या लिखा है सेक्स के बारे में।
© सेक्सुअल वीकनेस का आयुर्वेदिक उपचार जाने
सेक्स अनुसंधान संस्था
किंसले इंस्टिट्यूट के शोध में –
पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं ने भी
यह माना कि उन्हें निरोध या कंडोम
के बिना यौन संबंध यानि सेक्स रिलेशन बनाना ज्यादा अच्छा लगता है।
महिलाओं ने यह भी माना कि दरअसल
संभोग के दौरान कंडोम का इस्तेमाल
किए जाने पर उन्हें ज्यादा सुकून
मिलता है। यह सेक्स-सुख सुरक्षा
(प्रोटेक्शन) को लेकर होता है।
चरमसुख, आनंद और संतुष्टि में फर्क है…
सर्वे में शामिल महिलाओं ने कहा कि
निरोध/कंडोम यौन रोगों से बचाव का
यह कारगर तरीका है। इसके इस्तेमाल
से औरतें खुलकर सेक्स का भरपूर
मजा ले पाती हैं।
कमजोरी का स्थाई इलाज करें…
सेक्स चिकित्सा वैज्ञानिकों का
निर्देश है कि सेक्स के मामले कभी जल्दबाजी नहीं करना चाहिए।
यदि कोई किसी प्रकार की सेक्स
कमजोरी हो, तो पहले उसका
उपचार करें, फिर सम्भोग की सोचें।
क्योंकि शीघ्रपतन के कारण सेक्स
के प्रति अनिच्छा होने लगती है। यह
बात कभी वे पूरुषों को नहीं बताती।
यह उनकी शर्म और संस्कार के कारण
होता है।
थकान युक्त जमकर करें सेक्स…
@ लम्बे समय तक सम्भोग की इच्छा हो,
तो प्राकुतिक चिकित्सा या आयुर्वेदिक
दवाओं का सेवन करना हितकर होता है।
@ योग-ध्यान, अभ्यंग, कसरत भी जरूरी है
सेक्सुअल पॉवर बढाने के लिए।
@ सुबह मीठा दही नाश्ते में जरूर लेवें।
@ रात को गर्म दूध से वीर्य गाढ़ा होता है।
देशी दवाओं को 3 माह तक लेवें…
शुद्ध शिलाजीत, कोंच बीज, तालमखाना, सहस्त्रवीर्या, अशवगंधा, सफेद मूसली,
बिदारी कंद, नागकेशर, मधुयष्ठी,
वंग भस्म, स्वर्ण भस्म, युक्त इत्यादि
ओषधियाँ सेक्स वृद्धि में उत्प्रेरक होती हैं,
जो हमेशा सेक्स की इच्छा बनाये रखने
सहायक, तो हैं ही साथ ही शीघ्रपतन,
वीर्य का पतलापन, नपुंसकता
आदि विकारों को दूर करती हैं।
ये दोनो दवाएँ 3 से 6 महीने तक
लगातार लेवें, तो 45 तरह के गुप्तरोगों
से निजात दिलाती है।
मर्दांगनी बढ़ाने और पुरुषार्थ वृद्धि में चमत्कारी है।
सेक्स अच्छा है या बुरा…
कामसूत्र के अनुसार सम्भोग करने
में कतई कंजूसी नहीं करना चाहिए।
सेक्स कम करने से शरीर शिथिल होने
लगता है और अनेक बीमारियों से घिरने
लगता है।
प्रतिदिन सहवास, सम्भोग या सेक्स
करने वाले लोग जल्दी बूढ़े नहीं होते।
उनके चेहरे पर चमक बढ़ती जाती है।
इस बारे में बहुत से संस्कृत श्लोकों
का वर्णन है।
मानसिक शांति के लिए सम्भोग को
सर्वश्रेष्ठ उपाय बताया है।
सेक्स तनाव मिटाकर नींद अच्छी
लाता है। सेक्सी लोगों को मधुमेह
अर्थात डाइबिटीज की समस्या कम ही
होती है। सेक्स रोज करना के मायने
में अत्यन्त लाभप्रद होता है।
वातरोग, थायराइड आदि की समस्या
नहीं होती क्योंकि सेक्स की वजह से
पूरे शरीर में रक्त का संचार सुचारू होने लगता है।
कामसूत्र की कहानी…
यह सेक्स ग्रन्थ है। जिसे सदियों पूर्व
विद्वान ऋषियों ने लिखा था। इसमें
यौनक्रिया के बहुत से उपाय तथा
उपचार बताएं हैं।
सम्भोग करने के 84 आसन की
खोज सबसे पहले इसी ग्रन्थ में लिखी थी।
कामसूत्र की कथा, रचना…
कामसूत्र महर्षि वात्स्यायन द्वारा
रचित भारत का एक प्राचीन कामशास्त्र (en:Sexology) ग्रंथ है।
कामसूत्र को उसके विभिन्न काम/ सेक्स आसनों के लिए ही जाना जाता है। महर्षि वात्स्यायन का कामसूत्र विश्व की प्रथम यौन संहिता है, जिसमें यौन प्रेम के मनोशारीरिक सिद्धान्तों तथा प्रयोग की विस्तृत व्याख्या
एवं विवेचना की गई है। अर्थ के क्षेत्र में जो स्थान कौटिल्य के अर्थशास्त्र का है, काम (सेक्स) के क्षेत्र में वही स्थान कामसूत्र का है।
महर्षि के कामसूत्र ने न केवल दाम्पत्य
जीवन का श्रृंगार किया है वरन कला, शिल्पकला एवं साहित्य को भी सम्पदित किया है। राजस्थान की दुर्लभ यौन
चित्रकारी तथा खजुराहो, कोणार्क
आदि की जीवन्त शिल्पकला भी
कामसूत्र से अनुप्राणित (प्रेरित या Animated) है। रीतिकालीन कवियों
ने कामसूत्र की मनोहारी झांकियां प्रस्तुत
की हैं, तो “गीत गोविन्द” के गायक जयदेव
ने अपनी लघु पुस्तिका ‘रतिमंजरी’ में कामसूत्र का सार संक्षेप प्रस्तुत कर अपने काव्य कौशल का अद्भुत परिचय दिया है।
क्यों लेना आवश्यक है-
बी फेराल माल्ट एवं केप्सूल,
ऐसा ही एक योग है, जो आयुर्वेद की असरदार जड़ीबूटियों से निर्मित है।
इसका नियमित उपयोग करने से
सेक्स की इच्छा दिनोदिन बढ़ती जाती है। शरीर में चुस्ती फुर्ती रहती है।
सेक्स के प्रति यह हमेशा शक्ति व ऊर्जा में बनाये रखता है।
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अमॄतम पत्रिका के ज्ञानवर्द्धक 3000
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काम के नाम बहुत हैं।
आत्महत्या की वजह….
औरतों को यदि यह बीमारी है, तो
सेक्स का मजा किरकिरा हो सकता है-
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