Tag: आयुर्वेदिक चिकित्सा
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वातावरण एवं अनुष्ठान :—–
मैंने विभिन्न कामोद्दीपक नुस्खों तथा अन्य कारकों का विवरण दे दिया है जो काम-क्षमता तथा काम-वासना आदि में वृद्धि करते हैं । दो और कारक हैं जो काम-अभिव्यक्ति की क्षमता बढ़ाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं । ये हैं वातावरण व शयन-कक्ष की सज्जा तथा अनुष्ठानों का महत्त्व । सहवास के लिए उपयुक्त वातावरण होना…
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कच्ची हल्दी क्या होती है? इसके क्या उपयोग होते हैं?
कच्ची हल्दी के 25 लाजबाब फायदे… आयुर्वेद में हल्दी को हरिद्रा कहा जाता है। भावप्रकाश ग्रन्थ के अनुसार हल्दी की विभिन्न चीजे होती हैं- अम्बाहल्दी, दारुहल्दी, वनहल्दी आदि.. कच्ची हल्दी से अचार, बर्फी, लड्डू, रायता भी बनाते हैं कच्ची हल्दी कैसे पैदा होती है-देखें यह वीडियो… आयुर्वेद के अनुसार हल्दी के संस्कृत में श्लोक, विभिन्न…
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फैटी लिवर क्यों होता है। इसके लक्षण क्या है। जाने उपाय, उपचार और आयुर्वेदक इलाज….
फैटी लिवर की वजह से कुछ भी पचता नहीं है। पेट में तरल पदार्थ बनने लगता है। यकृत्गत मेदोसंचय यानि फैटी लिवर होने की दो वजह मुख्य हैं। मदिरापान या मद्यपान ज्यादा करने से (Alcohol) तथा मिथ्या-आहार (Unhealthy lifestyle), जिसमें वसायुक्त खाद्यपदार्थों का अत्यधिक सेवन तथा न्यूनतम शारीरिक श्रम प्रमुख रहते हैं। फैटी लीवर की बीमारी…
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खट्टी डकारें, अपच मिटाते हैं-13 मसाले
जाने- रोगनाशक मसालों के बारे में… खट्टी डकारें, अम्लपित्त, पित्तदोष, त्रिदोष, गैस, कब्ज, एसिडिटी, यकृत की कमजोरी, कर्कट रोग (कैंसर), पेटदर्द, आँतों की खराबी और पेटदर्द आदि अनेक पेट/उदररोग से मुक्ति दिलाकर इम्युनिटी बढ़ाते हैं– भारतीय आयुर्वेदिक 13/तेरह मसाले…… अतः सब्जी के साथ दम से खाएं। क्योंकि सब्जी में सबका जी रहता है। पाचनतंत्र के…
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पेट की सफाई कैसे रखें..
पेट खराबी, कब्ज, गैस की समस्या से होते हैं- 25 तरह के खतरनाक रोग…. आयुर्वेद की कभी भी कोई भी जड़ीबूटी, देशी दवा या घरेलू उपायों से हो सकता है-शहर्रिर को भारी नुकसान। अतः बिना जाने-समझे, सन्दर्भ ग्रन्थ पढ़े बिना कतई भरोसा न करें। आजकल गूगल पर अनेको भ्रमित करने वाली जानकारियों का भंडारण हो…
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तन-मन को संक्रमण और बीमारियों से बचाना है, तो सप्ताह में 2 बार मालिश-मसाज या अभ्यङ्ग अवश्य करें…शास्त्रमत यह ज्ञान पहली बार पढ़ें…
अभ्यङ्ग के अनुभव, चमत्कारी लाभ- अपने पूरे जीवन में शरीर की मालिश करने वाले डा॰ हरिकृष्णदास एम॰ ए॰ ने अपने अनुभवों में लिखा है कि संक्रमणों तथा बीमारियों से बचने के लिए मालिश अति आवश्यक उपक्रम है। स्वस्थ्य-प्रसन्न औऱ लम्बी निरोग जीवन के लिए सप्ताह में कम से कम एक से दो बार मसाज अवश्य…
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आयुर्वेद के अनुसार सिरदर्द और अनेक बीमारियों की वजह क्या है?..
सिरदर्द, नसों में धीमा रक्त संचार और दिमागी मांसपेशियां कमजोर हों, तो योगा करने के बाद सीधी नाक से गहरी-गहरी श्वांस नाभि तक ले जाकर सीधी नाक से ही शनै-शनै ही छोड़े। ऐसा दिनभर में 200 से 300 बार दोहराएं आपकी दिमागी तकलीफ 100 फीसदी मिट जाएगी। शरीर में प्राणवायु अर्थात ऑक्सीजन की पूर्ति होने…
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अगर आप वर्क फ्रॉम होम हैं, तो आयुर्वेदिक दवा जरूर लेवें…
शरीर को अपार ऊर्जा देने वाली- शक्तिदाता हर्बल मॉल्ट के 23 से अधिक फायदे जाने। अमृतम गोल्ड माल्ट असरकारक ओषधि के साथ-साथ एक ऐसा अदभुत हर्बल सप्लीमेंट है, जो वर्क फ्रॉम होम में जो बच्चे कार्यरत हैं, उन्हें यह औषधि रोज जरूर लेना चाहिए। यह माल्ट रोगों के रास्ते रोककर सभी नाड़ी-तंतुओं को क्रियाशील कर देता है। अमृतम…
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बुढ़ापे की शुरुआत है-झुर्रियां…
इस लेख में झुर्रियां, दाग-धब्बे, कालापन से मुक्ति हेतु एक बहुमूल्य आयुर्वेदिक तेल कुंकुमादि तेल- kumkumadi oil के चमत्कारी फायदे पढ़े। आजमाएं यह बहुमूल्य और महंगा ऑयल… कुंकुमादि तेल को आयुर्वेद ग्रन्थों में केशर तेलम के नाम से जाना जाता है। यह केशर सहित ५० से अधिक कुदरती तत्वों का एक बहुत ही कीमती अद्भुत मिश्रण से…
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अमृत मासिक पत्रिका संपूर्ण सृष्टि की परम सुषमा शक्तियों के साथ-साथ पंच परमेश्वर को समर्पित है ..
अमूतम पत्रिका ——— अमृत मासिक पत्रिका संपूर्ण सृष्टि की परम सुषमा शक्तियों के साथ-साथ पंच परमेश्वर को समर्पित है संसार में हम जो भी देख रहे हैं वह सब पंच परमेश्वर अर्थात पंच तत्व अग्नि पृथ्वी वायु जल और आकाश की देन है बिना पंचमहाभूत के सब कुछ जरूरत है हां इतना अवश्य है कि…