क्वारेंटाईन के 18 तरीके…
क्यों पुराने लोग किसी को छूने या हाथ लगाना
छुआछूत मानते थे?
【8】रोगों से बचने के लिए अपने खानपान, रहन-सहन
【15】वातावरण को विशुद्ध करने के लिए आपकी संकल्प शक्ति, साफ-सफाई जरूरी है।
【16】चन्द्र और सूर्यग्रहण सूतक में भोजन नहीं करें।
【17】 भारत की परम्परा अनुसार जीवन-यापन करें।
【18】दोनों हाथ जोड़कर नमस्कार, प्रणाम एवं
अभिवादन करने की आदत बनाये
आगे आने वाले समय में जो भी व्यक्ति इस
अतिसूक्ष्म वैदिक विज्ञान को आत्मसात करेंगे,
वे ही लोग इस भव में सुखी-स्वस्थ्य, प्रसन्न और
अवसाद रहित जी पाएंगे।
कोरोना जैसे संक्रमण या वायरस के भय से बचकर
विजय प्राप्त कर सकेंगे।
वैदिक परम्पराओं पर भी ध्यान दें….
।।ॐ अग्नये स्वाहा।।
हे अग्निदेव! आपको भोजन स्वीकार करें।
ॐ प्राणाय स्वाहा– हे प्राणवायु!
प्राण वायु के पांच प्रकार की होती हैं।
२- ॐ अपानाय स्वाहा
३- ॐ उदानाय स्वाहा
४- ॐ समानाय स्वाहा
५- ॐ व्यानाय स्वाहा
पाचक अग्नि प्राण वायु के नाम का लगाने से
@ पचनेन्द्रीय प्रणाली और मेटाबोलिज्म
@ जठराग्नि प्रदीप रहेगी,
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जीरा, धनिया, सौंफ, हल्दी, दालचीनी
आदि मसालों को को अनिवार्य कर दिया।
★ चन्द्र और सूर्यग्रहण सूतक में भोजन नहीं करते हैैं।
★ उत्सव से उत्साह, उमंग ऊर्जा में वृद्धि होती है, जिससे इम्युनिटी पॉवर बढ़ता है।
★ साथ ही तीज-त्योहारों में शिवालय-देवालयों में जाकर, दीपक धूप जलाना से वायुमण्डल शुद्ध करने की परम्परा भी पुरानी है।
कृपया देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए
स्वदेशी यानि मेड इन भारत अपनाकर अपनी
धरती माँ का सम्मान बढ़ाएं।
उन्नति में योगदान देकर कृतार्थ करें।
लोकल को वोकल हेतु इसे क्लिक करें-
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स्वदेश और स्वदेशी का महत्व-
Proudly VOCAL for LOCAL
मैं भी हजारों लोगों को रोजगार दे सकता हूँ
आत्मनिर्भर बनकर। यह देश है मेरा- मुझे
स्वदेशी अपनाना है।
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चीन को सबक सिखाने के लिए स्वदेशी अपनाकर
उसकी कमर तोड़े। यह हमारे लिए वरदान भी
साबित होगा। गैर चाइनीज बाजार खड़ा करने से
दूसरे देशों के विकल्प खुद ही आने लगेंगे।
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भारत के लोग, व्यापारी, उद्योग पति अभी अनेक
row मटेरियल के लिए चीन के भरोसे बैठे हैं।
क्योंकि इनका उत्पादन हमारे देश में कम होता है।
अगर हम देश में निर्मित वस्तु खरीदेंगे, तो थोड़ा महंगा
जरूर पड़ेगा, लेकिन देश का पैसा देश में रहेगा।
मेड इन भारत खपत बढ़ने पर वही सामान देश में
चीन से सस्ता पड़ने लगेगा। हमारा आज का प्रयास भविष्य में सुखद एहसास कराएगा। देश का सामान देश के लोग खरीदेंगे, तो देश के किसान, मजदूरों, मजबूरन के काम आएगा। बेरोजगारी घटने लगेगी। अवसाद डिप्रेशन चिन्ता, तनांव सब मिटने लगेंगे।
जाने क्या सोच है महान हस्तियों की-
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आत्मनिर्भर बनने के लिए स्वस्थ्य शरीर रखना
जरूरी कदम है। देह रोगरहित कैसे रहे क्लिक करें-
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